एक बात तुम सुनहु हमारी।
बूढ़ बैल से भली कुदारी।।
भावार्थ- घाघ कहते हैं कि किसान को कभी भी बूढ़ा बैल नहीं रखना चाहिए उससे अच्छा तो वह कुदाल से ही खेती कर ले।
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