शोध पत्र

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पंचायत समिति टोडाभीम की भूजल स्थिति
Posted on 31 Oct, 2015 03:52 PM
पंचायत समिति, टोडाभीम (जिला करौली) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा करौली जिले में 2341 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 2163 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सपोटरा की भूजल स्थिति
Posted on 31 Oct, 2015 03:37 PM
पंचायत समिति, सपोटरा (जिला करौली) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा करौली जिले में 2341 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 2163 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति नादौती की भूजल स्थिति
Posted on 31 Oct, 2015 03:19 PM
पंचायत समिति, नादौती (जिला करौली) संवेदनशील (क्रिटिकल) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा करौली जिले में 2341 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 2163 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति करौली की भूजल स्थिति
Posted on 31 Oct, 2015 03:03 PM

पंचायत समिति, करौली (जिला करौली) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा करौली जिले में 2341 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 2163 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।

पंचायत समिति हिण्डोन की भूजल स्थिति
Posted on 31 Oct, 2015 02:39 PM
पंचायत समिति, हिण्डोन (जिला करौली) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा करौली जिले में 2341 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 2163 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति फलौदी की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 04:08 PM
पंचायत समिति, फलौदी (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति ओसियां की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 03:50 PM
पंचायत समिति, ओसियां (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति मण्डोर की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 03:33 PM
पंचायत समिति, मण्डोर (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति लूणी की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 03:16 PM
पंचायत समिति, लूणी (जिला जोधपुर) संवेदनशील श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति बिलाड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 01:38 PM
पंचायत समिति, बिलाड़ा (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
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