/sub-categories/news-and-articles
समाचार और आलेख
दुनिया में बांधों को हटाना क्यों जरुरी है
Posted on 24 Jan, 2024 01:17 PMबांधों से सिंचाई, पनबिजली, घरेलू और औद्योगिक जल आपूर्ति, जल भंडारण और बाढ़ प्रबंधन जैसे लाभ प्रदान करने का दावा तो किया जाता है लेकिन विश्व बांध आयोग की रिपोर्ट के अनुसार अधिकांशतः ये लाभ वादों से कम होते हैं। बांध की उम्र बढ़ने के साथ, इसके जलाशय में गाद भर जाने के कारण ये लाभ और भी कम हो जाते हैं। इसके अलावा, ये लाभ भारी लागत और व्यापक प्रतिकूल प्रभावों के साथ आते हैं। इसलिए जब भी किसी बांध क
![दुनिया में बांधों को हटाना क्यों जरुरी है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Dams-1.jpeg?itok=lGvXGYxD)
हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन
Posted on 23 Jan, 2024 02:51 PMहाइड्रोजन ब्रह्मांड में विपुल मात्रा में पाया जाने वाला हल्का तत्व है। जल का प्रमुख घटक है। इसके दहन से जलवाष्प ही बनता है, अतः प्रदूषण मुक्त है। भविष्य का प्रमुख ईंधन है। तभी तो प्रधानमंत्री की घोषणानुसार राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन की शुरुआत की गई है। मिशन के तहत 50लाख मीट्रिक टन (एमएमटी) स्थापित क्षमता के साथ, भारत 2030 तक 1 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन के आयात को कम कर सकता है।
![हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Hydrogen.jpeg?itok=HLH6VdFm)
मनुष्य के जीवन का छह महीना कम कर रहा जलवायु परिवर्तन
Posted on 23 Jan, 2024 12:01 PMजलवायु परिवर्तन खतरनाक रूप से आगे बढ़ रहा है, जिससे मानवता के लिए खतरा बढ़ रहा है। जैसा कि एक अध्ययन में कहा गया है कि मानव- प्रेरित ग्लोबल वार्मिंग और अनियमित वर्षा औसत मानव जीवन काल को लगभग छह महीने तक कम कर सकती है।
![मनुष्य के जीवन का छह महीना कम कर रहा जलवायु परिवर्तन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/climate..change.jpeg?itok=U8klR-ry)
ग्रीन क्रेडिट के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं
Posted on 20 Jan, 2024 05:32 PMवर्तमान में विकास का आधार ऊर्जा है। लेकिन ऊर्जा के परंपरागत रूप ग्रीन हाउस गैंसों के उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं। ग्रीन हाउस गैंसों में से एक व कार्बन डाइऑक्साइड पृथ्वी के तापमान में वृद्धि के लिए अहम कारक है। कार्बन उत्सर्जन व इससे उपजे प्रदूषण को कम करने के लिए नई-नई युक्तियां विकसित की जा रही हैं और समाधान तलाशे जा रहे हैं। इसलिए इस क्षेत्र में रोजगार की नई संभावनाएं भी पनप रही हैं। यदि आप
![ग्रीन क्रेडिट के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं | Employment prospects in the field of green credit](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Green%20credit%20oprtunity%20.jpeg?itok=d-I3IIF-)
जलवायु परिवर्तन के उपजे खतरे से कॉप 28 से अपेक्षाएं
Posted on 20 Jan, 2024 03:22 PMआर्थिक विकास की अन्धी दौड़ में विकास के लिए ईंधन का काम करने वाले ऊर्जा के पारम्परिक स्रोतों-कोयला, पेट्रोलियम पदार्थों से उत्सर्जित ग्रीन हाउस गैसों के बढ़ते सान्द्रण ने मानव सहित समस्त जीव-जन्तुओं और वनस्पतियों का जीवन संकट में डाल दिया है। वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों (कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, ओजोन, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन तथा वाष्प कण) की बढ़ती सान्द्रता से पृथ्वी के सामान्य ता
![जलवायु परिवर्तन के उपजे खतरे से कॉप 28 से अपेक्षाएं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/climate%20changes.jpeg?itok=W5M-FNgx)
पराली जलाने से नुकसान एवं फसल अवशेष प्रबंधन
Posted on 20 Jan, 2024 01:26 PMफसल अवशेष पक्की फसल के कटने के बाद बाकी बचा हिस्सा होता है. किसान फसल पकने के बाद उसका ऊपरी हिस्सा काट लेते हैं. बाकी हिस्सा खेत में छोड़ देते हैं, जो किसानों के लिए बेकार होता है वर्तमान में फसल अवशेष की समस्या इसलिए आ रही है, क्योंकि ज्यादातर किसान मशीनों से फसल की कटाई करते हैं, जो केवल फसल के ऊपरी हिस्से को काटता है.
![पराली जलाने से नुकसान एवं फसल अवशेष प्रबंधन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Crop%20burning.jpeg?itok=SLAEmE3m)
पारंपरिक धोबियों के बजाय माइक्रोलॉन्ड्री का जोर पकड़ रहा चलन
Posted on 18 Jan, 2024 12:37 PMविराग (नाम बदला हुआ) एक प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी में बेंगलुरु में काम करते थे, लेकिन इस साल उन्हें नोएडा जाना पड़ा। उनका दफ्तर बहुत दूर था, इसलिए उन्हें कपड़ों को धुलाने और धोने का समय नहीं मिलता था। उन्हें धोबी के द्वारा धुले कपड़ों की सफाई भी अच्छी नहीं लगती थी। लेकिन लॉन्ड्री स्टार्टअप कंपनियों के नजदीक के स्टोर ने उनकी यह समस्या हल कर दी। विराग का कहना है कि ये स्टार्टअप धोबियों से ज्यादा प
![पारंपरिक लॉन्ड्री](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG%20-%202024-01-18T132922.067.jpeg?itok=4w_vICEH)
तीखी हरी मीर्च ने लाया महिलाओ के जीवन में मिठास
Posted on 17 Jan, 2024 04:00 PMक्या आपने कभी सुना है कि हरी मिर्च मीठी हो सकती है?
![तीखी हरी मीर्च ने लाया महिलाओ के जीवन में मिठास](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/harimirchi-1.png?itok=Rcboio0V)
जल प्रबंधन के लिए ग्रामीण श्रमशक्ति और रोजगार पर अध्ययन 'जल कौशल रिपोर्ट' जारी
Posted on 17 Jan, 2024 03:43 PM- जल प्रबंधन के लिए ग्रामीण श्रमशक्ति और रोजगार का एक अध्ययन 'जल कौशल रिपोर्ट' रिपोर्ट जारी
- जल जीवन मिशन (जेजेएम) स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम), अटल भूजल योजना आदि जल आधारित योजनाओं के तहत 4.5 लाख करोड़ के संसाधन निर्माण के लिए प्रबंधन के लिए कुशल-श्रमशक्ति सृजन की जरूरत पर बल
- एक दर्जन से ज्यादा संगठनों ने देश में पानी-प्रबंधन योजनाओं से किए जा रहे रोजगार सृजन की अभूतपूर्व सं
![जल प्रबंधन के लिए ग्रामीण श्रमशक्ति और रोजगार पर अध्ययन 'जल कौशल रिपोर्ट' जारी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/LIVELIHOOD_0.jpg?itok=qxERzwOD)
जलवायु वित्त क्या है और इसकी आवश्यकता क्यों है
Posted on 17 Jan, 2024 11:27 AMजलवायु परिवर्तन वार्ताओं में विकसित और विकासशील देशों के बीच विश्वास बनाए रखने के लिए जलवायु वित्त (Climate Finance) महत्वपूर्ण है जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क अभिसमय (UNFCCC) के दुबई में आहूत 'कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज' (COP 28) में जलवायु वित्त का एक प्रमुख मुद्दा बनने की उम्मीद की जा रही है. जलवायु वित्त-जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क अभिसमय के अनुसार, जलवायु वित्त
![जलवायु वित्त क्या है और इसकी आवश्यकता क्यों है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Javayu%20parivartan-1.jpeg?itok=vEqXAIWe)