पछिवाँ के बादर, लबार के आदर।
भावार्थ- पश्चिम दिशा से उठा बादल उसी प्रकार कभी बरसता नहीं है जिस प्रकार लबार (झूठा) व्यक्ति का चाहे जितना आदर किया जाए वह कभी सच नहीं बोलता।
Path Alias
/articles/pachaivaan-kae-baadara
/articles/pachaivaan-kae-baadara