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भारत के बड़े बैंक जलवायु संकट के लिए तैयार नहीं
थिंक टैंक क्लाइमेट रिस्क होराइजन्स के नए विश्लेषण के अनुसार भारत के प्रमुख बैंक जलवायु जोखिमों का सामना करने के लिए तैयार नहीं हैं।यह बात स्टिल अनप्रिपेयर्ड शीर्षक वाली रिपोर्ट 2022 के आकलन पर आधारित है। Posted on 07 Aug, 2023 11:17 AM
  • भारत के बड़े बैंक जलवायु संकट के लिए तैयार नहीं
  • रिर्जव बैंक -अनिवार्य दिशा निर्देशों पर विचार कर रहा है
  • केवल 10 बैंकों ने स्कोप उत्सर्जन के प्रति जागरूकता दिखाई है

थिंक टैंक क्लाइमेट रिस्क होराइजन्स के नए विश्लेषण के अनुसार भारत के प्रमुख बैंक जलवायु जोखिमों का सामना करने के लिए

भारत के बड़े बैंक जलवायु संकट के लिए तैयार नहीं,Pc-wikipedia
भारत के अर्ध शुष्क क्षेत्र दक्षिण-पश्चिमी पंजाब में लवणीकरण एवं जलग्रसन
प्रकृतिक एवं मानवजनित कारणों से उत्पन्न लवणता एवं जलग्रसनता ने अर्ध शुष्क क्षेत्रों की अर्थ व्यवस्था एवं पर्यावरण को प्रभावित किया है, जिससे इन क्षेत्रों में भूजल संसाधनों की संवेदनशीलता में वृद्धि हुई है। इन प्रतिकूल प्रभावों को भूजल स्तर में सतत वृद्धि के रूप में देखा जा सकता है Posted on 05 Aug, 2023 04:51 PM

प्रकृतिक एवं मानवजनित कारणों से उत्पन्न लवणता एवं जलग्रसनता ने अर्ध शुष्क क्षेत्रों की अर्थ व्यवस्था एवं पर्यावरण को प्रभावित किया है, जिससे इन क्षेत्रों में भूजल संसाधनों की संवेदनशीलता में वृद्धि हुई है। इन प्रतिकूल प्रभावों को भूजल स्तर में सतत वृद्धि के रूप में देखा जा सकता है जिसके कारण इस राज्य के दक्षिण-पश्चिमी भाग में जलग्रसनता एवं लवणता क्षारीयता की समस्याएं पैदा होती है, जहां पर खारा

दक्षिण-पश्चिमी पंजाब में लवणीकरण एक गंभीर समस्या,Pc-जल चेतना
मंगल पर मीथेन, पानी तथा अन्य खनिज पदार्थों की उपस्थिति
वैज्ञानिकों का कहना है कि मीथेन की प्राप्ति जैविक प्रक्रियाओं से अधिक तथा अजैविक प्रक्रियाओं से कम होती है। मीथेन का बहुत छोटा साभाग जमीन में दबे हुए या अपघटित पौधों के ऐसे अविलय हिस्सों से भी निकलता है जो केरोजन नामक पदार्थ में तब्दील हो जाते हैं, यही केरोजन जब उष्णता के कारण टूट जाते हैं तो मीथेन गैस पैदा करते हैं, Posted on 05 Aug, 2023 04:04 PM

मीथेन की प्राप्ति जैविक प्रक्रियाओं से अधिक तथा अजैविक प्रक्रियाओं से कम होती है। मीथेन का बहुत छोटा सा भाग जमीन में दबे हुए या अपघटित पौधों के ऐसे अविलय हिस्सों से भी निकलता है जो केरोजन नामक पदार्थ में तब्दील हो जाते हैं, यही केरोजन जब उष्णता के कारण टूट जाते हैं तो मीथेन गैस पैदा करते हैं, इसके साथ अन्य हाइड्रोकार्बन जैसे-इथेन (C₂H₆), प्रोपेन (C₃H₈,) तथा ब्यूटेन (C₄H₁₀)  भी पैदा होते हैं। का

मंगल ग्रह पर पानी की उपस्थिति,PC-जल चेतना
राजस्थान : बाड़मेर के पांच गांव बने 'हर घर जल'
बाड़मेर राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा जिला है जो पशु मेले के लिए प्रसिद्ध है और इसका थार त्योहार हर मार्च में मनाया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक शामिल होते हैं। बाड़मेर में गर्मियों के दौरान तापमान 51 डिग्री तक चला जाता है। अगस्त, 2019 में जल जीवन मिशन की घोषणा के समय जिले के 4 लाख से अधिक घरों में से केवल 21,469 घरों (5.28%) के पास नल का पानी था। आज 38 हजार (9.49% ) से अधिक परिवारों को नल के जरिए पीने योग्य पानी मिल रहा है। पिछले 23 महीनों में 17,110 परिवारों को नल कनेक्शन दिया गया है। Posted on 04 Aug, 2023 05:28 PM

बाड़मेर जिले के इन गांवों में लोग अपने घरों में नल का पानी देखकर उत्सव मनाने का आह्वान करते हैं। इन ग्रामीण समुदायों के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है। इस मरुस्थलीय जिले में बहुत सीमित वर्षा के कारण, उनके घरों में नल से पानी मिलने की बात पहले कभी किसी नहीं सोची थी। लेकिन, जल जीवन मिशन ने इसे संभव बना दिया है।

बाड़मेर के पांच गांव बने 'हर घर जल',फोटो क्रेडिट :-जल जीवन संवाद
जल जीवन मिशन से साकार हो रहा ग्राम स्वराज
पिछली केंद्रीय सरकार द्वारा प्रायोजित ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजनाएं, त्वरित ग्रामीण जलापूर्ति कार्यक्रम और राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम को भी योजना चरण से पंचायती राज संस्थाओं की भागीदारी और सृजित पेयजल परिसंपत्तियों और सेवाओं की सुपुर्दगी के लिए अंतिम अधिग्रहण की आवश्यकता थी। Posted on 04 Aug, 2023 04:41 PM

अनुषंगिता के सिद्धांत' या अभिशासन के न्यूनतम समुचित स्तर से सेवाओं की सुपुर्दगी को संविधान के 73वें संशोधन द्वारा मान्यता दी गई है। इसमें पंचायती राज संस्थाओं (पीआरआई) को 29 विषयों के प्रबंधन का अधिकार दिया गया है और इन विषयों में पेयजल' भी शामिल है। इस संवैधानिक संशोधन के बाद, ग्रामीण स्थानीय निकायों / पंचायती राज संस्थाओं को आवंटित सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाने के लिए निधियों, कार्यों और

जल जीवन मिशन से साकार हो रहा ग्राम स्वराज,फोटो क्रेडिट:- जल शक्ति मंत्रालय
जल जीवन मिशन के तहत पेयजल गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता
जल जीवन मिशन का उद्देश्य देश भर के गांवों में जल गुणवत्ता निगरानी और पर्यवेक्षण (डब्ल्यू क्यूएमएस) गतिविधियों को मजबूत करना है। यह लेख दस अलग-अलग तरीकों पर प्रकाश डालता है जिसके माध्यम से 'सेवा सुपुर्दगी' पर ध्यान देने के साथ-साथ 'स्थानीय सार्वजनिक उपयोगिताओं के निर्माण के समग्र दृष्टिकोण के साथ पानी की गुणवत्ता पर जोर दिया जाता है।

Posted on 04 Aug, 2023 03:38 PM

जल जीवन मिशन का उद्देश्य देश भर के गांवों में जल गुणवत्ता निगरानी और पर्यवेक्षण (डब्ल्यू क्यूएमएस) गतिविधियों को मजबूत करना है। यह लेख दस अलग-अलग तरीकों पर प्रकाश डालता है जिसके माध्यम से 'सेवा सुपुर्दगी' पर ध्यान देने के साथ-साथ 'स्थानीय सार्वजनिक उपयोगिताओं के निर्माण के समग्र दृष्टिकोण के साथ पानी की गुणवत्ता पर जोर दिया जाता है।

जल ही जीवन है,PC-wikipedia
पानी को 'पानी की तरह' न बहावें
विश्व बैंक का मानना है कि उपभोक्ता को बिजली की तरह पानी की कीमत का भुगतान करना चाहिये अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं पानी को संसाधन मानने का विरोध कर रही हैं।


Posted on 02 Aug, 2023 05:37 PM

दुनिया के लगभग हर बड़े शहर में जल प्रबन्धन व्यवस्था गड़बड़ा चुकी है। विशेषज्ञों ने कह दिया है कि पानी अब एक साधारण वस्तु नहीं रह गई है, इसे एक दुर्लभ उपयोगी वस्तु मान लेना ही समय का तकाजा है दुनिया भर में इस सवाल पर तीखी बहस चल रही है कि क्या अन्य वस्तुओं की तरह पानी को भी संसाधन माना जाना चाहिये। विश्व बैंक का मानना है कि उपभोक्ता को बिजली की तरह पानी की कीमत का भुगतान करना चाहिये अनेक स्वयंसे

पानी को 'पानी की तरह' न बहावे,PC-Wikipedia
समुद्री खारे पानी की मीठे पानी में बदलने की जरूरत
दुनिया समुद्र के पानी को मीठे जल में परिवर्तित करने की तकनीक की खोज में लगी है, लेकिन इजराइल के अलावा अन्य किसी देश को इस तकनीक के आविष्कार में अब तक सफलता नहीं मिली है। भारत भी इस प्रौद्योगिकी की खोज में लगा है, लेकिन असफल ही रहा। इजराइल से सामरिक और जल संरक्षण के क्षेत्र में भारत ने जो सात समझौते किए हैं Posted on 02 Aug, 2023 04:58 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजराइल यात्रा के दौरान आपने उन्हें वहां के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ समुद्र में एक विशिष्ट जीप में बैठे देखा होगा। यह जीप समुद्र के पानी में चलते हुए समुद्री खारे जल को मीठे पेयजल में बदलने का अचरज भरा काम कर रही थी। गंगाजल से भी उज्ज्वल एवं शुद्ध इस जल को दोनों प्रधानमंत्रियों ने पिया भी पूरी दुनिया समुद्र के पानी को मीठे जल में परिवर्तित करने की तकनीक

समुद्री खारे पानी की मीठे पानी में बदलने की जरूरत,PC:-Wikipedia
जुलाई में दुनिया की 81 फीसद आबादी ने जलवायु परिवर्तन के कारण झेली भीषण गर्मी
भारत में जरूर मानसून सत्र की सक्रियता रही। इससे भारत में जलवायु परिवर्तन का अजल रूप अति वर्षा के रूप में देखा है। Posted on 02 Aug, 2023 01:45 PM

एक के बाद एक वैज्ञानिक सबूत हमारे सामने आते जा रहे हैं जो साफ कर रहे हैं कि बीती जुलाई मानव इतिहास, या उससे पहले के कालखंड की भी सबसे अधिक गरम जुलाई थी।  हम यहां वैश्विक स्तर की बात कर रहे है। भारत में जरूर मानसून सत्र की सक्रियता रही। इससे भारत में जलवायु परिवर्तन का अजल रूप अति वर्षा के रूप में देखा है। हालांकि भारत के कई भाग जो सूखे से गुजर रहे है, वहां पर जुलाई का माह गर्मी के दिनों की तरह

जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण,PC-CHAT GPT
गौला नदी की 'हत्या'
‘उत्तराखंड में प्रकृति का कोप हर साल बढ़ता ही जा रहा है। पर इसे लेकर हम नाहक रोना-पीटना करते हैं। रिपोर्टर्स कलेक्टिव की एक खोजी रिपोर्ट बताती है कि केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड सरकार का साथ देते हुए नियमों को ताख पर रखकर किस तरह गौला नदी को मारने पर आमादा खनन की अनुमति बार-बार दी जा रही है’


Posted on 29 Jul, 2023 03:01 PM

मानसून आ चुका है। एक्सट्रीम बारिश हर साल नियमित होती जा रही है। लोगों में बहुत समय से उत्तराखंड की नदियों को तहस-नहस कर रखा है। उनमें पानी कम रहता है और वे अचानक आने वाली बाढ़ के जरिये अपना विरोध जताती हैं। प्रकृति के इस कोप से लोगों को सुरक्षित करने के लिए राज्य सरकार को स्वभावत: चिंतित होना चाहिए। पर यहाँ तो चिंता ही किसी और बात की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 18 फरवरी को नई

खनन से बेजार गौला नदी, प्रतीकात्मक तस्वीर
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