मगध जल जमात एक सामाजिक संगठन है जो समाज के सभी लोगों के सहयोग से जल संरक्षण के काम में वैचारिक, शैक्षणिक एवं रचनात्मक तीनों स्तरों पर लगा हुआ हैः-
उद्देश्य- मगध की जल संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु समाज के सभी वर्गों को सक्रिय करना, समाधान पाना।
कार्यक्षेत्र- संपूर्ण मगध(मगही भाषा-भाषी) क्षेत्र, (लगभग वर्तमान दक्षिण बिहार)। मगध के बाहर भी पानी के सवाल पर काम कर रहे लोगों से हमारा मैत्री का रिश्ता है।
कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फरवरी 2005 में सक्रिय होकर मगध जल जमात नाम को स्वरूप दिया। मगध जल जमात एक मिलाजुला सामाजिक मंच है। मगध क्षेत्र के वैसे सभी लोग व्यक्तिगत तथा संस्थागत रूप से इस मंच के भागीदार हैं और हो सकते हैं जिनकी रूचि एवं गतिविधि जल संबंधी समस्याओं के समाधान में है। यह जमात सक्रिय रूप से पिछले चार वर्ष से चल रही है। जमात की ओर से प्रेरणा, आह्वान, विविध परामर्श, चर्चा, जल संरक्षण संबंधी कार्यों के संयोजन तथा स्थानीय स्तर पर सहभागिता के प्रयास किए जा रहे हैं। मगध जल जमात में स्वतंत्र रूप से रोजी-रोटी चलाने के बाद सेवा भाव से पानी के सवाल पर सक्रिय लोग, संस्था चलाने वाले एवं संस्था के वेतनभोगी कार्यकर्ता सभी सम्मिलित हैं। संयोजन मंडल पूर्णतः सेवा भावी एवं अवैतनिक हैं।
पुस्तक का प्रकाशन-लेखक-डॉ. रवीन्द्र कुमार पाठक एवं डॉ. प्रमिला पाठक
संयोजको के व्यक्तिगत स्रोत एवं कभी-कभार प्राप्त सहायता से संयोजन का खर्च अब तक चलता रहता है। निर्माण प्रधान विविध अभियानों के लिए विविध समितियां सामग्री एवं नगद सहयोग अपने स्तर पर प्राप्त करती एवं खर्च करती है। उस कार्य का श्रेय एवं जिम्मेदारी उनकी होती है। इसी प्रकार समानांतर काम करने वाले संगठन अपने स्तर पर आय-व्यय की व्यवस्था रखते हैं।
1- जल संरक्षण हेतु पर्चों, फोल्डरों एवं पुस्तिकाओं का प्रकाशन।फोल्डर- देहाती क्षेत्र के लिए- हिंदी एवं उर्दू में।
शहरी क्षेत्र के लिए- हिंदी एवं उर्दू में।
2- श्रमदान तथा जन सहयोग से गया शहर के 7 तालाबों की सफाई/ मरम्मत। आठवें तालाब का काम जारी है।
3- हरिद्वार में आयोजित आयोजित गंगा रक्षा सम्मेलन के आयोजन में सहभागिता।
4- अच्छी कमेटियों को समर्थन, सम्मान कार्यक्रम। वर्ष-2006
5- जमुने दसइन पइन जीर्णोद्धार कार्यक्रम- 30 किमी. मुख्य प्रवाह प्रणाली, 25 किमी. शाखाएं एवं आहरों की मरम्मत हेतु संपर्क, संगठन, श्रमदान, निर्माण, जन प्रतिनिधियों की विकास राशि को जल संरक्षण में लगाने के लिए प्रेरित करने आदि के कार्य 2 वर्ष से जारी हैं। थोड़े- थोड़े विराम के बाद मरम्मत एवं संगठन का काम लगातार जारी है।
6- फ्लोराइड पीड़ितों के गांव भोक्तौरी, प्रखंड- बांके बाजार, जिला गया में नेहरू युवा केंद्र की ओर से दिनांक 26.12.08 से 29.12.08 तक एक कार्य शिविर का आयोजन, उसके बाद भी खुदाई कार्य चला और कुंड खुदाई का प्रथम चरण संपन्न।
7- स्थानीय प्रशासन के अनुरोध पर पितृपक्ष 2008 के अवसर पर गया शहर के चार तालाबों की सफाई।
8- इसी अवसर पर मंदसरवा नाले पर अस्थाई मल शोधन संरचना का निर्माण।
9- श्री चंद्रभूषण जी की संस्था सत्यपथ के साथ मिलकर मगध क्षेत्र में जल संरक्षण के काम में लगे लोगों का एक दिवसीय मित्र मिलन, 15 फरवरी 2009 को रेनेसांस, गया में आयोजित जिसमें तीस संगठनों के लोगों ने भाग लिया।
10- निरंजना-फल्गु संरक्षण अभियान-
आरंभिक अध्ययन का काम पूरा हो गया, दुर्भाग्य से सीवर ट्रीटमेंट बनाने से पूर्व बोधगया में सीवर जल को निरंजना में गिराने हेतु नाला बनाने का कार्य चल रहा है। बोधगया के मास्टर प्लान की अनदेखी कर निरंजना के शुद्ध जल को प्रदूषित किए जाने का खतरा मंडरा रहा है, इसके विरुद्ध जनजागरण की तैयारी एवं संपर्क बैठकें चल रही हैं।
1-श्रीमती सुशीला सहाय, 186, एपी कालोनी, गया। फोन-0631-2221267
2-डॉ रवींद्र कुमार पाठक, एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया। फोन-09431476562
3-डॉ फरासत हुसैन, रोड न. 3, व्हाइट हाउस कंपाउंड, गया, बिहार। फोन- 9431256612
4-डॉ प्रमिला पाठक, एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया। फोन-9430569428
5-श्री नंद कुमार सिंह, गौतम नगर, चंदौती ब्लॉक के पीछे, गया, बिहार। फोन-9430442863
एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया एवम् नेहरु युवा केंद्र, पश्चिमी जुडीशियल आवास के पास, एपीकालोनी, गया, बिहार
वैचारिक/ शैक्षणिक
उद्देश्य- मगध की जल संबंधी समस्याओं के समाधान हेतु समाज के सभी वर्गों को सक्रिय करना, समाधान पाना।
कार्यक्षेत्र- संपूर्ण मगध(मगही भाषा-भाषी) क्षेत्र, (लगभग वर्तमान दक्षिण बिहार)। मगध के बाहर भी पानी के सवाल पर काम कर रहे लोगों से हमारा मैत्री का रिश्ता है।
कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फरवरी 2005 में सक्रिय होकर मगध जल जमात नाम को स्वरूप दिया। मगध जल जमात एक मिलाजुला सामाजिक मंच है। मगध क्षेत्र के वैसे सभी लोग व्यक्तिगत तथा संस्थागत रूप से इस मंच के भागीदार हैं और हो सकते हैं जिनकी रूचि एवं गतिविधि जल संबंधी समस्याओं के समाधान में है। यह जमात सक्रिय रूप से पिछले चार वर्ष से चल रही है। जमात की ओर से प्रेरणा, आह्वान, विविध परामर्श, चर्चा, जल संरक्षण संबंधी कार्यों के संयोजन तथा स्थानीय स्तर पर सहभागिता के प्रयास किए जा रहे हैं। मगध जल जमात में स्वतंत्र रूप से रोजी-रोटी चलाने के बाद सेवा भाव से पानी के सवाल पर सक्रिय लोग, संस्था चलाने वाले एवं संस्था के वेतनभोगी कार्यकर्ता सभी सम्मिलित हैं। संयोजन मंडल पूर्णतः सेवा भावी एवं अवैतनिक हैं।
जलनीति
राष्ट्रीय जल नीति के होने पर भी मगध क्षेत्र के लिए एक स्वतंत्र जल नीति की जरूरत पानी के मुद्दे पर काम करने वाले स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता लोग महसूस कर रहे थे ताकि विवादास्पद मुद्दों पर नीतिगत आधार पर निर्णय लिया जा सके। अतः दृष्टि स्पष्ट करने के लिए एक नीति तय की गई है-मगध क्षेत्र की जल नीति।मगध की जल व्यवस्थाः
पुस्तक का प्रकाशन-लेखक-डॉ. रवीन्द्र कुमार पाठक एवं डॉ. प्रमिला पाठक
कोष एवं आमद/ खर्च
संयोजको के व्यक्तिगत स्रोत एवं कभी-कभार प्राप्त सहायता से संयोजन का खर्च अब तक चलता रहता है। निर्माण प्रधान विविध अभियानों के लिए विविध समितियां सामग्री एवं नगद सहयोग अपने स्तर पर प्राप्त करती एवं खर्च करती है। उस कार्य का श्रेय एवं जिम्मेदारी उनकी होती है। इसी प्रकार समानांतर काम करने वाले संगठन अपने स्तर पर आय-व्यय की व्यवस्था रखते हैं।
सफल प्रयास
1- जल संरक्षण हेतु पर्चों, फोल्डरों एवं पुस्तिकाओं का प्रकाशन।फोल्डर- देहाती क्षेत्र के लिए- हिंदी एवं उर्दू में।
शहरी क्षेत्र के लिए- हिंदी एवं उर्दू में।
2- श्रमदान तथा जन सहयोग से गया शहर के 7 तालाबों की सफाई/ मरम्मत। आठवें तालाब का काम जारी है।
3- हरिद्वार में आयोजित आयोजित गंगा रक्षा सम्मेलन के आयोजन में सहभागिता।
4- अच्छी कमेटियों को समर्थन, सम्मान कार्यक्रम। वर्ष-2006
5- जमुने दसइन पइन जीर्णोद्धार कार्यक्रम- 30 किमी. मुख्य प्रवाह प्रणाली, 25 किमी. शाखाएं एवं आहरों की मरम्मत हेतु संपर्क, संगठन, श्रमदान, निर्माण, जन प्रतिनिधियों की विकास राशि को जल संरक्षण में लगाने के लिए प्रेरित करने आदि के कार्य 2 वर्ष से जारी हैं। थोड़े- थोड़े विराम के बाद मरम्मत एवं संगठन का काम लगातार जारी है।
6- फ्लोराइड पीड़ितों के गांव भोक्तौरी, प्रखंड- बांके बाजार, जिला गया में नेहरू युवा केंद्र की ओर से दिनांक 26.12.08 से 29.12.08 तक एक कार्य शिविर का आयोजन, उसके बाद भी खुदाई कार्य चला और कुंड खुदाई का प्रथम चरण संपन्न।
7- स्थानीय प्रशासन के अनुरोध पर पितृपक्ष 2008 के अवसर पर गया शहर के चार तालाबों की सफाई।
8- इसी अवसर पर मंदसरवा नाले पर अस्थाई मल शोधन संरचना का निर्माण।
9- श्री चंद्रभूषण जी की संस्था सत्यपथ के साथ मिलकर मगध क्षेत्र में जल संरक्षण के काम में लगे लोगों का एक दिवसीय मित्र मिलन, 15 फरवरी 2009 को रेनेसांस, गया में आयोजित जिसमें तीस संगठनों के लोगों ने भाग लिया।
10- निरंजना-फल्गु संरक्षण अभियान-
आरंभिक अध्ययन का काम पूरा हो गया, दुर्भाग्य से सीवर ट्रीटमेंट बनाने से पूर्व बोधगया में सीवर जल को निरंजना में गिराने हेतु नाला बनाने का कार्य चल रहा है। बोधगया के मास्टर प्लान की अनदेखी कर निरंजना के शुद्ध जल को प्रदूषित किए जाने का खतरा मंडरा रहा है, इसके विरुद्ध जनजागरण की तैयारी एवं संपर्क बैठकें चल रही हैं।
मगध जल जमात का संयोजक मंडल
1-श्रीमती सुशीला सहाय, 186, एपी कालोनी, गया। फोन-0631-2221267
2-डॉ रवींद्र कुमार पाठक, एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया। फोन-09431476562
3-डॉ फरासत हुसैन, रोड न. 3, व्हाइट हाउस कंपाउंड, गया, बिहार। फोन- 9431256612
4-डॉ प्रमिला पाठक, एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया। फोन-9430569428
5-श्री नंद कुमार सिंह, गौतम नगर, चंदौती ब्लॉक के पीछे, गया, बिहार। फोन-9430442863
मगध जल जमात का पता -
एमआईजी 87, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, गया एवम् नेहरु युवा केंद्र, पश्चिमी जुडीशियल आवास के पास, एपीकालोनी, गया, बिहार
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