बद्दी, सोलन में स्थित डाबर इंडिया की इकाई ने 2030 तक वाटर पॉजिटिव होने के अपने मिशन के अंतर्गत धर्मपुर गांव में एक तालाब के पुनर्जीवन की योजना की और पूरा किया। इस पुनर्जीवन अभियान से थाना पंचायत के 350 से अधिक परिवारों को लाभ होगा। डाबर इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन, मोहित बर्मन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को समुदाय के सहयोग से तैयार किया गया है, जिससे क्षेत्र के गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को पानी की बेहतर पहुंच मिलेगी और उनकी आजीविका में सुधार होगा। डाबर की सीएसआर शाखा, जीवंती वेलफेयर एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने ग्राम पंचायत के साथ मिलकर तालाब की खुदाई, गाद हटाने, पत्थर बिछाने, चहारदीवारी निर्माण और पौधरोपण जैसे कार्य किए हैं। इस तरह के जल प्रबंधन से तालाब दीर्घकालिक रूप से लाभदायी बना रहेगा।
डाबर इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन श्री मोहित बर्मन ने आगे कहा कि डाबर में हम जल संरक्षण एवं प्रबन्धन के लिए सामुदायिक स्तर के प्रोग्रामों का महत्व समझते हैं। समुदाय के साथ मिलकर हमने इस प्रोजेक्ट की योजना बनाई है, जिससे इस क्षेत्र के सबसे गरीब एवं वंचित लोगों के लिए पानी की सुलभता बढ़ेगी और उनकी आजीविका में भी सुधार होगा। गांव के तालाब का पुनरुद्धार कर हम न सिर्फ एक प्राकृतिक संसाधन को बल्कि पूरे समुदाय को पुनःजीवित करना चाहते हैं। डाबर इस तरह के प्रयासों के जरिए समाज के विकास एवं कल्याण तथा सभी के लिए बेहतर एवं उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए प्रयासरत है।
इस प्रोजेक्ट की शुरूआत डाबर की सीएसआर शाखा जीवंती वैलफेयर एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट ने ग्राम पंचायत के सहयोग से की थी। इसके तहत तालाब की खुदाई, गाद निकालना, पत्थर लगाना, चारदीवारी बनाना और पौधे लगाना आदि काम किए गए। इस तरह के स्थायी जल प्रबन्धन से तालाब लम्बे समय तक फंक्शनल बना रहेगा। उद्घाटन समारोह के दौरान इस नवीनीकृत तालाब को ग्राम पंचायत को सौंपा गया।
मोहित वर्मन ने बताया कि हमने 2030 तक वॉटर पॉजिटिव बनने के मिशन के तहत यह पहल की है, इस तरह के प्रयासों के द्वारा हम आने वाली पीढ़ी के लिए पानी को सुरक्षित करना चाहते हैं। डाबर में हम इस बात को समझते हैं कि पर्यावरण की चुनौतियों को हल करने के लिए जल संरक्षण बेहद जरूरी है। बद्दी के धरमपुर गांव में तालाब के पुनरुद्धार के साथ हम न सिर्फ जल संरक्षण में योगदान दे रहे हैं बल्कि हमारे स्थानीय समुदायों के लोगों के जीवन एवं आजीविका पर भी सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर रहे हैं। इस तरह के प्रयासों से हम ऐसे भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं जहां जल को सुरक्षित किया जाए और हमारे समुदाय प्रकृति के साथ तालमेल बनाते हुए आगे बढ़ें।
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