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समाचार और आलेख
नवीकरणीय एवं स्वच्छ ऊर्जा (Renewable and clean energy)
Posted on 05 Oct, 2023 05:16 PMभारत सरकार के आर्थिक पैकेज सब्सिडी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना आदि जैसे निर्णयों को क्रियान्वित करने के कारण देश के नवीन, नवीकरणीय एवं स्वच्छ ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र में अभूतपूर्व तेजी आई है। साथ ही, जीवाश्म ईंधन के उपभोग में कटौती और नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते उपयोग से भारत द्वारा कार्बन उत्सर्जन में भारी कमी आएगी। इस प्रकार हम प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, जैव-विविधता हास, प्राकृतिक आपदाएं आदि
![नवीकरणीय एवं स्वच्छ ऊर्जा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/Renewable%20energy%20.jpeg?itok=64_1R_ew)
खाद्य प्रसंस्करण : विकास और संभावनाएं (Food Processing: Development and Prospects in Hindi)
Posted on 05 Oct, 2023 01:52 PMखाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को आधुनिक व वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए अनुसंधान व विकास संस्थानों द्वारा नवीन प्रौद्योगिकी के विकास व नवाचार को गति दी जा रही है। साथ ही शिक्षण, प्रशिक्षण और प्रसार के नेटवर्क को भी अनेक संस्थानों के सहयोग से सशक्त बनाया जा रहा है, ताकि देश में खाद्य प्रसंस्करण को एक ठोस आधार और सतत् दिशा मिल सके।
![खाद्य प्रसंस्करण : विकास और संभावनाएं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/food%20processing.jpeg?itok=NofCxC3m)
ओखलकांडा के 'वाटर हीरो' पर्यावरण से ऐसा प्रेम कि जंगलों को लौटा दी हरियाली
Posted on 05 Oct, 2023 12:20 PMजंगलों में पेड़ काटने की घटनायें तो आम हैं, लेकिन जंगलों को उनकी हरियाली लौटा देना, ऐसी मिसाल कम ही दिखती है। उत्तराखण्ड के वाटर हीरो या पर्यावरण प्रेमी के नाम से मशहूर चंदन सिंह नयाल ने बिना किसी सरकारी मदद के पर्यावरण संरक्षण का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है।
![ओखलकांडा के वाटर हीरो,PC- द पहाड़ी एग्रीकल्चर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/Chnadan%20singh%20nayal.png?itok=cjVu7IBB)
पुराने पड़ते बांधों के खतरे
Posted on 05 Oct, 2023 11:20 AMहाल ही में जयपुर में बांधों की सुरक्षा को लेकर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की और से बेहद भव्य तरीके से आयोजित इस कार्यक्रम में दुनियाभर के विशेषज्ञों ने बांधों को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कई सुझाव भी पेश किए। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में छह हजार से अधिक बड़े-छोटे बांध हैं।
![पुराने पड़ते बांधों के खतरे](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/OIG.8.jpeg?itok=rodTm701)
कृषि प्रधान देश में बेरोज़गार किसान
Posted on 04 Oct, 2023 03:41 PMकिसी देश के विकास में आने वाली समस्याओं में एक प्रमुख समस्या बेरोज़गारी है. भारत जैसे विशाल देश में आज भी कई छोटे छोटे गांव ऐसे हैं जहां नौजवानों की एक बड़ी आबादी बेरोज़गार है. नौकरी के लिए या तो उनके पास कोई स्रोत नहीं है या फिर उन्हें शहरों के लिए पलायन करनी पड़ रही है. देश की बढ़ती जनसंख्या कारण रोज़गार की मांग में भी दिन-ब-दिन इज़ाफ़ा होता जा रहा है.
![कृषि प्रधान देश में बेरोज़गार किसान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/Benefits%20are%20not%20reaching%20farmers.jpg?itok=YZ63NjTR)
अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा
Posted on 04 Oct, 2023 03:09 PMमेक इन इंडिया को ज्यादातर लोग विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) पर आधारित कार्यक्रम और पहल के रूप में देखते हैं लेकिन विनिर्माण के साथ-साथ उसके कई अन्य पहलू भी हैं। विनिर्माण कोई हवा में नहीं हो जाता और विनिर्माण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अनेक बुनियादी पक्षों पर काम करना जरूरी है, जैसे निवेश को प्रोत्साहित करना तथा आधारभूत ढांचे (इन्फास्ट्रक्चर) का विकास करना। इनके बिना विनिर्माण पर केंद्रित लक्ष
![अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/%E0%A4%A8%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%B0%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A4%BF%20.jpeg?itok=LhYOwbqg)
बादलों में प्लास्टिक के कण
Posted on 04 Oct, 2023 01:02 PMएक शोध के अनुसार, प्लास्टिक के अत्यंत महीन कणों को जिनका आकार पांच मिलीमीटर या उससे कम होता है, ‘माइक्रोप्लास्टिक’ कहा जाता है। शोध के अनुसार, हर साल प्लास्टिक के करीब एक करोड़ टन टुकड़े जमीन से समुद्र में पहुंच रहे हैं, जहां से वो वायुमंडल में अपना रास्ता खोज लेते हैं। देखा जाए तो बादलों में इनकी मौजूदगी एक बड़े खतरे की ओर इशारा करती है। एक बार बादलों में पहुंचने के बाद यह कण वापस ‘प्लास्टिक व
![बादलों में प्लास्टिक के कण](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/PLASTICS%20%20IN%20CLOUDS.jpeg?itok=PI6rXDxp)
गंगा हेतु रिस्कन नदी में पानी बोना होगा
Posted on 04 Oct, 2023 11:30 AMशास्त्रों के अनुसार पानी का जन्म भगवान विष्णु के पैरों से हुआ है। इसलिए पानी को नीर या नर भी कहा जाता है। गंगा नदी का नाम विष्णोपुदोद्दकी भी है अर्थात भगवान विष्णु के पैरों से निकली हुई। गंगा नदी का मुख्य स्रोत गंगोत्री में हैं लेकिन गंगा नदी में उत्तराखंड की कई गैर बर्फीली सहायक नदियाँ भी जुड़ी हैं। तभी गंगा नदी में पानी होता है।
![गंगा हेतु रिस्कन नदी में पानी बोना होगा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-10/RISKIN%20RIVER.png?itok=48-fWSs6)
विश्व पर्यटन दिवस पर विशेष: बदल रहा है पीर पंजाल में पर्यटन का दौर
Posted on 26 Sep, 2023 01:42 PMजब भी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन की बात आती है तो लोगों के दिल और दिमाग में एकमात्र नाम कश्मीर की वादियों का आता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि कश्मीर को कुदरत ने अपने हाथों से संवारा है. लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम है कि जम्मू के पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती जिलों से लगे पीर पंजाल के खूबसूरत पहाड़ और इन पहाड़ों से गुजरने वाले ऐतिहासिक मुगल राजमार्ग भी किसी सुंदरता से कम नहीं है.
![बदल रहा है पीर पंजाल में पर्यटन का दौर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Local%20artists%20engaged%20in%20folk%20fest%20%281%29.jpg?itok=lBzCz06-)
बाढ़ के दौरान पेयजल की आपूर्ति
Posted on 18 Sep, 2023 02:57 PMबजली जिला 2021 में स्थापित असम का 34वां जिला है और 173 गांवों में इसकी कुल आबादी लगभग 3 लाख है। इस जिले में 418 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल है, जो भारी वर्षा के कारण 15 जून से इस मानसून के मौसम में अत्यधिक जलप्लावित था। पोहुमोरा और कालदिया. नदियों के तटबंध टूटने के कारण बाढ़ आई है। तटबंधों के आस-पास के निवासियों के घर पूरी तरह से बह गए और लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी।
![बाढ़ के दौरान पेयजल की आपूर्ति](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/FLOOD.jpeg?itok=Zy5Dyg-V)