मऊ जनपद में वर्तमान में भैंसही नदी का अस्तित्व केवल बारिश के दिनों में ही दिखता है। जब सरयू, तमसा आदि नदियां उफनाती हैं तो भैसही नदी का भी जल उफान पर आ जाता है। बारिश के बाद नदी खुद पानी के लिए तरसती है। पुनर्जीवन अभियान के अंतर्गत आजमगढ़ जनपद से मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के तिलसवा ग्राम पंचायत की शुरूआत से परदहा ब्लाक के रकौली ग्राम पंचायत में तमसा भैंसही संगम स्थल तक ग्रीन जोन बनेगा। जनपद के मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के चार, रानीपुर ब्लाक के १६ व परदहा ब्लाक के १३ सहित कुल ३३ ग्राम पंचायतों में वृहद अभियान चलाया जायेगा। इस क्रम में कुछ दिन पूर्व मऊ में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई जिसमें नदी विशेषज्ञ एवं लोक भारती कार्यकर्ता डॉ. वेंकटेश दत्ता ने भैंसही और तमसा नदी के पुनरुद्धार का मॉडल प्रस्तुत किया।
बैठक के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में भैंसही नदी के जीर्णोद्धार और तमसा नदी के किनारे हुए अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया गया। इसी के साथ बारिश के मौसम में नदियों और तालाबों के किनारे वृहद वृक्षारोपण के संबंध में भी बैठक के दौरान चर्चा की गई। घाघरा नदी मऊ की उत्तरी सीमा बनाती है और दक्षिण सीमा को तमसा नदी छूती है। इन दोनों नदियों के बीच कई छोटी धाराएं तथा वेटलैंड मौजूद हैं। डॉ. वेंकटेश ने बताया कि नदी के साथ-साथ नदी से जुड़े बाहों के भी पुनरोद्धार करने की जरूरत है जिससे नदियों के किनारे प्राकृतिक जंगल तैयार किया जा सके। इससे जल गुणवत्ता में वृद्धि के साथ ही जैव विविधता में भी सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने हरित पट्टी को ग्रीन रीबन और जल धाराओं को ब्लू रीबन बताया। नदी पुनुरुद्धार के लिए इन दोनों का साथ रहना बहुत जरूरी है। डॉ. वेंकटेश ने बताया कि नदी की खोदाई से निकली मिट्टी से नदियों के दोनों तरफ तटबंध बनाने से नदियों का नुकसान होता है। इससे खेतों से नदियों में पानी नहीं आता है, साथ ही बारिश के समय
खेतों में पानी भर जाता है।
भैंसही नदी मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड में तिलसवा, देवसीपुर, कमालपुर पहाड़पुर, चकसहजा, रानीपुर विकास खंड में अकबरपुर, अमिरहा, असलपुर, बरवां, चौनपुर, चकिया, चितविसांव, डडारी, गोपालपुर, कमरवां, कमचरी नुरपुर, करमी, कोडर, मंडूसरा, रसूलपुर, सरौदा, परदहां विकास खंड में मंसड़ी, रैकवारेडीह, पिपरीड़ीह, ताजपुर पतिला, सरयां रघुनाथपुर, रकौली, नासिरपुर, बढुआ गोदाम, मूंगेसर, कंधेरी, इमिलियाड़ीह, कहिनौर, डुमरांव आदि ग्राम पंचायतों से होकर गुजरती है। भैंसही नदी के जीर्णोद्धार को लेकर जिलाधिकारी ने उप जिलाअधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना हेमंत चौधरी एवं उप जिला अधिकारी सदर अभिषेक गोस्वामी को कार्ययोजना तैयार कर नक्शे के हिसाब से सर्वे करने के निर्देश दिए ताकि भैंसही नदी का सीमांकन किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने नदी के साथ ही साथ आसपास स्थित अतिक्रमण का भी पता लगाने को कहा है। उन्होंने उप जिलाधिकारी को संबंधित खंड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर नदी का सीमांकन करने तथा खाली स्थान पर वृक्षारोपण कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वातावरण को साफ रखने के लिए पौधरोपण बहुत जरूरी है। जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट को चिन्हांकन कर अवैध कब्जा हटाने के लिए तत्काल नोटिस भेजने एवं अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, उप जिलाधिकारी सदर अभिषेक गोस्वामी एवं उप जिला अधिकारी मुहम्दाबाद गोहाना हेमंत चौधरी, तहसीलदार घोसी, डीसी मनरेगा सहित समस्त खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
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