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नदियां
क्या मैदानी क्या रेतीली- सभी जगह पानी की कमी
Posted on 20 Sep, 2008 07:42 AMतलहटी में भी पेयजल की समस्या / भरावन (हरदोई)। ऐसा नहीं है कि पेयजल की समस्या केवल मैदानी क्षेत्र भरावन में ही बनी हुई है। तपती धूप और निरंतर नीचे गिरता सतर गोमती नदी तलहटी में बसें गांवों भटपुर, कटका, महीठा के डालखेड़ा, लालपुर खाले, जाजपुर, बेहड़ा, नई गढ़ी इत्यादि गांवों में भी पेयजल की समस्या से लोग जुझ रहे है। गोमती नदी के किनारे बसे भटपुर गांव व सड़क के चौराहे पर भी पेयजल की गम्भीर स
![गोमती नदी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Gomti-River__15.jpg?itok=tThaCK9u)
क्षमा करें, देवी यमुने
Posted on 19 Sep, 2008 08:37 PMउस दिन भी यमुना से गुजरा। पुल से ही यमुना पर नजर डाली और हल्की उदासी से घिर गया। दिल्ली में यमुना पार ही रहता हूं। रोज यमुना से ही गुजरता हूं। वहां से गुजरते हुए अक्सर सोचता हूं कि क्या यमुना को हम जीते हैं, यमुना तो बस शहर से गुजरती है। लेकिन हमें कहां एहसास होता है कि एक महान नदी हमारे बीच बहती है, यमुना से हम बस आर-पार ही होते हैं। कितनी अजीब बात है कि इस महानगर को --- फीसदी पानी देने वाली न
यमुना तो फिर भी मैली
Posted on 19 Sep, 2008 07:44 PMपांच दिन के सफाई अभियान में नदी से करीब 600 टन कचरा निकाला गया मगर यमुना जल को वाकई स्वच्छ बनाने के लिए बहुत कुछ करना जरूरी है
भारत की नदियां
Posted on 19 Sep, 2008 06:18 PMभारत की नदियों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे, हिमाचल से निकलने वाली नदियाँ, डेक्कन से निकलने वाली नदियाँ, तटवर्ती नदियाँ ओर अंतर्देशीय नालों से द्रोणी क्षेत्र की नदियाँ। हिमालय से निकलने वाली नदियाँ बर्फ और ग्लेशियरों के पिघलने से बनी हैं अत: इनमें पूरे वर्ष के दौरान निरन्तर प्रवाह बना रहता है। मॉनसून माह के दौरान हिमालय क्षेत्र में बहुत अधिक वृष्टि होती है और नदियाँ बारिश
![नदियां](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Yamuna_37.jpg?itok=Vb4qQlcQ)
कावेरी विवाद आख़िर है क्या?
Posted on 19 Sep, 2008 05:29 PM कावेरी विवाद
बीबीसी/ भारतीय संविधान के मुताबिक कावेरी एक अंतर्राज्यीय नदी है। कर्नाटक और तमिलनाडु इस कावेरी घाटी में पड़नेवाले प्रमुख राज्य हैं। इस घाटी का एक हिस्सा केरल में भी पड़ता है और समुद्र में मिलने से पहले ये नदी कराइकाल से होकर गुजरती है जो पांडिचेरी का हिस्सा है। इस नदी के जल के बँटवारे को लेकर इन चारों राज्यों में विवाद का एक लम्बा इतिहास है।
![कावेरी विवाद तमिलनाडु से कर्नाटक तक फैला हुआ है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/kaveri_11.jpg?itok=NlV_1IV8)
संकट में हैं जीवनदायिनी नदियां
Posted on 11 Sep, 2008 02:06 PMनदियों को जीवनदायिनी संबोधन देने वाले प्रख्यात साहित्यकार काका कालेलकर ने अपने लेखन में देश की नदियों को लोकमाता के रूप में रेखांकित कर भारतवर्ष की पौराणिक संस्कृति को उजागर किया है। इतिहास गवाह है कि हजारों साल पहले यहां आवासीय व्यवस्था का श्रीगणेश नदियों के किनारे से ही हुआ। यही कारण है कि हड़प्पा के दौरान विकसित संस्कृति को आज सिंधु संस्कृति के रूप में विश्वभर में जाना जाता है।
![river](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/river_0_41.jpg?itok=TiM7SY5n)
उत्तराखंड की प्रमुख नदियाँ
Posted on 11 Sep, 2008 09:35 AMहिमालय पर्वतमाला को विश्व का उत्तम जल स्तम्भ कहा जाता है। हिमालय से पिघलते बर्फ से कई निरन्तर बहती नदियों का जन्म हुआ है जिन पर मानव जीवन निर्भर है। हिमालय में बर्फवारी अक्टूबर से अप्रैल तक होती है, जबकि जनवरी- फरवरी में अधिकतम बर्फ गिरती है। चौखम्भा शिखर के उत्तरी-पश्चिमी भाग पर स्थित गंगोत्री हिमशिखर की 4000 मी0 ऊँचाई पर गौमुख से भगीरथी नदी का उद्गम हुआ है।
![भागीरथी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Bhagirthi_8.jpg?itok=f4wVwRLT)
हिमखंण्ड
Posted on 11 Sep, 2008 08:41 AMपृथ्वी की सतह पर बर्फ के जमने से बने प्राकृतिक विशाल द्रव्य को हिमखण्ड कहते है। हिमालय में हजारों छोटे-बड़े हिमखण्ड है जो लगभग 3350 वर्ग किमी0 क्षेत्र में फैले है। कुछ विशेष हिम खण्डों का विवरण निम्नवत् है -
बनागी- यह नंदा देवी विशाल हिमखण्ड के निचले भाग में स्थित है जिससे ऋषि गंगा नदी बनती है।
![हिमखंण्ड](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Himkhand_8.jpg?itok=ceAhGmJp)
पहाड़ों पर बीस साल से घटती आ रही बर्फबारी और सिमटती नदियां
Posted on 28 Jun, 2024 03:16 PMइंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट के नए शोध के अनुसार, हिंदू कुश हिमालय (एचकेएच) में इस साल असामान्य रूप से कम बर्फबारी से भारत में गंगा नदी बेसिन में रहने वाले 60 करोड़ से अधिक लोगों सहित अन्य समुदायों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। एचकेएच स्नो अपडेट-2024 के मुख्य लेखक शेर मुहम्मद ने कहा है कि गंगा नदी बेसिन में बर्फ पिघलने का योगदान 10.3 प्रतिशत है, जबकि ग्लेशियर पिघलने का योगदा
![हिमालय से निकलने वाली 12 प्रमुख नदी घाटियों के जल प्रवाह में कमी देखी जा रही है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/mountain%20groundwater-exploitation.jpg?itok=q3KQSS98)