राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थानन, रूड़की ने वैज्ञानिक एवं तकनीकी कार्यों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग को व्यापक बढ़ावा एवं प्रोत्साहन देने के दृष्टिकोण से सितम्बर-2011 माह से ‘जल चेतना’ तकनीकी पत्रिका का प्रकाशन प्रारंभ किया है। पत्रिका का द्वितीय संस्करण फरवरी-2012 में प्रकाशित किया जाना निर्धारित है। इस पत्रिका में तकनीकी रिपोर्ट, शोध पत्रों का विश्लेषण, महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां तथा अन्य प्रासंगिक विषयों से संबंधित लेखों को प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।
अतः समस्त सुधी लेखकों से निवेदन है कि वे संस्थान की पत्रिका में प्रकाशन हेतु अपने तकनीकी लेख, रिपोर्ट, शोध पत्रों का विश्लेषण, तकनीकी जानकारियां तथा अन्य प्रासंगिक विषयों से जुडे़ लेख भेजकर तकनीकी एवं वैज्ञानिक प्रकृति के कार्यों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने में अपना सहयोग दें। पत्रिका में प्रकाशित किए जाने वाले लेखों के लिए नियमानुसार पारिश्रमिक का भी प्रावधान रखा गया है।
सधन्यवाद !
डा0 रमा मेहता
राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान
सम्पादक, जल चेतना
rama@nih.ernet.in; 44.rama@gmail.com
अतः समस्त सुधी लेखकों से निवेदन है कि वे संस्थान की पत्रिका में प्रकाशन हेतु अपने तकनीकी लेख, रिपोर्ट, शोध पत्रों का विश्लेषण, तकनीकी जानकारियां तथा अन्य प्रासंगिक विषयों से जुडे़ लेख भेजकर तकनीकी एवं वैज्ञानिक प्रकृति के कार्यों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने में अपना सहयोग दें। पत्रिका में प्रकाशित किए जाने वाले लेखों के लिए नियमानुसार पारिश्रमिक का भी प्रावधान रखा गया है।
सधन्यवाद !
डा0 रमा मेहता
राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान
सम्पादक, जल चेतना
rama@nih.ernet.in; 44.rama@gmail.com
Path Alias
/articles/raasataraiya-jalavaijanaana-sansathaana-rauudakai-davaaraa-parakaasaita-takanaikai
Post By: admin