एक हर हत्या दो हर काज।
तीन हर खेती चार हर राज।।
भावार्थ- यदि किसान के पास एक हल की खेती है, तो हत्या के बराबर है, दो हल की खेती है, तो काम चलाऊ है, लेकिन यदि किसान के पास तीन हल या चार हल की खेती है तो वह राजा के बराबर है।
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