ढाका, प्रेट्र- बांग्लादेश में चक्रवात ‘रोआनू’ से भारी तबाही हुई है। तेज हवा, बारिश और भूस्खलन के चलते बांग्लादेश के दक्षिणी तट के इलाकों में अब तक 24 लोग मारे गए और 100 अन्य घायल हो गए हैं। हजारों बेघर हो गए और 5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया।
बारीसाल-चिटगाँव क्षेत्र में शनिवार को 88 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाले तेज हवाओं के साथ चक्रवात पहुँचा था। इसने सबसे पहले दक्षिण पश्चिम तट को छुआ और दक्षिण पूर्व की तरफ मुड़ गया। इसके बाद समुद्र में तेज लहरें उठने लगीं। चक्रवात से पूरा बांग्लादेश प्रभावित हुआ। बांग्लादेशी आपदा प्रबन्धन विभाग के महानिदेशक जनरल रियाज अहमद ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान बन्दरगाह शहर चिटगाँव में हुआ। दक्षिण पश्चिम भोला, उत्तर पश्चिम नोआखली और कॉक्स बाजार के तटीय जिलों में 85 हजार घर और व्यापारिक ढाँचे क्षतिग्रस्त हो गए। आपदा प्रबन्धन मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि पाँच लाख लोगों को शिविरों में पहुँचाया गया और करीब 21 लाख लोगों की सुरक्षा के लिये तैयारियाँ की गई है। रोआनू के चलते चिटगाँव के शाह अमानत अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन रोक दिया गया है। भौगोलिक स्थिति के कारण बांग्लादेश को हमेशा चक्रवात का सामना करना पड़ता है। 1970 और 1991 में दो भयंकर चक्रवातों में वहाँ क्रमशः पाँच लाख और एक लाख 40 हजार लोग मारे गए थे।
चीन के दक्षिणी प्रान्त गुआंगदोंग के एक शहर में 200 साल की सबसे भारी बारिश हुई। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई और चार लापता हो गए हैं। इस रिकॉर्ड बारिश के चलते करीब पाँच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रान्तीय बाढ़ और सूखा राहत मुख्यालय के अनुसार, गुआंगदोंग के माओमिंग काउंटी में एक छोटे शहर शिनाई में भारी बारिश हुई। महज छह घंटे में 429.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रान्तीय सिविल अफेयर डिपार्टमेंट ने आपात स्थिति घोषित कर दिया है। शिनाई के लिये बचाव टीमों को रवाना किया गया है। सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि आपदा प्रभावित इलाके के लिये भेजी गई राहत सामग्री में 200 टेंट और दस टन चावल भी है। भारी बारिश शनिवार दोपहर में शुरू हुई थी और शाम को बन्द हुई। अधिकारियों ने इस पहाड़ी इलाके में और भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
श्रीलंका में अब भी 118 लोग लापता
कोलम्बो- श्रीलंका में भारी बरसात, भूस्खलन और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हो गई है। अभी भी 118 लोग लापता बताए जा रहे हैं। श्रीलंका में पिछले 25 साल में सबसे भारी बारिश हुई। सेना और बचाव टीमों ने सर्वाधिक प्रभावित जिले केगले से और 13 शवों को बरामद किया है।
बारीसाल-चिटगाँव क्षेत्र में शनिवार को 88 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाले तेज हवाओं के साथ चक्रवात पहुँचा था। इसने सबसे पहले दक्षिण पश्चिम तट को छुआ और दक्षिण पूर्व की तरफ मुड़ गया। इसके बाद समुद्र में तेज लहरें उठने लगीं। चक्रवात से पूरा बांग्लादेश प्रभावित हुआ। बांग्लादेशी आपदा प्रबन्धन विभाग के महानिदेशक जनरल रियाज अहमद ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान बन्दरगाह शहर चिटगाँव में हुआ। दक्षिण पश्चिम भोला, उत्तर पश्चिम नोआखली और कॉक्स बाजार के तटीय जिलों में 85 हजार घर और व्यापारिक ढाँचे क्षतिग्रस्त हो गए। आपदा प्रबन्धन मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि पाँच लाख लोगों को शिविरों में पहुँचाया गया और करीब 21 लाख लोगों की सुरक्षा के लिये तैयारियाँ की गई है। रोआनू के चलते चिटगाँव के शाह अमानत अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन रोक दिया गया है। भौगोलिक स्थिति के कारण बांग्लादेश को हमेशा चक्रवात का सामना करना पड़ता है। 1970 और 1991 में दो भयंकर चक्रवातों में वहाँ क्रमशः पाँच लाख और एक लाख 40 हजार लोग मारे गए थे।
चीनी शहर में दो सौ साल की सबसे भीषण बारिश
चीन के दक्षिणी प्रान्त गुआंगदोंग के एक शहर में 200 साल की सबसे भारी बारिश हुई। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई और चार लापता हो गए हैं। इस रिकॉर्ड बारिश के चलते करीब पाँच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रान्तीय बाढ़ और सूखा राहत मुख्यालय के अनुसार, गुआंगदोंग के माओमिंग काउंटी में एक छोटे शहर शिनाई में भारी बारिश हुई। महज छह घंटे में 429.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रान्तीय सिविल अफेयर डिपार्टमेंट ने आपात स्थिति घोषित कर दिया है। शिनाई के लिये बचाव टीमों को रवाना किया गया है। सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि आपदा प्रभावित इलाके के लिये भेजी गई राहत सामग्री में 200 टेंट और दस टन चावल भी है। भारी बारिश शनिवार दोपहर में शुरू हुई थी और शाम को बन्द हुई। अधिकारियों ने इस पहाड़ी इलाके में और भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
छह घंटे के भीतर 429 मिलीमीटर बारिश, आठ की मौत
श्रीलंका में अब भी 118 लोग लापता
कोलम्बो- श्रीलंका में भारी बरसात, भूस्खलन और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हो गई है। अभी भी 118 लोग लापता बताए जा रहे हैं। श्रीलंका में पिछले 25 साल में सबसे भारी बारिश हुई। सेना और बचाव टीमों ने सर्वाधिक प्रभावित जिले केगले से और 13 शवों को बरामद किया है।
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Post By: RuralWater