जल की बर्बादी को रोकने के लिए कई सालों से किरणजीत कौर हरियाणा के सिरसा के 20 गांव में जल जागरूकता अभियान चला रही है। किरणजीत कहती है
मेरे बड़ागुढ़ा गांव में एक बार मेरी नजर खुली टूटी से व्यर्थ बहते हुए पानी पर पड़ी यह देख मुझे अच्छा नहीं लगा और मैंने तुरंत खुली टूटी को बंद कर दिया। इसके बाद मेरे मन में सवाल उठाने लगा कि न जाने कितने लोग ऐसे होंगे, जो जागरुकता के अभाव में पानी की बर्बादी करते होंगे। इसके बाद मैंने यह संकल्प लिया कि अपने जीवनकाल में कभी-भी व्यर्थ पानी नहीं बहने दूंगी। इसके बाद किरणजीत रूलर इंडिया कमेटी से जुड़ी और वही से जल संरक्षण के लिए कार्य करने लगी।
किरणजीत कौर आगे कहती है कि उन्होंने अपने गांव में जल संरक्षण का कार्य करने के बाद उनके गांव के नजदीकी 20 गांवों में भी यह भी यह कार्य शुरू किया। शुरुआत में काफी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपना काम जारी रखा और लोगो जागरू करती रही। और जिन घरों में टूंटी नहीं उनके घर जाकर टूंटी लगाने का कार्य करने लगी ।
घरों में व्यर्थ पानी नहीं बहने दें
किरणजीत कौर कहती है उन्होंने सिर्फ बुनियादी तौर तरीकों पर फोकस किया। उन्होंने लोगों को जल की महत्ता समझाते हुए जल को बचाने के लिए प्रेरित किया। जो लोग जागरूक हो गए हैं, उन्हें भी दूसरे लोगों को जागरूक करने के साथ अपने घरों में पानी को व्यर्थ न बहने के लिए प्रेरित किया।किरणजीत की इस पहल से धीरे-धीरे गांव के लोग जागरूक होने लगे और अब अलाम यह है की काफी हद गावों में क जल जमाव की समस्या भी खत्म हुई है और पानी की भी बचत हो रही है।
किरणजीत कौर ने जिन 20 गांवों में पानी की बर्बादी रोकने के लिए अभियान चलाया है उसमें बड़ागुढ़ा, अलीकां, वरूवालीगुढा, बप्पा, भीमा, ढाबा, छतरिया, देसूखुर्द, झोरड़रोही, झीड़ी, लहंगेवाला, मतड़, मलड़ी, रंगा, रोड़ी, रोहन, रघुआना, सुरतिया, थिराज, भंगु गांव शामिल है। जिससे लोगों में जल संरक्षण को लेकर काफी जागरूकता आई है।और वह जल संरक्षण को लेकर गम्भीर हो गए है और अब नई तकनीक जरिये जल संरक्षित करने पर जोर दे रहे है।
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