कर्नाटक राज्य में कृष्णा राजा सागर कमांड के अंतर्गत लोकपवानी जलग्रहण क्षेत्र की मृदा जलांश संचायक विशिष्टतायें

जलविज्ञानीय और कृषि प्रणालियों के गणितीय प्रतिरूपों (mathematical models) के अध्ययन हेतु मृदा जलांश, मृदा जल दबाव (h) और असंतृप्त द्रवीय चालकता (K) के पारस्परिक संबंधों का ज्ञान अति आवश्यक है। अतः k(h) और h, के आंकलन हेतु सतत् शोध प्रयासों के फलस्वरूप अनेक प्रयोगशाला, क्षेत्रीय एवं सैद्धांतिक विधियों का विकास हो चुका है। यह प्रपत्र कर्नाटक राज्य में कृष्णा राजा सागर कमांड के अंतर्गत लोकपवानी जलग्रहण क्षेत्र की मृदा जलांश संचायक विशिष्टतायें प्रस्तुत करता है। अध्ययन क्षेत्र में अठ्ठारह स्थानों का इस प्रकार से चयन किया गया जिससे कि सम्पूर्ण अध्ययन क्षेत्र आवरित हो सके। अध्ययन क्षेत्र से संकलित अक्षुब्ध (Undisturbed) मृदा प्रतिदर्शों (soil samples) को आई.सी.डब्ल्यू. पारगम्यतामापी (ICW Permeameter) के द्वारा संतृप्त द्रवीय चालकता (Saturated hydraulic conductivity) ज्ञात करने के लिए प्रयोग किया गया। मृदा जलांश संचायक (Soil moisture retention) आंकड़े क्षुब्ध (disturbed) मृदा प्रतिदर्शों के लिये दबाव प्लेट यंत्र (Pressure Plate Apparatus) द्वारा ज्ञात किये गये।

अध्ययन क्षेत्र में संतृप्त द्रवीय चालकता के मान 0.251 से 0.748 सेमी. प्रति घंटा के मध्य पाये गये। वैन गैनूच्टैन प्रतिरुप (Van Genuchten model) के जलांश संचायक सूत्र के प्राचल अरेखीय समाश्रयण (non-linear regression) द्वारा ज्ञात किये गये। अध्ययन क्षेत्र के लिए मान 0.019 और 0.321 के मध्य पाया गया जबकि n का मान 1.467 और 1.851 के मध्य पाया गया। यह आशा की जाती है कि इस अध्ययन से प्राप्त परिणाम लोकपवानी जलग्रहण क्षेत्र के गणितीय प्रतिरूपों के अध्ययन में सहायक सिद्ध होंगे।

इस रिसर्च पेपर को पूरा पढ़ने के लिए अटैचमेंट देखें

Path Alias

/articles/karanaataka-raajaya-maen-karsanaa-raajaa-saagara-kamaanda-kae-antaragata-laokapavaanai

Post By: Hindi
×