साफ-सुथरी रेल से भारत को स्वच्छ बनाने का सपना


ट्रेनों में भी यात्रियों की माँग पर सफाई व्यवस्था



साफ-सुथरे ए वन श्रेणी के स्टेशनों पर वेस्ट सेग्रीगेशन व रिसाइक्लिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। जागरूकता अभियान चलाकर चुनिंदा स्टेशनों के पहुँच मार्ग व निकटवर्ती कॉलोनियों में सफाई अभियान चलाया जाएगा। भारतीय रेल ने विश्व का पहला बायो वैक्यूम टॉयलेट तैयार किया है।

गंदगी और बदबू से मुँह सिकोड़ते यात्रियों को राहत प्रदान करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने स्वच्छता की रेल चलाने की घोषणा की है। रेल बजट पेश करते हुए प्रभु ने कहा स्वच्छ रेल से ही भारत के स्वच्छ होने का सपना पूरा होगा। उन्होंने साफ व सुंदर स्टेशन, चमचमाते प्लेटफॉर्म और स्वच्छ शौचालयों से युक्त ट्रेनें चलाने का ख्वाब दिखाया है। चलती ट्रेनों में भी यात्रियों की माँग पर सफाई की व्यवस्था होगी। ट्रेनों में डस्टबिन लगाने और आधुनिक शौचालय स्थापित करने की योजना को आगे बढ़ाया गया है।

ट्रेनों में सफर के दौरान बिस्तरों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है। रेल मंत्री प्रभु के बजट प्रावधानों में चलती ट्रेन में ‘क्लीन माई कोच’ सेवा की शुरुआत करने की घोषणा की है। यात्री अपने कोच अथवा शौचालय की सफाई के लिये एसएमएस के मार्फत आग्रह कर सकते हैं, जिसके लिये अलग से कोई भुगतान नहीं करना होगा। इतना ही नहीं, सफाई को लेकर स्टेशनों के बीच प्रतिस्पर्धा कराई जाएगी। इसके लिये यात्रियों के फीडबैक और थर्ड पार्टी आॅडिट कराई जाएगी।

आगामी वित्त वर्ष में विभिन्न ट्रेनों में 30 हजार अतिरिक्त जैव शौचालय लगा दिए जाएँगे। जबकि वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों व महिला यात्रियों की माँग को पूरा करने के लिहाज से कुछ चुनिंदा स्टेशनों के सभी प्लेटफॉर्मों पर पोर्टेबल बायो टॉयलेट उपलब्ध कराए जाएँगे। प्रभु ने कहा कि इस योजना के लिये सभी नवीन प्रयोग किए जाएँगे। इसमें निजी क्षेत्रों का भी सहयोग लेने में संकोच नहीं किया जाएगा।

साफ-सुथरे ए वन श्रेणी के स्टेशनों पर वेस्ट सेग्रीगेशन व रिसाइक्लिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। जागरूकता अभियान चलाकर चुनिंदा स्टेशनों के पहुँच मार्ग व निकटवर्ती कॉलोनियों में सफाई अभियान चलाया जाएगा। भारतीय रेल ने विश्व का पहला बायो वैक्यूम टॉयलेट तैयार किया है। इसका प्रयोग डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में किया गया है। वित्त वर्ष के अंत तक विभिन्न रेलगाड़ियों में 17 हजार बायो टॉयलेट और 475 रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त शौचालय बना दिए जाएँगे।

कुछ अहम तथ्य
1. रेलवे ने पिछले साल के बजट प्रावधानों पर अमल करते हुए पर्यावरण व हाउस कीपिंग निदेशालय गठित कर दिया।
2. पाँच हजार सवारी डिब्बों में डस्टबिन लगा दिए गए हैं, यह काम आगे भी जारी रहेगा।
3. 74 अतिरिक्त रेलगाड़ियों को ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग सेवा तहत सूचिबद्ध किया गया है।
4. स्वच्छ और स्वास्थ्य कर बिस्तर उपलब्ध कराने के लिये मैकेनाइज्ड लांड्री स्थापित की गई है।
5. कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर सभी श्रेणियों के लिये डिस्पोजल बिस्तर उपलब्ध कराए गए हैं।
6. भारतीय रेलवे की ओर से 400 अन्य रेलगाड़ियों को जल्दी ही इस सूची में दर्ज कर लिया जाएगा।
7. साल के अंत तक इस योजना में कुल 1,000 ट्रेनों को कर लिया जाएगा शामिल।
8. देश भर में सभी गैर वातानुकुलित ट्रेनों के डिब्बों में कूड़ेदान लगा दिए गए हैं।

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