प्रयागराज जिला

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अपनी गंगा मैली
Posted on 01 Jan, 2013 11:02 AM

यह बात किसी से भी छिपी हुई नहीं है कि नगरों-महानगरों की सारी गंदगी इन नदियों में लगातार छोड़ी जा रही है, नदियों के आसपास लगी हजारों फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल युक्त और जहरीला कचरा लाख मनाही के बाद भी बिना किसी रोक-टोक के इन नदियों में ही छोड़ा जाता है। करोड़ों रुपए खर्च कर लगाए गए जल शोधन संयंत्र रख-रखाव के अभाव में ठोस नतीजा नहीं दे पा रहे हैं। रही-सही कसर हमारी मान्यताओं और धार्मिक परं

गंगा की फिक्र
Posted on 05 Dec, 2012 10:25 AM देश के बड़े इलाके की जीवनधारा कही जाने वाली गंगा नदी में बढ़ता प्रदूषण, चिंता का विषय है। तमाम कोशिशों के बाद भी गंगा को मैली होने से बचाने में नाकामी ही हाथ लगी है। बल्कि इन उपायों के बीच गंगा का पानी और भी जहरीला हुआ है। अब तो और इसका पानी लोगों को कैंसर का रोगी बना रहा है। नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम (एनसीआरपी) के एक अध्ययन के मुताबिक गंगा में इतनी ज्यादा धातुएं और घातक रसायन घुल गए हैं कि
गंगा को गंगाभक्त ने ही गंदा किया
ब्लास्टिंग कूप: पेयजल के स्थायी स्रोत पर सरकारी डाका
Posted on 22 Aug, 2012 03:52 PM

1000 से अधिक नये कूप निर्माण कराने का लक्ष्य अभी नहीं हुआ पूरा

blast well
पॉवर प्लांटों द्वारा गंगा व यमुना से भारी मात्रा में पानी खींचने से बिगड़ेगी पारिस्थितिकी
Posted on 11 Aug, 2012 01:00 PM

इलाहाबाद में तीन पॉवर प्लान्टों की स्थापना से लाखों किसानों, मछुआरों की रोजी-रोटी पर संकट के बादल


पानी के ‘अतिभोग’ व ‘अतिदोहन’ से चिंतित भारत सरकार ‘कानून’ बनाकर जल संरक्षण का खाका तैयार कर रही है, जबकि दूसरी ओर कार्पोरेट सेक्टर को अतिशय जल उपभोग की इजाजत भी बिना किसी रोक-टोक व उसके स्रोतों की स्थिति जाने बगैर दी जा रही है। इलाहाबाद जनपद में केवल 25 कि0मी0 की परिधि में तीन कोल बेस्ड थर्मल पॉवर प्लान्टों और उन्हें गंगा तथा यमुना नदी से भारी मात्रा में पानी देने का फैसला भी सरकार के जल संरक्षण की दोहरी नीति की तरफ इशारा करता है।

पानी के ‘अतिभोग’ व ‘अतिदोहन’ से चिंतित भारत सरकार ‘कानून’ बनाकर जल संरक्षण का खाका तैयार कर रही है, जबकि दूसरी ओर कार्पोरेट सेक्टर को अतिशय जल उपभोग की इजाजत भी बिना किसी रोक-टोक व उसके स्रोतों की स्थिति जाने बगैर दी जा रही है। हाल में तैयार किये गए ‘राष्ट्रीय जल नीति-2012’ के मसौदे और इसी दरम्यान कुछ फैक्ट्रियों, थर्मल पॉवर प्लांटों को दिये जा रहे पानी के उपभोग की खुली छूट में कोई तालमेल दिखाई नहीं पड़ता। इसी मसौदे की प्रस्तावना (1.3-पैरा 4) में एक तरफ सरकार यह कह रही है कि खाद्य सुरक्षा, जीविका तथा सभी के लिए समान और निरंतर विकास हेतु राज्य द्वारा ‘सार्वजनिक धरोहर के सिद्धान्त’ के तहत जल का प्रबंधन सामुदायिक संसाधन के रूप में किये जाने की आवश्यकता है, वहीं कोल बेस्ड थर्मल पॉवर प्लान्टों और प्रस्तावित दिल्ली से मुम्बई तक इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर (इटली की स्कॉट विलस्न कंपनी द्वारा दिल्ली से मुम्बई तक पानी की उपलब्धता और उपभोग के पैमाने पर एक सर्वे रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपी गई है) को भारी मात्रा में पानी देने पर सरकार स्वयं राजी है। इलाहाबाद जनपद में केवल 25 कि0मी0 की परिधि में तीन कोल बेस्ड थर्मल पॉवर प्लान्टों और उन्हें गंगा तथा यमुना नदी से भारी मात्रा में पानी देने का फैसला भी सरकार के जल संरक्षण की दोहरी नीति की तरफ इशारा करता है।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर दस दिवसीय गंगा महोत्सव
Posted on 14 May, 2012 05:50 PM हरि हर आरती समिति रामघाट, प्रयाग

इस वर्ष 2013 के महाकुम्भ के शुभ अवसर पर विशेष रूप से गंगा संरक्षण की मुहीम के साथ गंगा महोत्सव 2012 का आयोजन श्री गंगा आरती स्थल रामघाट (त्रिवेणी बांध के नीचे) प्रयाग, में करने जा रहा है। उक्त आयोजन में नियमित महा आरती पूजन सायं काल 6.30 के साथ ही साथ राष्ट्रीय एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा दस दिवसीय विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम काव्य संध्या एवं गंगा संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन व 30 मई गंगा दशहरा के पावन पर्व पर भव्य भण्डारा व प्रसाद वितरण होगा। गंगा महोत्सव के इस पावन पर्व में आप अधिक से अधिक संख्या मे अपने ईष्ट मित्रों सपरिवार के साथ उपस्थित होकर कार्यक्रमों का नयनाभिराम दृश्यों का अवलोकन करें। भाव प्रवाह भजनों का आनंद लेकर स्वयं को भक्ति रस से सराबोर करें। आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है।

सभी गंगा भक्त उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित होकर गंगा संरक्षण की मुहीम से स्वयं को जोड़े और जगत कल्याणी भगवती गंगा की कृपा के पात्र बनें।
हाईकोर्ट इलाहाबाद ने गंगा के अधिकतम बाढ़ क्षेत्र से 500 मीटर क्षेत्र में निर्माण कार्य पर लगाई रोक
Posted on 25 Apr, 2012 10:06 AM हाईकोर्ट ने गंगा प्रदूषण मामले में सुनवाई करते हुए रिट संख्या 4003/2006 के संदर्भ में पूर्व में एक निर्णय दिया था जिसमें इलाहाबाद में गंगा यमुना नदी के तट से 500 मीटर तक की दूरी पर किसी भी प्रकार का नवीनीकृत निर्माण कार्य नहीं होगा। इसी निर्णय के क्रम में आदेश का क्रियांवन भली-भांति न हो पाने पर हाईकोर्ट ने पुनः 20 ता.
इलाहाबाद हाईकोर्ट
गंगा के बाढ़-बिंदु से 500 मी. क्षेत्र का करें चिह्नांकन : इलाहाबाद हाईकोर्ट
Posted on 21 Apr, 2012 09:36 AM इलाहाबाद (सं)। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गंगा प्रदूषण मामले की सुनवाई करते हुए इलाहाबाद विकास प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि गंगा किनारे अधिकृत बाढ़ बिंदु से 500 मीटर क्षेत्र का तीन सप्ताह के भीतर चिह्नांकन कार्य पूरा करे और यह सुनिश्चित करे कि अधिकतम बाढ़ बिंदु से 500 मीटर के भीतर कोई भी निर्माण न होने पाए यदि निर्माण जारी हो तो उसे सील कर दिया जाए याचिका की अगली सुनवाई 18 मई को
इलाहाबाद हाईकोर्ट
अरबों हुआ पानी फिर भी न मिला पानी
Posted on 02 Apr, 2012 01:31 PM

रिपोर्ट के अनुसार गंगा बेसिन में 12000 एमएलडी घरेलू सीवेज है जबकि एसटीपी क्षमता 3750 एमएलडी है। केंद्रीय प्रदूषण

pollution in ganga
गंगाघाट योजना पेश करे सरकार
Posted on 29 Mar, 2012 10:33 AM विधि संवाददाता, इलाहाबाद : गंगा प्रदूषण मामले की सुनवाई कर रही इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अशोक भूषण तथा न्यायमूर्ति अरुण टंडन की खंडपीठ ने प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद नियुक्त प्रदेश के महाधिवक्ता एसपी गुप्ता को अब तक जारी निर्देशों की जानकारी दी और कहा कि सरकार कई बार समय दिए जाने के बावजूद अपना रुख स्पष्ट नहीं कर सकी है। महाधिवक्ता ने न्यायालय को निर्देशों के अनुपालन मामले को स्वय
इलाहाबाद उच्च न्यायालय
प्रधानमंत्री जी के नाम खुला पत्र
Posted on 20 Jan, 2012 12:22 PM

पौष शुक्ल दशमी संवत् 2068 वि. 3 जनवरी 2012 ई.

प्रतिष्ठा में
माननीय डॉ. मनमोहन सिंह जी,
प्रधानमंत्री – भारत सरकार एवं अध्यक्ष – राष्ट्रीयनदी गंगा घाटी प्राधिकरण 7,
रेसकोर्स रोड नई दिल्ली- 110001

विषय – राष्ट्रीयनदी गंगा जी की विषम स्थिति में सुधार के उद्देश्य से हमारा तपस्या करने और बलिदान देने का संकल्प।

GD Agrawal
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