अनशन का 16वाँ दिन
स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद ने आज 07 जुलाई, 2018 को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यदि संसद के आने वाले सत्र में गंगा एक्ट पास कराने सम्बन्धी पत्र उन्हें भेजें तो स्वामी जी अनशन समाप्त कर देंगे। हालांकि उन्होंने शर्त के तौर पर यह भी कहा है कि पत्र प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं हस्ताक्षरित होना चाहिए। ज्ञात हो कि स्वामी सानंद 22 जून से गंगा एक्ट को पास कराने तथा गंगा पर बाँध के निर्माण बन्द कराने सहित अन्य माँगों को लेकर आमरण अनशन पर हैं।
गंगा को लेकर स्वामी सानंद के इस त्याग को गति देने के लिये 6 और 7 जुलाई को ‘गंगा तपस्या सिद्धि हेतु संवाद’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान गंगा की अविरलता और निर्मलता की समस्या पर मंथन हुआ। मंथन के दौरान स्वामी सानंद को सन्त समाज का भी समर्थन मिला।
कार्यक्रम के समापन के दिन ‘हरिद्वार घोषणा पत्र’ जारी किया गया। जिसमें स्वामी जी की माँगों का समर्थन किया गया और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उनकी माँगों की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने का भी निर्णय लिया गया। इस कार्यक्रम के समापन के दिन दिल्ली के राजघाट पर 11 जुलाई को धरना का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। इस धरने को हरिद्वार के साधु-सन्तों का भी समर्थन है। इस कार्यक्रम के दूसरे दिन स्वामी अग्निवेश भी शामिल हुए और उन्होंने दिल्ली में आयोजित किये जाने वाले धरने के आयोजन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। इतना ही नहीं इस दिन दिल्ली के अलावा देश के कई प्रदेशों की राजधानियों में भी धरना आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा समाज के सभी वर्गों को गंगा की वर्तमान अवस्था के प्रति जागरूक करने का निर्णय लिया गया। स्वामी जी के अनशन से जुड़ी न्यूज को पढ़ने के लिये नीचे दिये लिंक पर क्लिक करें
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