रोहिनी खाट मृगसिरा छउनी


रोहिनी खाट मृगसिरा छउनी।
अद्रा आये धान की बोउनी।।


शब्दार्थ- खाट-खटिया, चारपाई। छउनी-छप्पर।

भावार्थ- रोहिणी नक्षत्र में चारपाई बिनना और मृगशिरा नक्षत्र में छप्पर छाना उत्तम माना गया है क्योंकि आर्द्रा नक्षत्र आते ही धान की बोउनी (बुवाई) शुरू करनी पड़ती है।

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Post By: tridmin
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