उत्तराखंड के आपदा पीड़ितों की विभिन्न समस्याओं और प्रदेश में आपदा पीड़ितों के विस्थापन व पुनर्वास की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे राज्य मीडिया सलाहकार समिति के पूर्व उपाध्यक्ष व आपदा पीड़ितों के संगठन केदारघाटी विस्थापन व पुनर्वास संघर्ष समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय को गुप्तकाशी में आयोजित एक कार्यक्रम में 'केदार रत्न' पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सामाजिक संस्था 'सोसायटी फॉर होली हिमालयाज' के तत्वाधान में आयोजित एक समारोह में अजेन्द्र अजय को सनातन धर्म ट्रस्ट क्वालालम्पुर (मलेशिया) के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश चन्द्र सेमल्टी ने सम्मानित किया। 16-17 जून को केदारघाटी में हुए जल प्रलय में अजेन्द्र अजय का भी अगस्त्यमुनि में स्थित घर, ज़मीन आदि सब कुछ बह गया था। उन्होंने अन्य पीड़ितों को इकट्ठा कर अपनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार किया। धीरे-धीरे पीड़ितों ने एकजुट होना शुरू किया और केदारघाटी विस्थापन व पुनर्वास संघर्ष समिति का गठन किया। अजेन्द्र को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया। समिति ने प्रदेश में आपदा पीड़ितों के विस्थापन व पुनर्वास के लिए एक सशक्त नीति बनाए जाने के लिए लगातार अभियान छेड़ा हुआ है। समिति के विरोध के चलते गत दिनों प्रदेश सरकार को BRO के अधीन की सड़कों को PWD को सौंपने के अपने निर्णय को वापस लेना पड़ा था।
सामाजिक संस्था 'सोसायटी फॉर होली हिमालयाज' के तत्वाधान में आयोजित एक समारोह में अजेन्द्र अजय को सनातन धर्म ट्रस्ट क्वालालम्पुर (मलेशिया) के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश चन्द्र सेमल्टी ने सम्मानित किया। 16-17 जून को केदारघाटी में हुए जल प्रलय में अजेन्द्र अजय का भी अगस्त्यमुनि में स्थित घर, ज़मीन आदि सब कुछ बह गया था। उन्होंने अन्य पीड़ितों को इकट्ठा कर अपनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार किया। धीरे-धीरे पीड़ितों ने एकजुट होना शुरू किया और केदारघाटी विस्थापन व पुनर्वास संघर्ष समिति का गठन किया। अजेन्द्र को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया। समिति ने प्रदेश में आपदा पीड़ितों के विस्थापन व पुनर्वास के लिए एक सशक्त नीति बनाए जाने के लिए लगातार अभियान छेड़ा हुआ है। समिति के विरोध के चलते गत दिनों प्रदेश सरकार को BRO के अधीन की सड़कों को PWD को सौंपने के अपने निर्णय को वापस लेना पड़ा था।
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