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समाचार और आलेख
राजस्थान का जयपुर शहर भी तरस रहा है पानी के लिए
Posted on 27 Jun, 2024 08:34 AMदेश में लगातार बढ़ते तापमान के साथ ही पीने के पानी की समस्या भी बढ़ी है। इससे राजधानी दिल्ली और अन्य महानगर भी अछूते नहीं हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी इलाकों में आबाद कच्ची बस्तियों के हालात को बखूबी समझा जा सकता है। जहां आज भी पीने के साफ पानी के लिए परिवारों को संघर्ष करना पड़ रहा है। हालांकि 2019 में शुरू हुए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'हर घर नल जल' ने इस समस्या को काफ
![बाबा रामदेव नगर बस्ती में जलजीवन मिशन का पानी नहीं पहुंच रहा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/Residents%20of%20Baba%20Ramdev%20Nagar%20yearn%20for%20water%20Pic%203.jpg?itok=ss7Ysxnw)
चंबल नदी के जलस्तर के 10 फीट तक घटने से दुर्लभ जलचर खतरे में
Posted on 27 Jun, 2024 08:18 AMउत्तर प्रदेश के इटावा जिले में प्रवाहित देश की सबसे स्वच्छ चंबल नदी के जलस्तर के प्रचंड गर्मी में करीब 10 फुट के आसपास घटने से दुर्लभ जलचरों को खासी तादाद में नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। इटावा जिले के उदी स्थित केंद्रीय जल आयोग के स्थल प्रभारी मनीष जैन बताते है कि इस माह चंबल नदी का जलस्तर 105.30 मीटर चल रहा है,एक सप्ताह से इसी अनुरूप जलस्तर टिका हुआ नजर आ रहा है जब की पिछले दस साल प
![चंबल नदी में भयानक रूप से गिर रहा जलस्तर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/FB_IMG_1713837902719.jpg?itok=TN91HmB5)
केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का सरकारी दावा पत्र: देश के दो बड़े राज्यों (उ.प्र. एवं म.प्र.) के मध्य जल की आपूर्ति के लिए नदी जोड़ो परियोजना
Posted on 20 Jun, 2024 12:52 PMकेन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच मतभेद को सुलझाकर 22 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल मौजूदगी में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए। इस परियोजना के लिए केंन्द्र सरकार एक खास केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट अथॉरिटी बनाएगी। यह परियोजना 8 वर्षों में पूरी होगी और इसकी 9
![केन बेतवा लिंक मैप](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/mapping-Ken-betwa-link.jpg?itok=4fgO8o5r)
उत्तराखंड में जल संरक्षण एवं संवर्धन की प्रासंगिकता
Posted on 20 Jun, 2024 10:10 AMजल प्रकृति का अनुपम उपहार है। मान्यता है कि पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति जल से ही हुई। जीवनदाता जल की मानव ही नहीं अपितु समस्त जीव-जंतु, वनस्पतियों के लिये कितनी अधिक उपयोगिता है, यह बात किसी से छिपी नहीं है, तभी तो कहते हैं- "जल ही जीवन है"। जल के बिना जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती, जल और जीवन का अटूट सम्बन्ध है। जल तत्व वाष्प और बादल के रूप में आकाश में विद्यमान रहता है, वे बादल बरसकर पृथ्व
![प्रतिकात्मक तस्वीर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/mountain%20groundwater-exploitation_0.jpg?itok=34puAJmB)
चंबल पट्टी में आग से पक्षियों की आफत
Posted on 19 Jun, 2024 08:28 PMउत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी के बीच इटावा जिले में यमुना और चंबल के भेद में बड़े पैमाने पर विभिन्न स्थानों पर आग लगने की घटनाओं में छोटी चिड़िया एवं ग्रास लैंड बर्ड के आशियाने खाक होने का अंदेशा जताया जा रहा है। आग से छोटी चिड़िया एवं ग्रास लैंड बर्ड के घोंसले जल कर खाक होने की यह संख्या एक दो नहीं बल्कि सैकड़ो आंकी जा रही है।
![ग्रास लैंड बर्ड (फोटो साभार - natureinfocus.in)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/grassland%20Birds.png?itok=y3T8sAhf)
इटावा : अमृत योजना के तहत हकीकत के बजाय कागजों में खोदे गए तालाब
Posted on 18 Jun, 2024 01:53 PMपांच नदियों के संगम वाले उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में अमृत योजना के तहत तालाबो को हकीकत के बजाय कागजों में खोदने का काम किया गया है। सरकारी रिकॉर्ड ऐसा बता रहा है कि राज्य और केंद्र सरकार की ओर से अमृत योजना के तहत तालाबों को खोदने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था उसके अनुरूप हकीकत में तालाब नहीं खोदे गए हैं जबकि दस्तावेजी प्रक्रिया में तालाब खोद डाले गए है।
![अमृत योजना के तहत खोदे गए तालाबों का हाल](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/IMG-20240612-WA0040%20%281%29.jpg?itok=wcCpJGV1)
भारत के भूजल में आर्सेनिक प्रदूषण : प्रमुख तथ्य
Posted on 15 Jun, 2024 03:38 PMएक लंबी अवधि में अकार्बनिक आर्सेनिक की उच्च सांद्रता के सेवन से आर्सेनिकोसिस नामक क्रोनिक आर्सेनिक विषाक्तता हो सकती है। आर्सेनिक युक्त जल के सेवन से लक्षणों को विकसित होने में वर्षों का समय लगता है एवं यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि एक्सपोज़र का स्तर क्या है?
![आर्सेनिक से स्वास्थ्य समस्याएं, फोटो साभार - ढाका ट्रिव्यून](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/arsenic-pollution-efects.png?itok=R65TDqAv)
बावड़ियाँ: प्राचीन भारत के भूले-बिसरे एवं विश्वसनीय जल स्रोत (भाग 1)
Posted on 15 Jun, 2024 08:56 AMभारत में इन सीढ़ीनुमा कुओं को आमतौर पर बावड़ी या बावली के रूप में जाना जाता है, जैसा कि नाम से पता चलता है कि इसमें एक ऐसा कुआ होता है जिसमें उतरते हुए पैड़ी या सीढ़ी होती है। भारत में, विशेषकर पश्चिमी भारत में बावली बहुतायत में पाई जाती हैं और सिंधु घाटी सभ्यता काल से ही इसका पता लगाया जा सकता है। इन बावड़ियों का निर्माण केवल एक संरचना रूप में ही नहीं किया गया था। अपितु उनका मुख्य उद्देश्य व्य
![चांद बावड़ी, साभार - Pixabay](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/stepwell-chandbawari.jpg?itok=PMOjPoDk)
बावड़ियाँ: प्राचीन भारत के भूले-बिसरे एवं विश्वसनीय जल स्रोत (भाग 2)
Posted on 15 Jun, 2024 02:23 AMअग्रसेन की बावली
अग्रसेन की बावली (जिसे उग्रसेन की बावड़ी भी कहा जाता है), प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थलों और अवशेष अधिनियम, 1958 के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित स्मारक है। लगगभग 60 मीटर लंबी और 15 मीटर चौड़ी यह ऐतिहासिक बावड़ी नई दिल्ली में कनॉट प्लेस, जंतर मंतर के पास, हैली रोड़ पर स्थित है। यह 108 सीढ़ी या पैड़ी वाली बाबड़ी तीन मंजिला इमारत के समान ऊंची
![चांद बावड़ी, साभार - Pixabay](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/chand-bawari.jpeg?itok=tXcCvvMh)
पर्वतों में जल समस्या
Posted on 12 Jun, 2024 06:55 AMहाल ही में एक शोध में पर्वतीय क्षेत्र में पानी की बढ़ती समस्या पर चिंता व्यक्त की गई है। हिंदू-कुश क्षेत्र (यह चार देशों-भारत, नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश में विस्तारित है) में किये गए इस अध्ययन में पाया गया कि इस क्षेत्र के 8 शहरों में पानी की उपलब्धता आवश्यकता के मुकाबले 20-70% ही थी। रिपोर्ट के अनुसार, मसूरी, देवप्रयाग, सिंगतम, कलिमपॉन्ग और दार्जलिंग जैसे शहर जलसंकट से जूझ रहे हैं। प्राकृ
![पर्वतों में जल समस्या](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/waterproblems-in-mauntains_0.png?itok=U4yA7ukz)