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अब पेयजल के लिए अलग मंत्रालय
Posted on 29 Jul, 2011 04:30 PM

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेजी से कम हो रहे इस कीमती संसाधन पेयजल एवं स्वच्छता के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया। मुम्बई के नेता गुरदास कामत को इस मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। कामत पूर्व गृह राज्यमंत्री हैं। अब वह ग्रामीण विकास मंत्रालय से अलग हुए पेयजल एवं स्वच्छता के स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री होंगे।

गुरदास कामत
भूखों को रोटी देने की कवायद
Posted on 18 Jul, 2011 12:02 PM

देश में खाद्य सुरक्षा विधेयक को मंज़ूरी मिलने से भुखमरी से होने वाली मौतों में कुछ हद तक कमी आएगी, ऐसी उम्मीद की जा सकती है। हाल में प्रगतिशील जनतांत्रिक गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक 2011 को मंज़ूरी दी है। इसका मक़सद भुखमरी के शिकार लोगों को खाद्य सुरक्षा मुहैया कराना है। अगर यह विधेयक संसद में पारित ह

दिल्ली नगर निगम
Posted on 16 Jul, 2011 09:27 AM पर्यावरण प्रबंधन सेवाएं विभाग (सार्वजनिक सूचना)
नागरिक कृपया ध्यान दें! यदि आपको कूड़े या सफाई से संबंधित कोई भी शिकायत है तो उसके निवारण हेतु हमारे नोडल अधिकारियों से दूरभाष, ई-मेल के द्वारा अथवा व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें।
प्राकृतिक आपदा और मानवीय त्रासदी के बीच
Posted on 15 Jul, 2011 02:27 PM

पि‍छले दि‍नों प्राकृति‍क आपदा ने उत्तंराखंड में भीषण तबाही मचाई। इससे अपार जान-माल का नुकसान हुआ। कि‍तना नुकसान हुआ, इसका अभी तक सही आंकलन नहीं कि‍या जा सका है। इस दौरान आंदोलनकारी रचनाकार डॉ. अतुल शर्मा उत्तलरकाशी-टि‍हरी क्षेत्र में थे। उनका यात्रावृतांत-

हुजूर! यह विकास का मतलब क्या होता है?
Posted on 15 Jul, 2011 01:03 PM

पिछले 60 वर्षों में भारत में औद्योगीकरण की वजह से कोई छह करोड़ लोग पहले से ही विस्थापित हो चुके

निजी हाथों में होगी पेयजल व्यवस्था!
Posted on 15 Jul, 2011 12:15 PM राजस्थान के गांवों और शहरों में पेयजल उपलब्ध करवाना यहां की सरकारों के लिए सबसे महत्तवपूर्ण चुनौती और चिंता का विषय है। इससे निपटने के लिए सरकार निजी-सार्वजनिक हिस्सेदारी (पीपीपी) मॉडल अपनाने पर विचार कर रही है। राजस्थान देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 10.4 प्रतिशत क्षेत्र समाहित करता है और देश की 5.5 फीसदी आबादी व 18.70 प्रतिशत मवेशियों को पालता है, लेकिन यहां देश में उपलब्ध कुल सतह जल का केवल 1.16 प
वॉटरमिलों को मिल रहा नया जीवन
Posted on 15 Jul, 2011 12:11 PM

हेस्को भारतीय सेना के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर के सीमांत गांवों में बंद पड़ी वॉटर मिलों को दोबारा

बस 1 रुपये में पियो महीने भर साफ पानी
Posted on 15 Jul, 2011 12:07 PM

यह मॉडल स्थानीय जल सुरक्षा समितियों पर आधारित है, जिसमें दो नए स्तर जोड़े गए हैं- एक ग्राम पंचा

जल संरक्षण के सदियों पुराने तरीके आजमा रहे गांववासी
Posted on 15 Jul, 2011 12:02 PM

करीब दो दशक पहले बनाई गई इन नहरों का मकसद था हिमालय से पानी उतारकर यहां की बंजर जमीन को खेती कि

लद्दाख से सीखें
Posted on 15 Jul, 2011 12:00 PM

उदाहरण के लिए आज यहां जिन (अधिकतर) इलाकों में नदी का पानी नहीं पहुंचता और ग्लेशियर भी पीछे खिसक

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