घाघ और भड्डरी 25 Mar, 2010 . 1 min read Facebook Twitter SHARE जिसकी छाती एक न बार। उससे सब रहियौ हुसियार।।भावार्थ- जिस व्यक्ति के छाती में एक भी बाल न हो, उससे सभी को सावधान रहना चाहिए। Path Alias /articles/jaisakai-chaatai-eka-na-baara Post By: tridmin Topic Sub Categories पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा Regions भारत Email Address View the discussion thread.