राजनीतिक संचार मानव-समाज का सुनियोजित तंत्र है। राजनीतिक संचार प्रणाली का ढांचा अपने कमोबेश सुपरिभाषित माध्यम के साथ मानव समाज के आवरण की तरह है। राजनीतिक संचार का प्रवाह गतिशील सामाजिक तथा राजनीतिक विकास की दिशा एवं गति को निर्धारित करता है। कोई भी व्यक्ति, किसी देश में प्रचलित राजनीतिक संचार गतिविधियों की संरचना, अंश एवं प्रवाह के संबंध में उस देश की सामाजिक एवं राजनीतिक प्रक्रियाका विश्लेषण कर सकता है।
राजनीतिक संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी राष्ट्र का नेतृत्व, मीडिया तथा नागरिक-वर्ग उन संदेशों का आदान-प्रदान करता है और उसे अर्थ देता है जो सार्वजनिक नीति के संचालन से संबंधित होता है। राजनीतिक संचार की विशिष्ट विशेषता यह है कि संदेश व्यापक रूप में शासन से या सार्वजनिक नीति के संचालन से संबंधित होते हैं, सामान्यतः यह माना जाता है कि राजनीतिक संचार केवल चुनावों से संबंधित होता है, किंतु ऐसा नहीं है। राजनीति मोटे तौर पर उस प्रक्रिया को निर्धारित करती है; और उससे संबंधित होती है, जिसके द्वारा समाज नीतिगत मामलों पर सर्वसम्मति पर पहुंचता है। इस तरह, राजनीति संचार का आधार विशिष्ट वर्ग अथवा आम जनता के व्यापक संबंध वाले मामलों के बारे में नागरिकों, मीडिया एवं नेताओं के ‘कथोपकथन’है।
राजनीतिक संचार विद्वतापूर्व अध्ययन का एक बहु-विषयीय क्षेत्र है। इसमें, संचार, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, सामाजिकी, प्रबंधन एवं दर्शन शास्त्र विषयों के स्नातकों के लिए अवसर हैं।
राजनीति संचार के छात्र सामान्यतः नीति एवं शासन मामलों की आम जनता की समझ को रूप देने में संचार एवं मीडिया की भूमिका के बारे में शिक्षा प्राप्त करते हैं। वे मीडिया के समर्थन, राजनीतिक विकास के बारे में संदेशों के प्रारूपण एवं राजनीतिक सेवाओं को प्रोतसाहन देने की नीतियों का ज्ञान प्राप्त करते हैं। संचार एक ऐसा मुख्य साधन है जिसका राजनीतिक संचार किसी राष्ट्र के राजनीतिक जीवन के प्रत्येक पहलू पर बल देते हुए राजनीतिक माहौल को समझने में प्रयोग करते हैं। राजनीतिक क्षेत्र में संचार का प्रयोग उन विशिष्ट संरचनाओं की प्रकृति तथा स्थिति का अध्ययन एवं मूल्यांक न करने के लिए जनता को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करने में किया जाता है जो व्यापक रूप में समाज में राजनीति संचार की सभी प्रक्रियाओं को प्रभावित करती है।
विकासशील देशों के राजनीतिक विकास में अधिकांश अध्ययन में, मुख्य बल राजनीतिक जीवन के प्रत्येक व्यापक पहलू के रूप में संचार कार्यों की विस्तृत संकल्पना के संबंध में दिया गया। अध्ययन अधिकांशतः मीडिया संस्थाओं/चैनलों और समसामयिक राष्ट्र-निर्माण की समस्याओं के राजनीतिक परिवर्तन आधार की पद्धति के संबंध को समझने से संबंद्ध होता है।
राजनीतिक संचार का कार्य - क्षेत्र विशाल है। यह सामाजिक विज्ञान तथा संचार सहित मानविकी में पृष्ठभूमि रखने वाले संचार छात्रों को यह अध्ययन करने का एक श्रेष्ठ अवसर देता है कि अंतवर्ती समाज में सरकार किस तरह राजनीतिक संचार कार्यकलापों का श्रेष्ठ प्रबंधन करती है और राजनीतिक आधुनिकीकरण को सुसाध्य बनाता है। राजनीतिक तथा संचार प्रक्रिया में एक विशिष्ट गहरा संबंध है। राजनीति के क्षेत्र में संचार का एक आधारभूत कार्य है। कुछ व्यक्ति प्रभाव के क्रम-जो राजनीतिक प्रक्रिया के एक छोटे अंश को संघटित करते हैं, को प्रत्यक्ष रूप में देख सकते हैं; मनुष्य को इसके बदले, किसी समय विशेष पर राजनीति की वास्तविकता का बोध कराने के लिए संचार /मीडिया प्रणाली पर निर्भर होने चाहिए। एक सुनियोजित राजनीतिक संचार प्रयास व्यक्तियों को, उपयुक्त ज्ञान के माध्यम से विवेक पूर्ण एवं संगत नीतिगत निर्णय लेने में समर्थ बनाता है, उनमें आवश्यक कौशल तथा आशावाद का संचार करता है, परिवर्तित मानसिकता तथा परिवर्तित आचरण के माध्यम से उपयुक्त कार्य को सुसाध्य बनाता है और प्रोतसाहित करता है। भारत जैसे देश में, जहां अधिकांश जनसंख्या या अब भी गांवों में रहती है तथा निरक्षरता एवं गरीबी जैसी समस्याएं अब भी विकास के मार्ग में बाधक हैं, हमें ऐसे जन-समुदाय तक पहुंच ने के लिए ऐसे कई संचार चैनलों की आवश्यकता है जो व्यक्तिगत तथा सामाजिक स्तर पर अच्छे शासन के रूप में राजनीतिक विकास की जानकारी रखते हों और उन्हें प्रोत्साहन देने में सक्षम हों।
संचार /मीडिया अध्ययन में डिग्री या डिप्लोमा के साथ किसी समाज/राष्ट्र की राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा मनोवैज्ञानिक प्रणाली की व्यापक समझ व्यक्ति को सरकार एवं सार्वजनिक कार्यों के बीच एक सम्पर्क-कड़ी के रूप में कार्य करने के विभिन्न संचार कार्य के अवसर दे सकती है जो यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आम व्यक्ति अच्छे शासन के श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
सामान्य राजनीतिक संचार व्यवसाय व्यक्ति के प्रोफाइल वृद्धि कार्यक्रम, मीडिया विश्लेषण, मीडिया सामग्री निर्माण, राजनीतिक कॉन्फरेंसों तथा इवेंट्स के आयोजन एवं प्रबंधन, भाषण और प्रस्तुति लेखन जैसे और ऐसे अन्य अनेक क्षेत्रों में कार्य करने के अवसर देता है।
इन सभी व्यवसायों को राजनीतिक संचार क अपने क्षेत्र में उन्हें आगे ले जाने और राजनीतिक माहौल को श्रेष्ठ सुविधा का रूप देने में मुख्य भूमिका निभाने के लिए अपनाते हैं। राजनीतिक संचार क के सामान्यतः राजनीति कार्यकर्ताओं के साथ निकटता से जुड़ कर कार्य करते है। यह राजनीतिक संचारकों का दायित्व है कि वे यह सुनिश्चित करें कि जनता को राजनीति, नीतियों, व्यक्तियों तथा उन प्रक्रियाओं की जानकारी हो जो उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले निर्णयों को संचालित करती हैं।
समर्थन की भूमिका में, राजनीतिक संचार क राजनीतिक नेताओं को ‘‘क्या, कैसे, किसे और कब कहना है” पर सलाह देते हैं। राजनीतिक संचार के व्यवसाय में राजनीतिक निगरानी, नीतिगत अनुसंधान और विश्लेषण, योजनागत एवं कार्य-विधि संबंधी सलाह देन और प्रतिष्ठा प्रबंधन कार्य शामिल हैं ताकि राजनीतिक नेताओं को यह जानकारी हो कि वे अपनी प्रतिष्ठा कैसे बढ़ाएं और अपने समाज के व्यक्तियों से मजबूत संबंध कैसे बनाएं।
राजनीतिक संचारक राजनीतिक अभियानों तथा गठबंधन करने की रूपरेखा बनाने तथा नीति निर्धारित करने में भी सहायता करते हैं। आज के डिजिटल प्रौद्योगिकी युग में राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित करने के अभियान इतने प्रचलन में है जितने पहले कभी नहीं थे। मीडिया राजनीतिक बहस को रूप देने में निरंतर शक्तिशाली बनता जा रहा है जो इनमें लगे हैं वे अपनी सूचना विविध एवं परिष्कृत सूचना स्रोतों से प्राप्त करते हैं। इसलिए, राजनीतिक अभियानों को, सफलता प्राप्त करने के लिए, आवश्यकता है कि विभिन्न परम्परागत एवं अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग करें।
अच्छे संचार एवं प्रबंधन कौशल के साथ राजनीति एवं संचार के बीच सह-संबंध की संकल्पना समझ वाला व्यक्ति, अपने ग्राहकों के लिए राजनीतिक तथा नीतिगत अभियान प्रबंधन योजनाओं का विकास करने, संयोजन करने एवं चलाने के लिए राजनीतिक संचार परामर्श-संस्थाओं के साथ कार्य कर सकता है। राजनीतिक संचार परामर्श संस्थाएं इटंरनेट निगरानी एवं रिबटल सहित व्यावहारिक एवं नव प्रवर्तित इलेक्ट्रॉनिक अभियान सेवाओं का विकास कर रहे हैं ऑनलाइन प्रेस कार्यालय चला रहे हैं, जो आपको साइबर मीडिया के साथ एक राजनीतिक संचारक के रूप में कार्य करने का भी शानदार अवसर देते हैं।
इस समय कई भारतीय विश्वविद्यालयों के संचार विभाग स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीतिक संचार को अपने एक वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ा रहे हैं। पत्रकारिता एवं जनसंचार में प्रशिक्षित एवं राजनीति विज्ञान, सामाजिकी, मनोविज्ञान या प्रबंधन में डिग्रीधारी व्यक्ति को विविध क्षेत्रों में एक राजनीतिक संचार क के रूप में कार्य करने के लिए आसानी से भर्ती किया जा सकता है। संचार की दृष्टि से विकास के राजनीतिक आयामों की अच्छी समझ होना इसकी प्रथम अपेक्षा है।
राजनीतिक विकास के क्षेत्र में कार्यरत सरकारी राजनीतिक संगठन, राजनीतिक एजेंसियों और विभाग तथा शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थाएं, संचार परामर्श संस्थाएं, शासन क्षेत्र में कार्यरत मीडिया संगठन, गैर-सरकारी संगठन सामान्यतः अपनी रिक्तियां समाचार पत्रों में विज्ञापित करते हैं। इन संगठनों के वेबसाइट पर भी रोजगार, पात्रता एवं आवेदन-पद्धति के विवरण दिए जाते हैं। इन एजेंसियों के साथ आप एक राजनीतिक संचार विशेषज्ञ, पत्रकार, अनुसंधानकर्ता तथा मीडिया सलाहकार के रूप में कार्य कर सकते हैं।
राजनीतिक संचार क्षेत्र में वेतन आपकी योग्यता तथा अनुभव, नीति एवं शासन संबंधी मामलों में आपकी विशेषज्ञता और आपकी संचार कुशलता पर निर्भर करता है। संचार अध्ययन में डिग्री या डिप्लोमा के साथ राजनीतिक विकास मामलों की अच्छी समझ आपको एंट्री स्तर के पदों पर 20000 रु. से 25000/- रु. वेतन अर्जित करने में सहायता कर सकती है। संचार अध्ययन में कोई मास्टर या डॉक्टोरल डिग्री तथा सामाजिक विज्ञान/मानविकी में कोई औपचारिक शिक्षा/ विशेषज्ञता अधिक अवसर दिला सकती हैं। प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठन तथा संचार परामर्श-संस्थाएं अपनी विभिन्न परियोजनाओं/कार्यक्रमों के लिए राजनीतिक संचारक व्यवसायियों को अच्छा वेतन दे सकती हैं, अंतर्राष्ट्रीय प्रदाता एवं सरकारी सहभागी भी नीति एवं शासन अनुसंधान में समर्थन की अच्छी समझ रखने वाले व्यक्तियों को अच्छे पद देते हैं। एक मजबूत नेतृत्व, टीम विकास तथा नेटवर्किंग कौशल नीति-प्रबंधन एवं शासन क्षेत्र में आपको कोई उच्च पद दिला सकता है।
एक राजनीतिक संचार क के रूप में किसी व्यक्ति को किसी सम्पूर्ण राजनीति संचार अभियान को अनुकूल बनाने के लिए प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए या किसी वेबसाइट के लिए साधारण राजनीतिक संदेशों की रूपरेखा को लेकर सभी स्तरों पर नव प्रवर्तन की योजना बनाने तथा सृजन के लिए प्रभावी संचार की अच्छी समझ होनी चाहिए। राजनीतिक अभियानों को, अभिप्रेत श्रोताओं के लिए मीडिया संदेश तैयार करने तथा देने के लिए अनुसंधान आधारित संचार नीतियों की आवश्यकता होती है। राजनीतिक संचार क के रूप में किसी भी व्यक्ति को, राजनीति परिवर्तन एवं राष्ट्र-निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया में अभिवृत्ति तथा महत्व की अत्यधिक सुस्पष्ट संरचनात्मक समस्याओं का विश्लेषण करना सीखना होगा।
यह समझने के लिए कि किसी देश में राजनीतिक आधुनिकीकरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया किस तरह स्थान लेती है, एक राजनीतिक संचारक के रूप में आपको उस समाज की वस्तुनिष्ठ सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं के वृहद् विश्लेषण तथा विषयनिष्ठ मनोवैज्ञानिक समस्याओं के सूक्ष्म विश्लेषण की व्यापक संकल्पनात्मक समझ होनी चाहिए राजनीतिक संचार विशेषज्ञ के रूप में आपको ज्ञान होना चाहिए कि किस तरह राजनीतिक सर्वसम्मति का व्यक्तियों को गहन रूप में धारित मनोवृत्ति एवं भावनाओं जो सामान्यतः उनके मीडिया प्रभावन से सृजित की जाती है, का संबंध है। राजनीतिक संस्थाओं के विकास को राजनीतिक संधि वाले संगठन से जोड़ऩे के बहुप्रयोजन दृष्टिकोण, रुचि की अभिव्यक्ति, सामूहिक मत और राजनीतिक सर्वसम्मति का महत्व आपको एक राजनीतिक संचार कुशल व्यक्ति के रूप में स्थापित करने में सहायता कर सकता है।
(डॉ. प्रदीप नायर इस समय अनवर जामिया किदवई-जनसंचार अनुसंधान केंद्र (एम.सी.आर.सी), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (एक केंद्रीय विश्वविद्यालय), जामिया नगर, नई दिल्ली-110025 में अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं। ई-मेल - pradeep.mcrc@ jmi.ac.in, nairdevcom@ yahoo.co.in)
विस्तार एवं कार्य – क्षेत्र
राजनीतिक संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी राष्ट्र का नेतृत्व, मीडिया तथा नागरिक-वर्ग उन संदेशों का आदान-प्रदान करता है और उसे अर्थ देता है जो सार्वजनिक नीति के संचालन से संबंधित होता है। राजनीतिक संचार की विशिष्ट विशेषता यह है कि संदेश व्यापक रूप में शासन से या सार्वजनिक नीति के संचालन से संबंधित होते हैं, सामान्यतः यह माना जाता है कि राजनीतिक संचार केवल चुनावों से संबंधित होता है, किंतु ऐसा नहीं है। राजनीति मोटे तौर पर उस प्रक्रिया को निर्धारित करती है; और उससे संबंधित होती है, जिसके द्वारा समाज नीतिगत मामलों पर सर्वसम्मति पर पहुंचता है। इस तरह, राजनीति संचार का आधार विशिष्ट वर्ग अथवा आम जनता के व्यापक संबंध वाले मामलों के बारे में नागरिकों, मीडिया एवं नेताओं के ‘कथोपकथन’है।
राजनीतिक संचार विद्वतापूर्व अध्ययन का एक बहु-विषयीय क्षेत्र है। इसमें, संचार, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, सामाजिकी, प्रबंधन एवं दर्शन शास्त्र विषयों के स्नातकों के लिए अवसर हैं।
राजनीति संचार के छात्र सामान्यतः नीति एवं शासन मामलों की आम जनता की समझ को रूप देने में संचार एवं मीडिया की भूमिका के बारे में शिक्षा प्राप्त करते हैं। वे मीडिया के समर्थन, राजनीतिक विकास के बारे में संदेशों के प्रारूपण एवं राजनीतिक सेवाओं को प्रोतसाहन देने की नीतियों का ज्ञान प्राप्त करते हैं। संचार एक ऐसा मुख्य साधन है जिसका राजनीतिक संचार किसी राष्ट्र के राजनीतिक जीवन के प्रत्येक पहलू पर बल देते हुए राजनीतिक माहौल को समझने में प्रयोग करते हैं। राजनीतिक क्षेत्र में संचार का प्रयोग उन विशिष्ट संरचनाओं की प्रकृति तथा स्थिति का अध्ययन एवं मूल्यांक न करने के लिए जनता को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करने में किया जाता है जो व्यापक रूप में समाज में राजनीति संचार की सभी प्रक्रियाओं को प्रभावित करती है।
विकासशील देशों के राजनीतिक विकास में अधिकांश अध्ययन में, मुख्य बल राजनीतिक जीवन के प्रत्येक व्यापक पहलू के रूप में संचार कार्यों की विस्तृत संकल्पना के संबंध में दिया गया। अध्ययन अधिकांशतः मीडिया संस्थाओं/चैनलों और समसामयिक राष्ट्र-निर्माण की समस्याओं के राजनीतिक परिवर्तन आधार की पद्धति के संबंध को समझने से संबंद्ध होता है।
राजनीतिक संचार का कार्य - क्षेत्र विशाल है। यह सामाजिक विज्ञान तथा संचार सहित मानविकी में पृष्ठभूमि रखने वाले संचार छात्रों को यह अध्ययन करने का एक श्रेष्ठ अवसर देता है कि अंतवर्ती समाज में सरकार किस तरह राजनीतिक संचार कार्यकलापों का श्रेष्ठ प्रबंधन करती है और राजनीतिक आधुनिकीकरण को सुसाध्य बनाता है। राजनीतिक तथा संचार प्रक्रिया में एक विशिष्ट गहरा संबंध है। राजनीति के क्षेत्र में संचार का एक आधारभूत कार्य है। कुछ व्यक्ति प्रभाव के क्रम-जो राजनीतिक प्रक्रिया के एक छोटे अंश को संघटित करते हैं, को प्रत्यक्ष रूप में देख सकते हैं; मनुष्य को इसके बदले, किसी समय विशेष पर राजनीति की वास्तविकता का बोध कराने के लिए संचार /मीडिया प्रणाली पर निर्भर होने चाहिए। एक सुनियोजित राजनीतिक संचार प्रयास व्यक्तियों को, उपयुक्त ज्ञान के माध्यम से विवेक पूर्ण एवं संगत नीतिगत निर्णय लेने में समर्थ बनाता है, उनमें आवश्यक कौशल तथा आशावाद का संचार करता है, परिवर्तित मानसिकता तथा परिवर्तित आचरण के माध्यम से उपयुक्त कार्य को सुसाध्य बनाता है और प्रोतसाहित करता है। भारत जैसे देश में, जहां अधिकांश जनसंख्या या अब भी गांवों में रहती है तथा निरक्षरता एवं गरीबी जैसी समस्याएं अब भी विकास के मार्ग में बाधक हैं, हमें ऐसे जन-समुदाय तक पहुंच ने के लिए ऐसे कई संचार चैनलों की आवश्यकता है जो व्यक्तिगत तथा सामाजिक स्तर पर अच्छे शासन के रूप में राजनीतिक विकास की जानकारी रखते हों और उन्हें प्रोत्साहन देने में सक्षम हों।
कार्य-प्रकृति :
संचार /मीडिया अध्ययन में डिग्री या डिप्लोमा के साथ किसी समाज/राष्ट्र की राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा मनोवैज्ञानिक प्रणाली की व्यापक समझ व्यक्ति को सरकार एवं सार्वजनिक कार्यों के बीच एक सम्पर्क-कड़ी के रूप में कार्य करने के विभिन्न संचार कार्य के अवसर दे सकती है जो यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आम व्यक्ति अच्छे शासन के श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
सामान्य राजनीतिक संचार व्यवसाय व्यक्ति के प्रोफाइल वृद्धि कार्यक्रम, मीडिया विश्लेषण, मीडिया सामग्री निर्माण, राजनीतिक कॉन्फरेंसों तथा इवेंट्स के आयोजन एवं प्रबंधन, भाषण और प्रस्तुति लेखन जैसे और ऐसे अन्य अनेक क्षेत्रों में कार्य करने के अवसर देता है।
इन सभी व्यवसायों को राजनीतिक संचार क अपने क्षेत्र में उन्हें आगे ले जाने और राजनीतिक माहौल को श्रेष्ठ सुविधा का रूप देने में मुख्य भूमिका निभाने के लिए अपनाते हैं। राजनीतिक संचार क के सामान्यतः राजनीति कार्यकर्ताओं के साथ निकटता से जुड़ कर कार्य करते है। यह राजनीतिक संचारकों का दायित्व है कि वे यह सुनिश्चित करें कि जनता को राजनीति, नीतियों, व्यक्तियों तथा उन प्रक्रियाओं की जानकारी हो जो उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले निर्णयों को संचालित करती हैं।
समर्थन की भूमिका में, राजनीतिक संचार क राजनीतिक नेताओं को ‘‘क्या, कैसे, किसे और कब कहना है” पर सलाह देते हैं। राजनीतिक संचार के व्यवसाय में राजनीतिक निगरानी, नीतिगत अनुसंधान और विश्लेषण, योजनागत एवं कार्य-विधि संबंधी सलाह देन और प्रतिष्ठा प्रबंधन कार्य शामिल हैं ताकि राजनीतिक नेताओं को यह जानकारी हो कि वे अपनी प्रतिष्ठा कैसे बढ़ाएं और अपने समाज के व्यक्तियों से मजबूत संबंध कैसे बनाएं।
राजनीतिक संचारक राजनीतिक अभियानों तथा गठबंधन करने की रूपरेखा बनाने तथा नीति निर्धारित करने में भी सहायता करते हैं। आज के डिजिटल प्रौद्योगिकी युग में राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित करने के अभियान इतने प्रचलन में है जितने पहले कभी नहीं थे। मीडिया राजनीतिक बहस को रूप देने में निरंतर शक्तिशाली बनता जा रहा है जो इनमें लगे हैं वे अपनी सूचना विविध एवं परिष्कृत सूचना स्रोतों से प्राप्त करते हैं। इसलिए, राजनीतिक अभियानों को, सफलता प्राप्त करने के लिए, आवश्यकता है कि विभिन्न परम्परागत एवं अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग करें।
अच्छे संचार एवं प्रबंधन कौशल के साथ राजनीति एवं संचार के बीच सह-संबंध की संकल्पना समझ वाला व्यक्ति, अपने ग्राहकों के लिए राजनीतिक तथा नीतिगत अभियान प्रबंधन योजनाओं का विकास करने, संयोजन करने एवं चलाने के लिए राजनीतिक संचार परामर्श-संस्थाओं के साथ कार्य कर सकता है। राजनीतिक संचार परामर्श संस्थाएं इटंरनेट निगरानी एवं रिबटल सहित व्यावहारिक एवं नव प्रवर्तित इलेक्ट्रॉनिक अभियान सेवाओं का विकास कर रहे हैं ऑनलाइन प्रेस कार्यालय चला रहे हैं, जो आपको साइबर मीडिया के साथ एक राजनीतिक संचारक के रूप में कार्य करने का भी शानदार अवसर देते हैं।
अध्ययन कहां करें और पात्रता
इस समय कई भारतीय विश्वविद्यालयों के संचार विभाग स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीतिक संचार को अपने एक वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ा रहे हैं। पत्रकारिता एवं जनसंचार में प्रशिक्षित एवं राजनीति विज्ञान, सामाजिकी, मनोविज्ञान या प्रबंधन में डिग्रीधारी व्यक्ति को विविध क्षेत्रों में एक राजनीतिक संचार क के रूप में कार्य करने के लिए आसानी से भर्ती किया जा सकता है। संचार की दृष्टि से विकास के राजनीतिक आयामों की अच्छी समझ होना इसकी प्रथम अपेक्षा है।
रोजगार कहां तलाशें ?
राजनीतिक विकास के क्षेत्र में कार्यरत सरकारी राजनीतिक संगठन, राजनीतिक एजेंसियों और विभाग तथा शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थाएं, संचार परामर्श संस्थाएं, शासन क्षेत्र में कार्यरत मीडिया संगठन, गैर-सरकारी संगठन सामान्यतः अपनी रिक्तियां समाचार पत्रों में विज्ञापित करते हैं। इन संगठनों के वेबसाइट पर भी रोजगार, पात्रता एवं आवेदन-पद्धति के विवरण दिए जाते हैं। इन एजेंसियों के साथ आप एक राजनीतिक संचार विशेषज्ञ, पत्रकार, अनुसंधानकर्ता तथा मीडिया सलाहकार के रूप में कार्य कर सकते हैं।
वेतन
राजनीतिक संचार क्षेत्र में वेतन आपकी योग्यता तथा अनुभव, नीति एवं शासन संबंधी मामलों में आपकी विशेषज्ञता और आपकी संचार कुशलता पर निर्भर करता है। संचार अध्ययन में डिग्री या डिप्लोमा के साथ राजनीतिक विकास मामलों की अच्छी समझ आपको एंट्री स्तर के पदों पर 20000 रु. से 25000/- रु. वेतन अर्जित करने में सहायता कर सकती है। संचार अध्ययन में कोई मास्टर या डॉक्टोरल डिग्री तथा सामाजिक विज्ञान/मानविकी में कोई औपचारिक शिक्षा/ विशेषज्ञता अधिक अवसर दिला सकती हैं। प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठन तथा संचार परामर्श-संस्थाएं अपनी विभिन्न परियोजनाओं/कार्यक्रमों के लिए राजनीतिक संचारक व्यवसायियों को अच्छा वेतन दे सकती हैं, अंतर्राष्ट्रीय प्रदाता एवं सरकारी सहभागी भी नीति एवं शासन अनुसंधान में समर्थन की अच्छी समझ रखने वाले व्यक्तियों को अच्छे पद देते हैं। एक मजबूत नेतृत्व, टीम विकास तथा नेटवर्किंग कौशल नीति-प्रबंधन एवं शासन क्षेत्र में आपको कोई उच्च पद दिला सकता है।
अपने कौशल को प्रखर करें
एक राजनीतिक संचार क के रूप में किसी व्यक्ति को किसी सम्पूर्ण राजनीति संचार अभियान को अनुकूल बनाने के लिए प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए या किसी वेबसाइट के लिए साधारण राजनीतिक संदेशों की रूपरेखा को लेकर सभी स्तरों पर नव प्रवर्तन की योजना बनाने तथा सृजन के लिए प्रभावी संचार की अच्छी समझ होनी चाहिए। राजनीतिक अभियानों को, अभिप्रेत श्रोताओं के लिए मीडिया संदेश तैयार करने तथा देने के लिए अनुसंधान आधारित संचार नीतियों की आवश्यकता होती है। राजनीतिक संचार क के रूप में किसी भी व्यक्ति को, राजनीति परिवर्तन एवं राष्ट्र-निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया में अभिवृत्ति तथा महत्व की अत्यधिक सुस्पष्ट संरचनात्मक समस्याओं का विश्लेषण करना सीखना होगा।
यह समझने के लिए कि किसी देश में राजनीतिक आधुनिकीकरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया किस तरह स्थान लेती है, एक राजनीतिक संचारक के रूप में आपको उस समाज की वस्तुनिष्ठ सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं के वृहद् विश्लेषण तथा विषयनिष्ठ मनोवैज्ञानिक समस्याओं के सूक्ष्म विश्लेषण की व्यापक संकल्पनात्मक समझ होनी चाहिए राजनीतिक संचार विशेषज्ञ के रूप में आपको ज्ञान होना चाहिए कि किस तरह राजनीतिक सर्वसम्मति का व्यक्तियों को गहन रूप में धारित मनोवृत्ति एवं भावनाओं जो सामान्यतः उनके मीडिया प्रभावन से सृजित की जाती है, का संबंध है। राजनीतिक संस्थाओं के विकास को राजनीतिक संधि वाले संगठन से जोड़ऩे के बहुप्रयोजन दृष्टिकोण, रुचि की अभिव्यक्ति, सामूहिक मत और राजनीतिक सर्वसम्मति का महत्व आपको एक राजनीतिक संचार कुशल व्यक्ति के रूप में स्थापित करने में सहायता कर सकता है।
(डॉ. प्रदीप नायर इस समय अनवर जामिया किदवई-जनसंचार अनुसंधान केंद्र (एम.सी.आर.सी), जामिया मिल्लिया इस्लामिया (एक केंद्रीय विश्वविद्यालय), जामिया नगर, नई दिल्ली-110025 में अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं। ई-मेल - pradeep.mcrc@ jmi.ac.in, nairdevcom@ yahoo.co.in)
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