पानी की खराब गुणवत्ता की करें शिकायत

जल जीवन मिशन
जल जीवन मिशन

जलजीवन मिशन के डैशबोर्ड में जोड़ा गया नया टूल, जल प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही तय होगी

15 अगस्त 2019 को लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य 19 करोड़ ग्रामीण घरों को वर्ष 2024 तक, अब बढ़ाकर के 2026 तक नल से जल उपलब्ध कराना है। जिसमें कोई छूट न जाए, की नीति के साथ नवीनतम तकनीक का उपयोग भी शामिल होगा। यह एक बड़ी परिकल्पना थी और इसको पूरा करने के लिए केंद्रीय बजट से भारी रकम लगातार जारी की जा रही है। करीब-करीब 4.50 लाख करोड़ रुपये से ऊपर का ग्रामीण जल आपूर्ति इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हुआ है। अब जरूरी मुद्दा यह हो गया है कि जो पानी ग्रामीण लोगों को उपलब्ध हो वह गुणवत्ता के मानक पर भी खरा हो।

जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार पानी की खराब गुणवत्ता की शिकायत के संबंध में एत सिटिजन कार्नर बनाया गया है। पानी के प्रबंधन को लेकर पारदर्शिता और जवाबदेही की यह नई पहल है। जल जीवन मिशन केवल गांवों में घरों तक पानी पहुंचाने की योजना भर नहीं रहेगा, बल्कि यह जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का जरिया भी बनेगा। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इस मिशन के क्रियान्वयन में लोगों को यह मौका दिया है कि वे अपने गाँव अथवा घर में आने वाले पानी की खराब गुणवत्ता की शिकायत राज्य और केंद्र सरकार को कर सकते हैं।

गांवों में पानी की खराब गुणवत्ता की शिकायत कर सकेंगे लोग, जल शक्ति मंत्रालय की नई पहल

पानी के प्रबंधन को लेकर और खास करके उसकी गुणवत्ता को लेकर के पारदर्शिता और जवाबदेही के संदर्भ में इस पहल का बड़ा महत्व है। जल जीवन मिशन केवल गांव में घरों तक पानी पहुंचाने की योजना भर नहीं रहेगा बल्कि यह जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का एक बड़ा जरिया भी बनेगा। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इस मिशन के क्रियान्वयन में लोगों के मौका दिया कि अपने और घर में आने वाले पानी की खराब गुणवत्ता की शिकायत सीधे केंद्रीय स्तर पर करें।

मिशन के डैशबोर्ड पर सिटीजन कार्नर के रूप में यह सुविधा सभी को मिलने की शुरुआत हो गई है। इसका अर्थ है कि यदि आपको लगता है कि आपके घर में आ रहे पेयजल की गुणवत्ता सही नहीं है तो आप इस कार्नर पर अपने विवरण के साथ शिकायत अपलोड कर सकते हैं। पहली जिम्मेदारी संबंधित निकाय अथवा जिले के जलापूर्ति विभाग की होगी कि वे एक समय-सीमा के भीतर इसे दुरुस्त करें। इसके बाद राज्य सरकारें इसकी निगरानी कर सकेंगी। लोग टोल फ्री नंबर पर भी अपनी शिकायत अथवा चिंता से अधिकारियों को अवगत करा सकते हैं। यह टूल सबसे करीब की जल परीक्षण प्रयोगशाला की जानकारी भी देगा, जहां अपने पानी की जांच कराई जा सकती है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस सुविधा की शुरुआत की है।

मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, जल जीवन मिशन की सफलता के साथ पानी को लेकर डिजिटल गर्वनेंस की दिशा में यह अहम कदम है। यह मिशन हर घर तक पाइप के जरिये पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर भी आधारित है। इस टूल के साथ आगे जलापूर्ति संबंधी अन्य जानकारियां भी आनलाइन वे जा सकती हैं। इसके जरिये मंत्रालय पानी की गुणवत्ता को लेकर राष्ट्रीय डाटा भी एकत्र करना चाहता है ताकि उपचार की नई नीति बनाई जा सके। इसके साथ ही यह पानी की सप्लाई करने वाले विभागों की जवाबदेही भी तय करेगा कि उन्हें सिर्फ शिकायतों से अवगत ही नहीं, बल्कि उनके समाधान के लिए आगे बढ़ना होगा।

जल जीवन मिशन ‘हर घर तक नल से जल’ सुनिश्चित करने के साथ ही जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का भी अब काम करेगा। इस टूल के साथ आगे की जलापूर्ति संबंधित अन्य जानकारियां भी ऑनलाइन दी जा सकती हैं। इसके जरिए मंत्रालय पानी की क्वालिटी को लेकर के राष्ट्रीय स्तर पर डाटा भी एकत्रित करना चाहता है ताकि वॉटर-ट्रीटमेंट की नई तकनीकें और तरीके विकसित किया जा सके, जिससे कि लोगों की शिकयतों का निवारण हो और सबको साफ पानी मिल सके।

ऐसे करें शिकायत

जल जीवन मिशन के डैश बोर्ड में जाकर सिटिजन कार्नर टूल पर क्लिक करें। इसके बाद अपने विवरण के साथ ही खराब जल की जानकारी देते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराएं। यदि आप पानी की गुणवत्ता की जांच भी करा सकते हैं। इसके लिए आवेदन भी कर सकेंगे। शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर की जानकारी संबंधित राज्य उपलब्ध कराएंगे।

यहां हम शिकायत पोर्टल पेज का लिंक दे रहे हैं आप यहां से डायरेक्ट क्लिक करके अपनी शिकायत दर्ज करा कर सकते हैं - 

https://ejalshakti.gov.in/jjm/citizen_corner/villageinformation.aspx

स्रोत-जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली

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