खेती करै खाद से भरै।
सौ मन कोठिला में लै धरै।।
भावार्थ- अच्छी खेती के लिए अधिक खाद की आवश्यकता होती है। यदि खेत में खाद अधिक है तो पैदावार इतनी अधिक होगी कि कोठिला अन्न से भर जायेंगे।
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