जागरण- याहू /देहरादून [अरविंद शेखर]। अपनों की बेरुखी के चलते भले ही दुनिया के सात प्राकृतिक अजूबों की दौड़ से फूलों की घाटी, पश्चिमी घाट और लोनर क्रेटर झील पहले राउंड में ही बाहर हो गए हो, लेकिन इस दौड़ में भारत की आस अब भी बाकी है।
इस दौड़ में गंगा नदी, काजीरंगा नेशनल पार्क, सुंदर वन व पांगोंग झील अभी भी बरकरार हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क जहां स्वतंत्र रूप से देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है। वहीं गंगा नदी व सुंदर वन संयुक्त रूप से बांग्लादेश व पांगोंग झील चीन के साथ भारत को इस दौड़ में बनाए हुए है।
मालूम हो कि 'न्यू सेवन वंडर्स फाउंडेशन' संस्था दुनिया के प्राकृतिक आश्चर्यो के लिए ऑन लाइन वोटिंग करा रही है। इसके पहले राउंड में गंगा नदी विश्व रैंकिंग में सातवां और 14वां स्थान तक पा चुकी है। बांग्लादेश का कोक्स बाजार बीच पहला और भारत-बांग्लादेश का सुंदरवन विश्व में दूसरी रैंकिंग पा चुका है।
ज्यूरिख स्थित न्यू सेवन वंडर्स फाउंडेशन के मुख्यालय की जनसंपर्क अधिकारी टिया बी वीइरिंग के मुताबिक दूसरे चरण के लिए 222 देशों के 261 प्राकृतिक अजूबों में होड़ है। इनमें से विश्व के 77 चुनींदा प्राकृतिक आश्चर्य चुनने के लिए सात जुलाई 2009 तक वोटिंग चलेगी। इन 77 अजूबों में से सेमीफाइनल में 21 व फाइनल में विश्व के सात आश्चर्यो पर मुहर लगेगी। जिनकी न्यू सेवन वंडर्स फाउंडेशन का विशेषज्ञ पैनल 21 जुलाई को घोषणा करेगा।
दूसरे चरण में होड़ कर रहे प्राकृतिक आश्चर्यो में गंगा नदी, सुंदरवन, काजीरंगा पार्क, ग्रैंड कैन्यन, माउंट फूजी, ब्लैक फारेस्ट, मृत सागर, अमेजन नदी, डैन्यूब नदी, ग्रेट बैरियर रीफ , कालाहारी मरुस्थल, मौंट ब्लैंक, नियाग्रा जल प्रपात और इग्वाझु जल प्रपात आदि शामिल हैं।
तीसरे और फाइनल राउंड के लिए वोटिंग दो साल यानी 2011 तक चलेगी। 2011 में दुनिया के एक अरब मतदान हो जाने पर विश्व के सात प्राकृतिक आश्चर्यो की घोषणा की जाएगी। फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट न्यू सेवन वंडर्स डाट काम के मुताबिक प्रतियोगिता में 441 नाम आए थे। जिनमें से 40 फीसदी यानी 180 नाम पहले ही राउंड में बाहर हो गए।फूलों की घाटी शुरू में दुनिया की 90 आश्चर्यो में शामिल थी मगर दिसंबर में वह 120वें स्थान पर चली गई।
साभार - जागरण- याहू
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