Posted on 10 Sep, 2009 08:26 PM पांच नदियों के नाम पर बसे पंजाब में आज उन नदियों की बात करना पिछड़ा कहलाना होगा। पंजाब की मिट्टी, पंजाब का पशुधन, पंजाब का पानी, पंजाब के परिंदों का दिन दूनी-रात चौगुनी गति से गायब होना जितने माथों की शिकन होना चाहिए था, जितने दिलों की उदासी होना चाहिए था, उतना है नहीं। ऋषियों, गुरूओं, संतों द्वारा प्राकृतिक संपदाओं के गुणगान, लोकगीतों में बहारों की धमक, किसी प्रिय के आगमन के लिए परिंदों को
Posted on 04 Apr, 2009 06:48 AMपंज़ाब राज्य का लगभग 80% भूजल मनुष्यों के पीने लायक नहीं बचा है और इस जल में आर्सेनिक की मात्रा अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुँच चुकी है… यह चौंकाने वाला खुलासा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किये गये एक अध्ययन में सामने आई है। पानी में आर्सेनिक की मात्रा का सुरक्षित मानक स्तर 10 ppb होना चाहिये, जबकि अध्ययन के मुताबिक पंजाब के विभिन्न जिलों से लिये पानी के नमूने में आर्सेनिक की मात्रा 3.5 से 688
Posted on 11 Oct, 2009 05:27 PM पटियाला. पटियाला के आस-पास के दर्जनों किसानों को तो शायद इसका अहसास भी नहीं है कि वो अपने बच्चों को रोटी नहीं, बल्कि ऐसा मीठा जहर दे रहे हैं, जो उन्हें जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना सकता है। पटियाला शहर के पूरा सीवरेज सिस्टम जिस नाले में जाकर गिरता है, उसका मेन डिस्पोजल गांव मैण के पास बनाया गया है, यानि गांव मैण तक यह गंदा नाला खुला है।