गंगा की अविरलता जरूरी

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जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि गंगा की अविरलता के लिए अब पूरे देश में जन-जागृति शुरु कर दी है। गंगा की अविरलता के लिए देश की नई सरकार एवं सांसदों से मिलजुल कर कार्य किया जाएगा। यदि इसके बाद भी कार्यवाही नहीं होती है, तो गंगा के लिए सत्याग्रह किया जाएगा।

जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि 22 मई 2007 से प्रो. जीडी अग्रवाल ने गंगा की अविरलता के लिए सत्याग्रह शुरु किया था, जो आज गंगा के लिए शहीद हो गये हैं। उनके सत्याग्रह को जारी रखने के लिए पूरे देश में जल विरादरी संगठन जन चेतना जारी रखेगी।

पत्रकारों से वार्ता करते हुए जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि गंगा अविरलता जन-जागृति का यहीं नारा रहेगा कि कोई भी आए सरकार अबकी बार अविरल गंगा धार, यही है हमारी पुकार। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के गंगा भक्तों ने संकल्प लिया कि गंगा की अविरलता के लिए काम करते रहेंगे। जब तक हमारी नई सरकार व संसद जीवनदायिनी, भारत की संस्कृति, सभ्यता एवं अध्यात्म की प्रवाह देने वाली गंगा के लिए सदैव अविरल बनाने का प्लान नहीं बनाती।

जब तक चेतना जारी रहेगी, पूरे देश में गंगा के लिए जल बिरादरी संगठन गठित किए जा रहे हैं। इस मौके पर जल बिरादरी संगठन की अध्यक्ष बीना चौधरी, टिहरी से सुशील बहुगुणा, केरल से आये जार्ज स्टनलि, तमिलनाडु से सलवन, आंध्र प्रदेश से सत्या बुलशेट्टी, हरियाणा से देशराज, दिल्ली से जगदीश चौधरी, भोपाल सिंह चौधरी, सोमेश्वर, जगदंबा देवी, विनोद चमोली आदि मौजूद थे।

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