तरुण भारत संघ के महासचिव एवं राष्ट्रीय जल बिरादरी के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस समय सबसे भयानक भ्रष्टाचार नदियों में है। नदियों के नाम पर खरबों रुपये की नई योजनाएं बन रही है। नदियों में जल उपलब्धता के आंकड़े झूठे प्रस्तुत किये जा रहे हैं।
नईदिल्ली (सप्रेस)। नदियों को भ्रष्टाचार, प्रदूषण शोषण और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से तरुण भारत संघ द्वारा ‘नदी न्याय’ जनसुनवाई आगामी 18 नवम्बर 2011 को नईदिल्ली में आयोजित की जा रही है। गांधी शांति प्रतिष्ठान, नईदिल्ली के सभागार में आयोजित ‘नदी न्याय जन सुनवाई’ उच्च्तम न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति श्री बी.पी. जीवन रेड्डी की अध्यक्षता में वरिष्ठ एडवोकेट श्री राजीव धवन व श्री संजय पारीख सुबह 11 बजे शुरु करेंगे। इस सुनवाई में नदियों को न्याय दिलाने एवं नदियों की हो रही हत्याओं के मुद्दों पर देशभर में भू-अधिकार की चेतना जगाने वाले पी.व्ही. राजगोपाल तथा राष्ट्रीय आंदोलनों के समन्वय संगठन के वरिष्ठ साथी अपनी बातें रखेंगे।तरुण भारत संघ के महासचिव एवं राष्ट्रीय जल बिरादरी के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस समय सबसे भयानक भ्रष्टाचार नदियों में है। नदियों के नाम पर खरबों रुपये की नई योजनाएं बन रही है। नदियों में जल उपलब्धता के आंकड़े झूठे प्रस्तुत किये जा रहे हैं। इन झूठे आंकड़ों के आधार पर नये औद्योगिक कोरिडोर, नदी जोड़ परियोजनाएं तथा नदी निर्मलता के लिए जल शोधन संयंत्रों की परियोजनाएं बनाई जा रही है। ये सब योजनाएं देश की जनता को धोखा देकर भ्रष्टाचार के नये रास्ते खेलने वाली है।
उन्होंने कहा कि नदियों को आजादी की मुहिम शुरु होनी चाहिए। यही देश के प्राकृतिक संसाधनों का संवर्द्धन करके जी.डी.पी. घटाकर सबको जीने का हक एवं जीवन की समृद्धि बढ़ाना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से यह नदी न्याय जनसुनवाई का आयोजन किया गया है। जन सुनवाई में हिस्से लेने वाले प्रबुद्धजन तथ्यात्मक रपट और दस्तावेज प्रस्तुत कर चर्चा में शामिल होंगे।
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