सफलता की कहानियां और केस स्टडी

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ड्राय होली,
Posted on 01 Feb, 2009 05:19 AM

बच सकता है 37 लाख लीटर पानी

बालाघाट जिले का जलाभिषेक अभियान
Posted on 21 Jan, 2009 01:48 AM जल संरक्षण के लिए बनाई गई 65 करोड़ की कार्ययोजना

जनता पानी की एक-एक बूंद का महत्व समझे--सांसद श्री बिसेन

पानी बचाइये, खुश होंगे महाकाल
Posted on 20 Jan, 2009 05:17 PM

भास्कर/ उज्जैन जिले में गहराते जलसंकट के बीच दैनिक भास्कर ने अपने सामाजिक सरोकारों के तहत जल सत्याग्रह का शुभारंभ महाकाल की पूजा के साथ किया। इस अभियान के तहत आम लोगों में जल चेतना तथा जल संरक्षण के प्रति जनजाग्रति के लिए भास्कर टीम के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना व अन्य स्कूलों के विद्यार्थियों ने शरीर पर सिर्फ तौलिया धारणकर हाथ में जल बचाओ के संदेश लिखी तख्तियों को उठाए लोगों कों अनूठे अंदाज में

भास्कर का अभियान
नर्मदा समग्र
Posted on 19 Jan, 2009 07:21 AM

नर्मदा समग्र एक प्रयत्न है। नर्मदा नदी, एक जल स्त्रोत, एक आस्था को स्वस्थ, सुंदर और पवित्र बनाये रखने का यह एक प्रयास है। विश्व की अधिकांश संस्कृतियों का जन्म व विकास नदियों के किनारे हुआ है। भारत के ऋषियों ने पर्यावरण संतुलन के सूत्रों को ध्यान में रखकर समाज की नदियों, पहाडों, जंगलों व पशु-पक्षियों सहित पूरे संसार की ओर देखने की विशेष सह अस्तित्व की अवधारणा का विकास किया। उन्होंने पाषाण में भी

सौराष्ट्र में किसान लौट रहे हैं
Posted on 19 Jan, 2009 12:03 AM अहमदाबाद, 8 नवंबर (आईएएनएस)। पानी की कमी के कारण घर-बार और किसानी छोड़ पलायन कर गए सौराष्ट्र के किसान अब अपने गांवों को वापस लौट आए हैं। दरअसल, राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई जल प्रबंधन की नई व्यवस्था ने किसानों के लिए घर वापसी का रास्ता खोल दिया है।
बेतवा बचाने को बेताब ‘बिरादरी'
Posted on 14 Jan, 2009 10:20 AM

बेतवा बिरादरी (फोटो - भास्कर) सुदीप शुक्ला/ भास्कर, विदिशा.

बेतवा बिरादरी (फोटो - भास्कर)
किसान बांध
Posted on 14 Jan, 2009 06:56 AM


आईबीएन-7/ जम्मू/कश्मीर। अपनी परेशानियों के बारे में सरकारी अधिकारियों को बताने से क्या समस्याएं दूर हो जाती हैं। जम्मू के एक किसान को तो ऐसा नहीं लगता। सूखते खेतों के लिए बांध बनाने से जब प्रशासन ने पल्ला झाड़ लिया तो रतन सिंह चौधरी ने ख़ुद ही बांध बना कर अधिकारियों को मुंह तोड़ जवाब दिया।

फोटो साभार - आईबीएन-7
जलधारा अभियान
Posted on 11 Nov, 2008 08:05 AM जयपुर शहर के उत्तर पश्चिम से निकल कर पश्चिम-दक्षिण होती हुई, ठूण्ड नदी से मिलने वाली, द्रव्यवती नदी, उर्फ अमानी शाह का नाला, जयपुर शहर की जीवन रेखा रही है। सर्वे आफ इंडिया द्वारा प्रकाशित सन् 1865- 66 के नक्शों में भी इस नदी को साफ तौर पर दर्शाया गया है। उसके बाद भी सर्वे आफ इंडिया द्वारा प्रकाशित नक्शों में नदी साफ तौर पर चिन्हित है। यदि नदी कहीं नहीं है, तो राजस्थान सरकार के राजस्व विभाग के रिका
कोशिश रंग लाई, मिला पानी
Posted on 03 Oct, 2008 12:57 AM

आईबीएन-7/सिटिज़न जर्नलिस्ट सेक्शन

नरेन्द्र नीरव, सोनभद्र जिले के ओबरा का रहने वाला हैं। सूखा ग्रस्त टोले का परासपानी गांव आज 5 सालों के मेहनत, परिश्रम और लोगों के लगन का नतीजा है यह कि जहां सूखा था वहां पानी दिख रहा है।

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