बैसाख सुदी प्रथमै दिवस, बादर बिज्जु करेइ।
दामा बिना बिसाहिजै, पूरा साख भरेइ।।
भावार्थ- यदि वैशाख शुक्ल प्रतिपदा को आसमान में बादल हों और बिजली चमक रही हो तो उस वर्ष ऐसी पैदावार होगी कि अन्न खरीदने वाला कोई नहीं मिलेगा।
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