9 जनवरी 2014, महोबा। जिले में खेतों की प्यास बुझाने के लिए गांव-गांव से किसानों के तालाब की फेहरिस्त और सूचनाओं का ब्यौरा सुबह से शाम तक मिलना आम बात होती जा रही है, जो अपने खेत के पांचवें-दसवें हिस्से में अपना तालाब बनाने के इच्छुक हैं। पर इसी जिले के एक गांव की महिला किसान का हौसला देखते ही बनता है, जिसने अपने खेत को तालाब में तब्दील कर दिखा दिया।
भरोसा ही नहीं होता कि जिस देश में तालाबों को कब्जा मुक्त कराने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय को जनहित में आदेश पारित कर हस्ताक्षेप करना पड़ा हो और इसी इलाके के चन्देलकालीन ऐतिहासिक जीवनदायी तालाबों की जमीनों पर काबिज होने की अन्धी होड़ लगी हो उसी जिले के एक गांव में दलित परिवार के घर जन्मी बेटी ने अपने माता-पिता की बिरासती सम्पत्ति के रूप में मिली 4 बीघे पर बेहिचक तालाब बनवा दिया। जनपद के चरखारी विकास खण्ड के सूपा गांव में जन्मी श्रीमती श्यामा पत्नी दशरथ, 52 वर्षों से अपने मायके में ही अपने माता-पिता के घर पर अपने पति और दो पुत्रों के साथ मेहनत-मजदूरी कर बशर कर रही है। उसने विरासत में मिली पिता की 4 बीघे असिंचित जमीन पर तालाब बना डाला। गाँव में किसानों के खेतो में बन रहे तालाबों में मजदूरी करते-करते श्यामा के परिवार को एहसास हुआ कि तालाब बहुत ही फ़ायदे का धंधा है। जिसमें एकबार लागत लगा दी फिर हर साल निशुल्क मिलने वाले वर्षाजल प्रसाद को एकत्र कर कई तरह से फ़ायदे लिए जा सकते हैं। यही विश्वास श्रीमती श्यामा और उसके परिवार को एक राय होने में मददगार बना, कोशिश की तो गांव में तैनात ग्राम विकास अधिकारी ओम तिवारी ने पूरी सिद्दत के साथ मनरेगा से खेत को तालाब बनाने में लग गए।
श्यामा के 33 वर्षीय पुत्र सिद्धगोपाल बताते हैं कि हम आश्वस्त हैं कि फसलों के लिए पानी की जतन के बजाए पानी की खेती कर अच्छी फायदे पा सकेंगे। तालाब की पाल पर जरूरत का घर बनाएंगे और मछली पालन करेंगे।
इस तालाब को देखने के लिए पड़ोसी गांव के किसान भी आ रहे हैं।
सिद्धगोपाल अपनी मां की जमीन पर बनने वाले तालाब को दीर्घायु बनाने की जतन कर रहे हैं। कोशिश है कि तीन मीटर गहरे तालाब का निर्माण कार्य मनरेगा से पूरे होने पर आगे के और तीन मीटर की गहराई कर्ज ले कर कराएंगें ताकि वर्षो तक वर्षाजल प्रसाद को संरक्षित कर सकें। श्रीमती श्यामा और उसके परिवार का यह दूरदृष्टि भरा निर्णय कर पानी की खेती कर परिवार को रोजी-रोटी का टिकाऊ माध्यम देने की है। निश्चित ही क्षेत्र के किसानों को इससे प्रेरणा मिलेगी।
संपर्क - श्रीमती श्यामा पत्नी श्री दशरथ
ग्राम - सूपा, विकासखंड - चरखारी, महोबा
मो. - श्यामा के पुत्र सिद्धगोपाल का नंबर - 9956987767
भरोसा ही नहीं होता कि जिस देश में तालाबों को कब्जा मुक्त कराने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय को जनहित में आदेश पारित कर हस्ताक्षेप करना पड़ा हो और इसी इलाके के चन्देलकालीन ऐतिहासिक जीवनदायी तालाबों की जमीनों पर काबिज होने की अन्धी होड़ लगी हो उसी जिले के एक गांव में दलित परिवार के घर जन्मी बेटी ने अपने माता-पिता की बिरासती सम्पत्ति के रूप में मिली 4 बीघे पर बेहिचक तालाब बनवा दिया। जनपद के चरखारी विकास खण्ड के सूपा गांव में जन्मी श्रीमती श्यामा पत्नी दशरथ, 52 वर्षों से अपने मायके में ही अपने माता-पिता के घर पर अपने पति और दो पुत्रों के साथ मेहनत-मजदूरी कर बशर कर रही है। उसने विरासत में मिली पिता की 4 बीघे असिंचित जमीन पर तालाब बना डाला। गाँव में किसानों के खेतो में बन रहे तालाबों में मजदूरी करते-करते श्यामा के परिवार को एहसास हुआ कि तालाब बहुत ही फ़ायदे का धंधा है। जिसमें एकबार लागत लगा दी फिर हर साल निशुल्क मिलने वाले वर्षाजल प्रसाद को एकत्र कर कई तरह से फ़ायदे लिए जा सकते हैं। यही विश्वास श्रीमती श्यामा और उसके परिवार को एक राय होने में मददगार बना, कोशिश की तो गांव में तैनात ग्राम विकास अधिकारी ओम तिवारी ने पूरी सिद्दत के साथ मनरेगा से खेत को तालाब बनाने में लग गए।
श्यामा के 33 वर्षीय पुत्र सिद्धगोपाल बताते हैं कि हम आश्वस्त हैं कि फसलों के लिए पानी की जतन के बजाए पानी की खेती कर अच्छी फायदे पा सकेंगे। तालाब की पाल पर जरूरत का घर बनाएंगे और मछली पालन करेंगे।
इस तालाब को देखने के लिए पड़ोसी गांव के किसान भी आ रहे हैं।
सिद्धगोपाल अपनी मां की जमीन पर बनने वाले तालाब को दीर्घायु बनाने की जतन कर रहे हैं। कोशिश है कि तीन मीटर गहरे तालाब का निर्माण कार्य मनरेगा से पूरे होने पर आगे के और तीन मीटर की गहराई कर्ज ले कर कराएंगें ताकि वर्षो तक वर्षाजल प्रसाद को संरक्षित कर सकें। श्रीमती श्यामा और उसके परिवार का यह दूरदृष्टि भरा निर्णय कर पानी की खेती कर परिवार को रोजी-रोटी का टिकाऊ माध्यम देने की है। निश्चित ही क्षेत्र के किसानों को इससे प्रेरणा मिलेगी।
संपर्क - श्रीमती श्यामा पत्नी श्री दशरथ
ग्राम - सूपा, विकासखंड - चरखारी, महोबा
मो. - श्यामा के पुत्र सिद्धगोपाल का नंबर - 9956987767
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