शोध पत्र

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पंचायत समिति खेरवाडा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 04:04 PM
पंचायत समिति, खेरवाडा (जिला उदयपुर) संवेदनशील श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति गोगुन्दा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 04:01 PM
पंचायत समिति, गोगुन्दा (जिला उदयपुर) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति गिर्वा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 03:59 PM
पंचायत समिति, गिर्वा (जिला उदयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति भीण्डर की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 03:55 PM
पंचायत समिति, भीण्डर (जिला उदयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति बडगाँव की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:29 PM
पंचायत समिति, बडगाँव (जिला उदयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति उनियारा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:23 PM
पंचायत समिति, उनियारा (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति टोंक की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:21 PM
पंचायत समिति, टोंक (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति टोडारायसिंह की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:19 PM
पंचायत समिति, टोडारायसिंह (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति निवाई की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:17 PM
पंचायत समिति, निवाई (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति मालपुरा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:12 PM
पंचायत समिति, मालपुरा (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
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