![भूजल गुणवत्ता](/sites/default/files/styles/node_lead_image/public/hwp-images/%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%9C%E0%A4%B2%20%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%A3%E0%A4%B5%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE_7.jpg?itok=2Tm_42-Z)
ग्रामीणों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता के मद्देनजर, विश्व बैंक की सहायता और कर्नाटक के ग्रामीण जल आपूर्ति और स्वच्छता एजेंसी ने एक कार्यक्रम 'जलनिर्मल योजना' चलाया। इस योजना के ही एक भाग के रूप में कर्नाटक राज्य-सरकार ने राज्य के भूजल गुणवत्ता पर भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) के आधार पर एक नोलेज बेस विकसित करने का निर्णय लिया।
इस निर्णय के परिणामस्वरूप राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों में मुहैया कराए जाने वाले भूजल की गुणवत्ता का न केवल व्यापक अध्ययन किया गया है बल्कि मानचित्रण भी किया जा रहा है, 27 जिलों और 175 तालुकों का जीआईएस डेटाबेस और प्रोफाइल बनाया गया है। इसके लिए आरडीईडी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में इक्ट्ठा किए गए बोरवेलों के नमूनों के रासायनिक विश्लेषण डाटा का इस्तेमाल किया गया है। कुल 1,54,491 भूजल के नमूने लिए गए, और 14 पैरामीटर का विश्लेषण किया गया। राज्य में कुल 56,682 गांवों में से 33,647 गांवों को कवर किया गया है।
यहां जिले वार प्रोफ़ाइल फ़ाइलें हैं. प्रत्येक जिला प्रोफ़ाइल में विभिन्न मापदंडों में जिला और तहसील स्तर की जानकारी मौजूद है।
प्रत्येक जिले का प्रोफ़ाइल अलग से डाउनलोड किया जा सकता है
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