नरसी गेहूँ सरसी जवा


नरसी गेहूँ सरसी जवा।
अति के बरसे चना बवा।।


शब्दार्थ- नरसी – नीरस या शुष्क।

भावार्थ- गेहूँ की बोवाई खुश्क खेत में और जौ की तर खेत में करनी चाहिए, लेकिन यदि पानी अधिक बरसे तो उसमें चना बोना चाहिए।

Path Alias

/articles/narasai-gaehauun-sarasai-javaa

Post By: tridmin
×