मारूँ हरनी तोडूँ कास।
बोऊँ उर्द हथिया की आस।।
भावार्थ- घाघ कहते हैं कि अगस्त नामक तारे के उदय की और कास में फूल लगने की चिन्ता छोड़कर हस्त नक्षत्र लगते ही उर्द बो देनी चाहिए।
Path Alias
/articles/maarauun-haranai-taodauun-kaasa
/articles/maarauun-haranai-taodauun-kaasa