आज भीषण जल संकट

पहली बार पूरी तरह से बन्द किए गए हैं दो जल शोधन संयन्त्र


अमोनिया की मात्रा बढ़ने के कारण लिया गया निर्णय

यमुना नदीवजीराबाद बैराज में अमोनिया की मात्रा का स्तर ज्यादा होने से बुधवार को एक तिहाई दिल्ली में पानी नहीं आएगा। दिल्ली जल बोर्ड ने वजीराबाद और चन्द्रावल जल शोधन संयन्त्र को पूरी तरह से बन्द कर दिया है। पानी का उत्पादन बन्द होने से मध्य दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, बाहरी दिल्ली और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) सहित कई इलाकों में भी पानी की परेशानी बढ़ जाएगी।

पानी का यह संकट तब तक बरकरार रहेगा जब तक अमोनिया की मात्रा का स्तर सामान्य स्तर तक वापस नहीं पहुँच जाता। बता दें कि दोनों संयन्त्रों से कुल 220 एमजीडी पानी का उत्पादन रोजाना होता है। जल बोर्ड के मुताबिक सोनीपत और पानीपत नालों से आने वाली गन्दगी के चलते यमुना नदी से प्राप्त कच्चे पानी की आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है। बोर्ड के मुताबिक मंगलवार को अमोनिया का स्तर निर्धारित 0.2 मिग्रा/ली. के स्थान पर अधिकतम 2.6 मिग्रा/ली. हो गया है जिसके कारण बोर्ड को दोनों संयन्त्र बन्द करने पड़े हैं।

यह पहली बार है जब जल बोर्ड ने चन्द्रावल और वजीराबाद संयन्त्र को पूरी तरह से बन्द करना पड़ा है। पानी के संकट को देखते हुए बोर्ड ने कुछ इलाकों में तो मंगलवार से ही पानी के टैंकर भेजने शुरू कर दिए हैं बोर्ड ने लोगों से अनुरोध किया है कि वो पानी का टैंकर मगवाने के लिए बोर्ड के टोल फ्री नम्बर 1916 पर फोन करके टैंकर के लिए एक आवेदन कर सकते हैं साथ ही अपने क्षेत्रीय जल बोर्ड कार्यालय से भी पानी का टैंकर मँगवाने के लिए अनुरोध कर सकते है।

समस्या के लिए बोर्ड ने हरियाणा पर फोड़ा ठीकरा


दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने यमुना नदी में किए जाने वाले अनुपचारित औद्योगिक का स्राव के मामले को कई बार उठाया है, बावजूद इसके हरियाणा ने वजीराबाद जलाशय तक होने वाली यमुना में जल आपूर्ति में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर पर कोई ध्यान नहीं दिया। दिल्ली और हरियाणा के मुख्यमन्त्रियों के स्तर पर लगभग दो साल पहले हुई बैठक जिसमें भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मन्त्री भी उपस्थित थे।

हरियाणा द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि यमुना नदी में पानीपत नाले द्वारा प्रविष्ट होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए चिरस्थाई उपाय किए जाएँगे। लेकिन दिल्ली जल बोर्ड द्वारा लगातार प्रयास करने के बावजूद भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। मामले की गम्भीरता को देखते हुए यदि जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो दिल्ली के निवासियों को आने वाले दिनों में पानी की अत्यधिक कमी का सामना करना पड़ सकता है।

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Post By: Shivendra
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