Posted on 02 Jul, 2016 01:33 PM घने और सुहावने जंगल में सागवान के ऊँचे-ऊँचे दरख्त। मधुर आवाजों के साथ बहुरंगी पक्षियों की मौजूदगी। दूर-दूर तक फैला प्रकृति का नजारा। और भी बहुत कुछ। देवास और सीहोर जिले का खिवनी अभयारण्य-वन्य प्राणियों की संख्या में बढ़ोत्तरी और जल प्रबंधन होने पर ‘जंगल का हनुवंतिया’ बन सकता है।
Posted on 09 Aug, 2015 10:51 AM नदियों का उद्गम क्षेत्र एक विशिष्ट पारिस्थितिक तंत्र का निर्माण करता है। किसी नदी के प्रारम्भ होने के स्थान से लेकर थोड़ा आगे तक के क्षेत्र में छोटी-छोटी सहायक सरिताओं और नालों के आकार मिलते रहने से नदी की मूल धारा शनै:-शनै: चौड़ी होती जाती है। अनेक छोटे नालों और सहायक सरिताओं के काफी कम दूरी में ही मुख्य नदी में मिलने से गुच्छे जैसी जिस प्राकृतिक संरचना का
Posted on 28 Jul, 2015 02:09 PM इन दिनों मध्यप्रदेश का एक गाँव अपने कुएँ की लड़ाई लड़ रहा है। जिस कुएँ से सारे गाँव की प्यास बुझती है उसे ही सरकारी कम्पनी के लोग पाटने की तैयारी कर रहे हैं। गाँव वाले भी आर–पार की लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि वे किसी भी कीमत पर अपने गाँव का कुआँ पाटने नहीं देंगे। उधर सरकारी कम्पनी ने भी गाँव वालों को एक महीने की मोहलत देकर साफ़ चेताव