प्रायः यह देखा गया है कि जो लोग कम्प्यूटर इस्तेमाल करना जानते हैं उनमें से अधिकांश अंग्रेजी में आसानी से काम कर सकते हैं, लेकिन यदि उन्हें हिन्दी में टाइप करना हो तो बड़ा मुश्किल हो जाता है। इसमें मुख्यतः दो तरह की दिक्कतें आती हैं- एक तो कम्प्यूटर सिस्टम हिन्दी फोंट्स को सपोर्ट नहीं करता है, दूसरे हिन्दी में टाइपिंग नहीं आती है और ऐसा भी नहीं है कि कीबोर्ड पर हिन्दी में अक्षर लिखे हों, जिन्हें देखकर टाइप कर सकें। आइए, जानते हैं इन दोनों समस्याओं का समाधान कैसे करें?
सिस्टम में हिन्दी सपोर्ट इनेबल करना
कम्प्यूटर पर हिन्दी में काम करने में एक यह दिक्कत होती है कि कई बार हिन्दी में लिखे शब्द कम्प्यूटर पर दिखाई ही नहीं देते, या तो कुछ विशेष तरह की अंग्रेजी की स्क्रिप्ट दिखाई देते हैं या फिर डब्बे-डब्बे से बॉक्स दिखाई देते हैं। इसका कारण होता है कम्प्यूटर में आवश्यक फॉन्ट का न होना। यदि आपका हिन्दी टेक्स्ट krutidev, chanakya, shiva जैसे किसी फॉन्ट में से है तो अपने सिस्टम पर इस फॉन्ट को इंस्टाल करें और यदि इनके अलावा टेक्स्ट मंगल जैसे किसी यूनिकोड फॉन्ट में है तो उन्हें सिस्टम पर एक्टिवेट करना होगा। दरअसल, वर्डपैड, इंटरनेट एक्सप्लोरर आदि में हिन्दी में टाइप करने के लिये किसी यूनिकोड फॉन्ट का होना जरूरी है, इसके लिये आपको अपने सिस्टम में हिन्दी तथा अन्य भारतीय भाषाओं के सपोर्ट सिस्टम को एक्टिवेट करना होगा।
किसी भी हिन्दी टाइपिंग टूल को चलाने के लिये यह जरूरी है की आपके सिस्टम में यूनिकोड का सपोर्ट इंस्टॉल होना चाहिए। वैसे यह Windows8/Windows7/Vista/XP 32-bit ऑपरेटिंग सिस्टम में पहले से ही होता है, परंतु इसे एक्टिवेट करना आवश्यक होता है। आइए, जानते हैं कि अपने सिस्टम में यूनिकोड को कैसे एक्टिवेट करें।
यदि आपके कंप्यूटर में एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम है तो इसमें यूनिकोड को एक्टिवेट करने के लिये विंडोज एक्सपी सीडी होना आवश्यक है। अब यूनिकोड को एक्टिवेट करने के लिये-
1. सबसे पहले Start>Control Panel में जाएँ, फिर Regional and Language Options में जाएं।
2. इसके बाद Languages टैब पर क्लिक करके Supplemental language support में Install files for complex script and right-to-left languages और Install files for East Asian language (including Thai) चैक बॉक्स को सलेक्ट करें तथा OK पर क्लिक करें।
3. अब कम्प्यूटर आपसे विंडोज एक्सपी सीडी मांगेगा। सीडी इंसर्ट करें। इंस्टालेशन प्रकिया संपन्न होने के बाद विंडोज रिस्टार्ट करने के लिये कहा जाएगा।
4. अब आपको लेंग्वेज बार दिखाई देगा और अब आप कम्प्यूटर पर हिन्दी में कार्य कर सकते हैं।
यदि लैंग्वेज-बार न दिखे तो डेस्कटॉप पर राइट क्लिक करें और टूलबार में जाएं और लैंग्वेज बार इनेबल करें। यदि फिर भी लैंग्वेज बार नहीं दिखे तो निम्नलिखित तरीके से लैंग्वेज बार पर जाएँ :
1. सबसे पहले Start>Control Panel में जाएँ फिर Regional and Language Options पर क्लिक करें और फिर Languages tab पर क्लिक करें, उसके बाद Text services and input language (Details) पर जाकर Advanced Tab पर क्लिक करें।
2. यहाँ आप यह सुनिश्चित करें कि System configuration विकल्प के अंतर्गत Turn off advanced text services चेक्ड तो नहीं है यानि उस पर टिक तो नहीं कर रखा है।
3. पुनः Control Panel > Regional and Language Options > Languages tab > Text services and input languages (Details) > Settings Tab से होते हुए Language Bar पर क्लिक करें
4. यहाँ Show the Language bar on the desktop चुनें और OK पर क्लिक करें।
यदि आपके सिस्टम में Windows8/Windows7/Vista है तो यूनिकोड एक्टिवेट करने के लिये आप निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाएं :
1. Control Panel में जाएँ फिर Regional and Language Options पर क्लिक करें और फिर Keyboard and languages tab पर जाएँ।
2. Text services and input languages dialouge खोलने के लिये Change keyboards पर क्लिक करें।
3. उसके बाद Language Bar tab पर क्लिक करें।
4. लैंग्वेज बार समूह से Docked in the taskbar बटन को इनेबल करें।
5. उपर्युक्त सभी सेटिंग को एप्लाई करने के बाद आपको टूलबार में लैंग्वेज बार दिखाई देगा।
कम्प्यूटर पर हिन्दी में टाइपिंग की विधियाँ
पहले हिन्दी में काम करने के लिये आपको हिन्दी टाइपिंग आना जरूरी होता था, लेकिन जिन लोगों को हिन्दी टाइपिंग नहीं आती है, उन्हें कम्प्यूटर पर हिन्दी में काम करने में बड़ी मुश्किल होती है। लेकिन अब इस क्षेत्र में हो रही नई खोजों के फलस्वरूप इस दिक्कत का समाधान हो गया है। फोनेटिक टाइपिंग विधि से अब हिन्दी में टाइपिंग करना बहुत आसान हो गया है। यह हिन्दी टाइप करने की सबसे आसान तथा वर्तमान में सर्वाधिक प्रचलित विधि है। यह भारतीय भाषाओं के ध्वन्यात्मक गुण (Phonetic Property) पर आधारित है। कहने का मतलब है कि ‘‘जैसा बोला जाता है वैसे ही लिखा जाता है’’। आप सीधे हिन्दी में लिखना शुरू कर सकते हैं। उदाहरण के लिये आपको ‘महान’ लिखना है तो आपको अंग्रेजी में सीधे ‘mahan’ टाइप करना होगा। आजकल जो हिन्दी टाइपिंग नहीं जानते हैं वे इसी विधि का उपयोग करते हैं। फोनेटिक हिन्दी टाइपिंग के लिये दो तरह के टूल उपलब्ध हैं : ऑनलाइन और ऑफलाइन।
ऑनलाइन हिन्दी टाइपिंग टूल्स : इंटरनेट पर ऐसी बहुत सी साइटें हैं, जहाँ आप उनके टूल्स का इस्तेमाल कर ऑनलाइन वहीं पर हिन्दी में टाइप करके फिर उसे कॉपी करके जिस फाइल में लिखना हो वहाँ पेस्ट कर सकते हैं। चूँकि, इसमें कॉपी पेस्ट का झंझट होता है, इसलिये यह तरीका उपयुक्त नहीं है। इसके अलावा इनकी टाइपिंग स्पीड भी कम होती है। ‘कुइलपेड’, ‘हिंदिनी’ तथा ‘यूनीनागरी’ नामक टूल ऐसे ही कुछ ऑनलाइन टूल्स हैं।
ऑफलाइन हिन्दी टाइपिंग टूल्स : दूसरी तरह के हिन्दी टाइपिंग टूल्स में ऑफलाइन टूल आते हैं, जिन्हें आप अपने सिस्टम पर एक बार डाउनलोड करके जब चाहें तब किसी भी विंडोज ऐप्लीकेशन जैसे वर्डपैड, इंटरनेट एक्सप्लोरर, गूगल डॉक आदि में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह के टूल्स को फोनेटिक IME (Input Method Editor) कहा जाता है। सर्वाधिक प्रचलित IME टूल्स हैं : Baraha IME, Hindi Writer तथा Hindi Indic IME टूल। यहाँ हम गूगल के ट्रांसलिटरेशन आईएमई टूल एवं माइक्रोसॉफ्ट के इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल के बारे में चर्चा करेंगे।
1. गूगल का ट्रांसलिटरेशन आईएमई टूल :
यह टूल 14 भाषाओं (अरबी, फारसी, ग्रीक, बंगाली, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, तमिल, तेलगू और उर्दू) में टाइप करने के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि इसे आप एक बार अपने सिस्टम पर इंस्टॉल कर लेते हैं तो फिर आपको इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह टूल Windows8/Windows7/Vista/XP 32-bit ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ काम करता है।
यदि आप विंडोज 8 अथवा विंडोज 7 पर काम करते हैं तो गूगल टाइपिंग टूल अपने कम्प्यूटर पर डाउनलोड करके इंस्टाल करने की जरूरत है। फिर सीधे अंग्रेजी में टाइप करो, हिन्दी में परिवर्तित होता जाएगा, जैसे कि यदि आप ‘हिन्दी’ टाइप करना चाहते हैं तो आपको hindi टाइप करना होगा। इसको अपने सिस्टम में इंस्टॉल करना काफी आसान है। इसके लिये यदि आप विंडोज XP पर काम करते हैं तो गूगल टाइपिंग टूल को चलाने के लिये आपको कंट्रोल पैनल में रीजनल लैंग्वेज सेटिंग्स में कुछ चेंज करना होगा, जैसा कि पहले बताया गया है।
2. माइक्रोसॉफ्ट का आईएलआईटी
माइक्रोसॉफ्ट ने आईएलआईटी (इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल) नाम से अपना एक प्रोडक्ट जारी किया है, जिसके ऑफलाइन तथा ऑनलाइन प्रयोग के लिये संस्करण उपलब्ध हैं। इस टूल में उन सभी समस्याओं से छुटकारा पा लिया गया है जो गूगल आईएमई टूल में मौजूद हैं। इस टूल की मदद से हिन्दी के अलावा बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगू भाषाओं में टाइपिंग की जा सकती है। खास बात यह है कि इन टूल्स का प्रयोग आप MS word, नोट पैड और चैटिंग करने आदि में से किसी में भी आसानी से कर सकते हैं।
अपने सिस्टम में माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल को इंस्टॉल करने के लिये सबसे पहले अपने वेब ब्राउजर में http://www.bhasaindia.com/ilit/ लिंक खोलें। वहाँ आपको माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल को डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा, इसे यहाँ से डाउनलोड करके आप विंडोज 8, विंडोज 7, विंडोज विस्टा या विंडोज एक्स-पी में से किसी भी सिस्टम में इंस्टॉल कर सकते हैं। विंडोज के विभिन्न अनुप्रयोगों में इस्तेमाल करने के लिये आप ‘Install Desktop Version’ पर क्लिक करें।
यदि आप विंडोज 8 या विंडोज 7 पर काम करते हैं तो सीधे ही माइक्रोसाफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल अपने कम्प्यूटर पर डाउन लोड करके इंस्टाल कर सकते हैं। फिर सीधे अंग्रेजी में टाइप करो, हिन्दी में परिवर्तित होता जाएगा, जैसे कि यदि आप ‘हिन्दी’ टाइप करना चाहते हैं तो आपको ‘hindi’ टाइप करना होगा। इसको अपने सिस्टम में इंस्टॉल करना काफी आसान है।
विंडोज XP में माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल डाउनलोडेड करने के लिये आपके सिस्टम में Microsoft-Net Framework 2.0 और Mircosoft Windows Installer 3.1 होना चाहिए और यदि नहीं है तो इस टूल का सेट-अप पहले इन्हें डाउनलोड करेगा और फिर अपने आप माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल इंस्टॉल करेगा। इन दोनों के इंस्टॉल होने के बाद आपका सिस्टम अपने आप रिस्टार्ट होगा। इसके बाद सेट-अप अपने आप चलेगा और इस तरह माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल का इंस्टॉलेशन पूरा हो जाएगा। रिस्टार्ट होने के बाद यदि सेट-अप अपने आप नहीं चालू होता, तो उसे मैनुअली चलाएँ। इसके लिये अच्छा यह होगा कि जब आप इस टूल का सेट-अप डाउनलोड करें, तो सीधे ‘Run’ पर क्लिक करने की बजाय, ‘Save’ पर क्लिक करें।
इस तरह आप बिना हिन्दी टाइपिंग जाने हुए भी कम्प्यूटर पर हिन्दी में आसानी से काम कर सकते हैं, तो आज से ही कीजिये हिन्दी में काम करने की शुरुआत।
सम्पर्क
डॉ. ओउम प्रकाश शर्मा
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