रायपुर जिला

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महिलाओं ने विकसित किया चाय बागान
Posted on 07 Sep, 2018 03:49 PM
छत्तीसगढ़ में चाय बागान से पत्तियाँ चुनती महिलाएँ (फोटो साभार - दैनिक जागरण)रायपुर / छत्तीसगढ़ स्थित जशपुर का सारूडीह गाँव चाय की खेती के कारण चर्चा में है। गाँव के 20 एकड़ कृषि क्षेत्र को चाय बागान के रूप में विकसित करने का श्रेय वहाँ की महिलाओं को जाता है। महत्त्वपूर्ण यह है कि महिलाओं द्वारा बनाए गए स्
छत्तीसगढ़ में चाय बागान से पत्तियाँ चुनती महिलाएँ
मनरेगा कार्यक्रम की सफलता
Posted on 15 Feb, 2015 11:22 PM मनरेगा का मुख्य लक्ष्य है देश के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों का
हरित-प्रशस्ति गान
Posted on 13 Feb, 2015 03:08 PM ‘ग्रीन कमाण्डो’ के नाम से विख्यात वीरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में
सरायपाली ग्राम पंचायत और ग्राम सभा
Posted on 11 Feb, 2015 12:42 AM सरायपाली ग्राम पंचायत अपने सराहनीय कार्य के लिए वर्ष 2001 में रायग
तालाबों के कब्रिस्तान पर बनी राजधानी रायपुर
Posted on 20 Sep, 2014 12:00 PM छत्तीसगढ़ राज्य और उसकी राजधानी रायपुर बनने से पहले तक यह नगर तालाबों की नगरी कहलाता था, ना कभी नलों में पानी की कमी रहती थी और ना आंख में। लेकिन अलग राज्य बनते ही ताल-तलैयों की बलि चढ़ने लगी। कोई 181 तालाबों की मौजूदगी वाले शहर में अब बमुश्किल एक दर्जन तालाब बचे हैं और वे भी हांफ रहे हैं अपना अस्तित्व बचाने के लिए। वैसे यहां भी सुप्रीम कोर्ट आदेश दे चुकी है कि तालाबों को उनका समृद्ध अतीत लौटाया जाए, लेकिन लगता है कि वे गुमनामी की उन गलियों में खो चुके हैं जहां से लौटना नामुमकिन होता है। जुलाई के सावन में भी रायपुर में तापमान 40 डिग्री की तरफ लपक रहा है। एक आध बार पानी बरसा तो शहर लबालब हो गया, लेकिन अगली सुबह घरों के नल रीते ही रहे। पानी की किल्लत अब यहां पूरे साल ही रहती है। यहां के रविशंकर विश्वविद्यालय के प्रशासन ने परिसर और उससे सटे डीडी नगर, आमानाक, डडनिया में तेजी से नीचे जा रहे जल स्तर को बचाने के लिए बीस लाख रुपए की लागत से एक तालाब बनाने का फैसला ले लिया है।

चलो यह अच्छा है कि ज्ञान-विज्ञान, तकनीक से सज्जित आज के समाज को नए तालाब खोदने की अनिवार्यता याद तो आई, लेकिन यह याद नहीं आ रहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य और उसकी राजधानी रायपुर बनने से पहले तक यह नगर तालाबों की नगरी कहलाता था, ना कभी नलों में पानी की कमी रहती थी और ना आंख में। लेकिन अलग राज्य क्या बना, शहर को बहुत से दफ्तर, घर, सड़क की जरूरत हुई और देखते-ही-देखते ताल-तलैयों की बलि चढ़ने लगी।
Pond of Raipur
पहले मारा पीलिया ने, अब मारा डॉक्टरों की फीस ने
Posted on 12 Jul, 2014 03:42 PM पीलिया ने अब तक 33 लोगों को लील लिया है। सरकार और विपक्ष एक-दूसरे पर दोषारोपण में व्यस्त हैं, जबकि जनता प्राइवेट अस्पतालों की लूट का शिकार हो रही है
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर
Posted on 04 Jul, 2011 01:23 PM

मीडिया फैलोशिप


समाज और देश के विकास में मीडिया की भूमिका और अपेक्षाओं को रेखांकित करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ के महान पत्रकारों की स्मृति में स्थापित मीडिया फैलोशिप 2011-12 के लिए अर्हताधारी शोधार्थियों एवं मीडिया प्रोफेशनल्स से आवेदन निर्धारित प्रपत्र में आमंत्रित है-

पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी फैलोशिप
गांव के लोगों ने खुद ही बना लिया अपना बांध
Posted on 19 Apr, 2011 09:16 AM

पिथौरा/रायपुर। पानी की कमी से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ के देवरूम गांव के लोग जोंक नदी में हर साल अपने बलबूते बांध का निर्माण कर संकट से निजात पा रहे हैं। बांध से पांच किमी के दायरे में पानी का भराव रहता है। इससे आसपास की पंद्रह सौ एकड़ जमीन पर गर्मी में रबी की फसल ली जाती है। इसके चलते भूजल स्तर में सुधार हो रहा है।

जलमनी योजना
Posted on 07 May, 2010 08:03 AM केंद्र सरकार के निर्देश पर छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के 900 बच्चों की सेहत के लिए वाटर फिल्टर लगाने की योजना बनाई है. जलमनी योजना के नाम से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्कूलों में वाटर फिल्टर लगाने की अनुशंसा कर दी, ताकि स्कूलों में ही बच्चों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जा सके.
जल योद्धाओं की सूखे पर विजय
Posted on 21 Dec, 2009 12:52 PM पानी और सामाजिक चिंताओं के प्रति विशेष लगाव के कारण श्री पवन गर्ग रायपुर स्थित एक गैर-सरकारी संगठन “रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग एण्ड वाटर मैनेजमेंट सोसायटी” के तहत अपने प्रयास शुरु करने के लिए उत्साहित हुए।
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