उत्तराखंड

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जीवन का आधार हैं वृक्ष
Posted on 22 Mar, 2018 02:54 PM
एक पेड़ अपने पूरे जीवनकाल में हर तरह से मनुष्य के काम आता है। भोजन प्रदान करने, छाँव देने, घर बनाने को लकड़ी देने से लेकर सांसे लेने के लिये जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी देता है। आपके आस-पास जितने अधिक पेड़ उतना कम प्रदूषण। इसके बावजूद आधुनिकता की अंधाधुंध दौड़ में जंगलों की कटाई तेजी से जारी है। 2016 में कुल 7.3 करोड़ एकड़ वन क्षेत्र का खात्मा हुआ। वनों को बचाने और धरती को हरा-भरा बनाए रखने के लिय
गुलाब जल के उत्पादन से खुली आर्थिक समृद्धि की राह
Posted on 19 Mar, 2018 01:23 PM


कांटो के बीच पल्लवित होने वाला गुलाब का फूल जीवन की जटिलताओं को दूर कर उमंग भी कर सकता है, बशर्ते गुलाब की खेती बड़े पैमाने पर की जाए। इन फूलों से बना गुलाब जल सुगंध, स्वाद और सेहत के साथ ही नियमित आय का जरिया भी है।

गुलाब का फूल
रिस्पना नदी को नया जीवन देंगे तालाब
Posted on 19 Mar, 2018 01:04 PM
तालाबों के माध्यम से रिस्पना नदी को नया जीवन मिलेगा। साथ ही नदी का जलस्तर बढ़ाने के लिये 5300 रिसाव टैंक बनेंगे। इन सभी कार्यों पर आने वाला खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। वन विभाग ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को नदी के पुनर्जीवन के लिये जो प्रोजेक्ट भेजा था, उसे हरी झंडी मिल गई है।
ऑल वेदर रोड भाग - दो
Posted on 11 Mar, 2018 02:46 PM

विकल्प: सुगम यात्रा की ओर ऑल वेदर रोड का संकल्प



ऑलवेदर रोड का मैपऑलवेदर रोड का मैपAll Weather Road
All weather road project
नाउम्मीद स्वामी सानंद, फिर गंगा अनशन की राह पर
Posted on 11 Mar, 2018 01:38 PM


स्वामी श्री ज्ञानस्वरूप सानंद को उम्मीद थी कि भारतीय जनता पार्टी जब केन्द्र की सत्ता में आयेगी, तो उनकी गंगा माँगें पूरी होंगी। अपना पिछला गंगा अनशन, उन्होने इसी आश्वासन पर तोड़ा था। यह आश्वासन तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह द्वारा दिया गया था।

20 दिसम्बर, 2013 को वृंदावन के एक भवन में पुरी के शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद जी ने अपने हाथों से जल पिलाकर आश्वस्त किया था कि राजनाथ जी ने जो कहा है, वह होगा। किन्तु स्वामी जी व्यथित हैं कि वह आज तक नहीं हुआ।

स्वामी सानंद
नमामि गंगे रोपेगी, ऑलवेदर रोड समाप्त करेगी
Posted on 09 Mar, 2018 06:19 PM
सड़क बहुत चौड़ी होगी, चमकती हुई यह सड़क होगी, मोटर वाहन फर्राटे भरेंगे, कभी अवरोध नहीं होगा, ना ही मोटर दुर्घटना होगी, ना कभी भूस्खलन और आपदा के कारण सड़क बन्द रहेगी, वर्ष भर लोग चारों धार्मिक स्थलों का दीदार करते रहेंगे और पुण्य कमाएँगे। जहाँ-जहाँ से ऑलवेदर रोड जाएगी वहाँ-वहाँ स्थानीय लोगों को स्वरोजगार प्राप्त होगा।
चमोली-कर्णप्रयाग हाईवे पर विकास की बलि चढ़ते पेड़
उत्तराखण्ड के धधकते जंगल - कब बुझेगी आग
Posted on 09 Mar, 2018 03:15 PM
71 फीसद वन भू-भाग वाले उत्तराखण्ड में वनों को बचाना एक बड़ी चुनौती है। पिछले
जंगल में आग
इलायची, एलोवेरा उगा दूर भगा रहे गरीबी
Posted on 06 Mar, 2018 03:11 PM

पौड़ी से 120 किमी दूर थलीसैंण विकासखण्ड की चौथान पट्टी का कांडई गाँव बच्चीराम की कर्मभूमि है। यहाँ उन्होंन

ग्रामीणों ने कड़वापानी जलस्रोत का किया पुनरुद्धार
Posted on 01 Mar, 2018 03:05 PM


उत्तराखण्ड की अस्थायी राजधानी देहरादून कभी बासमती चावल, लीची फल के लिये देश में विख्यात थी। अब सिर्फ-व-सिर्फ बासमती की खुशबू ही बची है। बासमती का स्वाद चखना स्थानीय लोगों के लिये भी मुश्किल होने लगा है। कारण अधिकांश खेती में कंक्रीट के जंगल उग आये हैं तो बची-खुची जमीन सिंचाई के अभाव में असिंचित में बदल रही हैं।

कड़वापानी जलस्रोत की सफाई करते ग्रामीण
ऑल वेदर रोड बना विदाउट वेदर रोड
Posted on 27 Feb, 2018 06:22 PM

हिमालय से सड़क के 24 मीटर से भी अधिक क्षेत्र के हरे पेड़ों का कत्लेआम इलेक्ट्रॉनिक आरियों से धड़ा-धड़ गिरा

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