“गुजरात में पिछले दो वर्षों के दौरान 15,000 बंधाओं का निर्माण किया गया, जिससे यहां का तेजी से घटता भूजल स्तर काफी ऊपर आ गया है”, यह गुजरात के सिंचाई मंत्री बाबूभाई बोखिरिया का कहना था। वे और 5,500 बंधाओं का निर्माण करने के लिए आगे आए हैं, जिससे 7.78 करोड़ घन मीटर अतिरिक्त वर्षा जल संचित होगी।
मंत्री जी का कहना था कि राज्य सरकार ने सूखे से लगातार दो साल तक लड़ते हुए बड़ी संख्या में बंधाओं का निर्माण किया है, जिससे बारिश के प्रारम्भ से ही यहां की स्थिति बदल गई है। सभी बंधाओं में लबालब पानी भरा होने के कारण भूजल का स्तर ऊपर आ गया है।
बोखिरिया ने इस बात को उठाया कि हजारों कुंओं और बोरिंग में 21.2 करोड़ घन मीटर पानी के भण्डारण से 1,50,000 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई हुई। उन्होंने आगे बताया कि बंधाओं में लबालब पानी भरा होने से कुंओं में पानी का स्तर 3 मीटर से लेकर 12 मीटर तक बढ़ गया। यह बात भी ध्यान देने की है कि सन् 2000 में कुओं में जल का स्तर 2 से 17 मीटर तक ऊपर था।
जिलावार बंधा निर्माण के फायदों के बारे में उन्होंने बताया कि इससे भावनगर जिले में भूजल का स्तर 30.20 मीटर तक ऊपर आया है, जूनागढ़ में 23.50 मीटर, राजकोट में 6.50 मीटर, जामनगर में 9.38 मीटर, सुरेंद्र नगर में 7.38 मीटर और अमरेली में 17.50 मीटर भूजल का स्तर ऊपर उठा है। बोखिरिया ने आगे बताया कि 5,500 अतिरिक्त बंधाओं के निर्माण से सिंचाई की और सुविधाएं प्राप्त होंगी और इससे 7.78 करोड़ घन मीटर अतिरिक्त पानी प्राप्त होगा।
उन्होंने बताया कि अब तक 20,500 बंधाओं का निर्माण किया जा चुका है, जिससे कुल 29 करोड़ घन मीटर जल भण्डारण बढ़ा है और इससे 2,05,000 हेक्टेयर जमीन में सिंचाई सुविधाएं बढ़ी हैं। मंत्री ने बताया कि बंधाओं के प्रभाव पर जल संसाधन विभाग द्वारा पिछले दो सालों के गहन अध्ययन से इस बात का खुलासा हुआ है कि जल अभावग्रस्त क्षेत्र में भूजल का स्तर काफी ऊपर उठा है। जामनगर में भूजल का स्तर 1.70 मीटर से बढ़कर 7.43 मीटर, सुरेंद्र नगर जिले में 1.30 मीटर से बढ़कर 10.08 मीटर, राजकोट जिले में 0.65 मीटर से बढ़कर 9.11 मीटर, भावनगर जिले में 2.96 मीटर से बढ़कर 12.96 मीटर, अमरेली जिले में 3.50 मीटर से बढ़कर 12.60 मीटर और जूनागढ़ जिले में 4.00 मीटर से बढ़कर 13.30 हो गया। 2,400 बंधाओं का निर्माण कार्य जारी है।
उन्होंने कहा कि अब तक भावनगर जिले में 1,101 बंधाओं, अमरेली जिले में 719 बंधाओं, राजकोट जिले में 591 बंधाओं, जामनगर जिले में 425 बंधाओं और जूनागढ़ जिले में 29 बंधाओं तथा पोरबंदर जिले में 5 बंधाओं का निर्माण किया जा चुका है।
स्रोत: टीएनएन 2002, बिग इन्क्रीज इन वॉटर टेबल ड्यू टू 15,000 चैक डैम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, अहमदाबाद, 8.2.2002
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