लम्बे लम्बे कान


लम्बे लम्बे कान। और ढीला मुतान।।
छोड़ो छोड़ो किसान। न तो जात हैं प्रान।।


भावार्थ- घाघ का मानना है कि जिस बैल के कान लम्बे हों, पेशाब की इन्द्रिय झूलती हुई हो, हे किसान! उसे जल्दी से हटा दो, नहीं तो तुम्हारे प्राण ले लेगा।

Path Alias

/articles/lamabae-lamabae-kaana

Post By: tridmin
×