जवानी में ही बूढ़े दिखने लगे हतेड़ा गांव के लोग

फ्लोराइड का असर, हाथ-पैर हो गए टेढ़े, कमर भी झुकी... और पीले होकर झडऩे लगे हैं दांत

फ्लोराइड से ग्रस्त सुमित्रा और प्रकाशफ्लोराइड से ग्रस्त सुमित्रा और प्रकाशएक हजार की आबादी वाले हतेड़ा गांव के बच्चे व युवा जवानी में ही बूढ़े नजर आने लगे हैं। हाथ-पैर टेढ़े हो गए हैं। कमर झुक गई है। दांत पीले होकर झड़ रहे हैं। पानी में फ्लोराइड अधिक होने से यह परेशानी अकेले हतेड़ा गांव की ही नहीं बल्कि इस परेशानी से शिवपुरी जिले के करैरा व नरवर के 17 गाँवों की 12 हजार की आबादी जूझ रही है।

पीएचई ने समस्या से निपटने के लिए गांव में छह साल पूर्व जलशोधन संयंत्र लगाए थे, लेकिन यह भी कुछ दिनों में बेकार हो गए। गांव तक साफ पानी पहुंचाने के लिए कांकर गांव से पाइपलाइन डाली गई, लेकिन इससे भी महीने में एकाध बार ही पानी मिलता है।

400 स्कूली बच्चों पर भी खतरा


हतेड़ा के सरकारी प्राइमरी स्कूल में 147 व मिडिल स्कूल में 222 बच्चे पढ़ते हैं। इनमें हतेड़ा के अलावा जरावनी, बनियानी, बिची, बरोदा, राधापुर के बच्चे भी शामिल हैं। गांव का फ्लोराइड युक्त पानी पीने से ज्यादातर बच्चों के दांत झड़ रहे हैं। इससे बच्चे ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं।

7 गुना तक अधिक फ्लोराइड


सामान्यत: पानी में 1 से 1.5 मिलीग्राम प्रति लीटर फ्लोराइड होना चाहिए। लेकिन हतेड़ा में 6 से 8.5 मिलीग्राम फ्लोराइड है।

रात में नींद भी नहीं आती


मेरी कमर झुक गई है। लाठी के बिना खड़ी भी नहीं हो पाती हूं। दर्द व हड्डियों की जकड़न की वजह से रात में सो भी नहीं पाते।
-सुमित्रा वंशकार, उम्र 36 साल, निवासी हतेड़ा

चलने में होती है परेशानी


चार साल पहले तक दोनों पैर पूरी तरह से सही थे। लेकिन अब पैर टेढ़े हो गए हैं। घुटने और कमर में भी दर्द होता है। इससे चलने में परेशानी आती है।
प्रकाश वंशकार , उम्र 39 साल निवासी हतेड़ा

पुलिसकर्मी बोले ट्रांसफर कर दो


हतेड़ा गांव से एक किमी दूर सीहोर थाने के बाहर एक कुआं है। इस कुएं के एक पत्थर पर लिखा है कि कुएं के पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है इसलिए इसका उपयोग पीने में न किया जाए। थाने में पदस्थ हवलदार पुष्पेंद्र सिंह व एएसआई हरचरण यादव के हाथ-पैरों के जोड़ों में अकड़न आने लगी है, जबकि उन्हें पदस्थ हुए अभी छह माह ही हुए हैं। दोनों ने थाने से ट्रांसफर कराने के लिए कुछ दिन पूर्व एसपी को आवेदन दिया है।

हमारा जीवन तो हो गया बेकार


चार साल पूर्व तक पूरी तरह स्वास्थ्य थे। लेकिन धीरे-धीरे दोनों पैर टेढ़े हो गए। अब पैदल चल भी नहीं पाते हैं। जवानी में बुढ़ापे का शरीर हो गया है। कमर भी झुक गई है। पैर टेढ़े होने और कमर झुकने से रिश्ते वाले भी नहीं आए।
मुन्ना बरेठा, उम्र 22 साल, निवासी हतेड़ा

विशेषज्ञ की राय


घेर लेती हैं बीमारियाँ
फ्लोराइड दांत व हड्डियों पर सीधा असर करता है। शरीर में विकृति आने से व्यक्ति किसी न किसी बीमारी का शिकार हो जाता है।
डॉ. पीडी गुप्ता, एमडी

हतेड़ा सहित कुल 17 गांव (करैरा के 11 व नरवर के 6) में फ्लोराइड कम करने के लिए जलशोधन संयंत्र लगाए गए हैं। लेकिन यह ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। नए टेंडर कर संयंत्र दुरुस्त करवाएंगे। कांकर में बिजली की समस्या के कारण वहां से नियमित सप्लाई नहीं हो पा रही है। हम वहां जनरेटर लगवाने का भी प्रयास कर रहे हैं।
डीके शाक्य, ईई, पीएचई, विभाग शिवपुरी

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