इम्फाल पूर्व जिला (मणिपुर)

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गाँवों में खुलेंगे साइंस सेंटर तो मिलेगी विकास को गति
Posted on 19 Mar, 2018 06:35 PM
इम्फाल : वैज्ञानिक खोजों एवं प्रौद्योगिकी से लोगों की दूरी कम हो तो लोगों की जिन्दगी बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। पर, ग्रामीण एवं दूर-दराज के इलाकों के लोगों की दूरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से सबसे अधिक है। शहरों के साथ-साथ गाँवों में भी बड़ी संख्या में साइंस सेंटर खुलने चाहिए, जो गाँवों के विकास में महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इस तरह के सेंटर गाँवों से अन्धविश्वास दूर करने और वैज्ञा
105वीं राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस सम्मेलन 2018
कैसी होगी भविष्य की दुनिया, भावी वैज्ञानिकों पर निर्भर
Posted on 17 Mar, 2018 06:13 PM
नई दिल्ली : ज्ञान सिर्फ अपने लिये है तो इसका कोई उपयोग नहीं है, बल्कि इसका उपयोग समाज के विकास के लिये होना चाहिए। यदि आप शिक्षित हैं तो आपकी शिक्षा का लाभ समाज के उन लोगों को भी जरूर मिलना चाहिए जिन लोगों को अभी तक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का भरपूर लाभ नहीं मिल सका है।
मणिपुर विश्वविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय किशोर विज्ञान कांग्रेस में पुरस्कार प्राप्त करते हुए यशी गुप्ता
प्रयोगशाला से जमीनी स्तर तक पहुँचे शोध कार्यों का दायरा - प्रधानमंत्री
Posted on 16 Mar, 2018 05:20 PM


इम्फाल : भारतीय विज्ञान कांग्रेस का 105वां सत्र मणिपुर की राजधानी में शुरू हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों को सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिये काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, 'विकास के लिये शोध' के रूप में अनुसंधान और विकास को फिर से परिभाषित करने के लिये समय आ गया है।

Narendra Modi
एकमात्र तैरती झील लोकटक
Posted on 07 Apr, 2017 04:32 PM

लोकटक झील, भारत में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। यह झील मणिपुर की राजधानी इम्फाल से 53 किलोमीटर दूर और दीमापुर रेलवे स्टेशन के निकट स्थित है। 34.4 डिग्री सेल्सियस का तापमान, 49 से 81 प्रतिशत तक की नमी, 1,183 मिलीमीटर का वार्षिक वर्षा औसत तथा पबोट, तोया और चिंगजाओ पहाड़ मिलकर इसका फैलाव तय करते हैं। इस पर तैरते विशाल हरित घेरों की वजह से इसे तैरती हुई झील कहा जाता है।

एक से चार फीट तक मोटे ये विशाल हरित घेरे वनस्पति मिट्टी और जैविक पदार्थों के मेल से निर्मित मोटी परतें हैं। परतों की मोटाई का 20 प्रतिशत हिस्सा पानी में डूबा रहता है; शेष 80 प्रतिशत सतह पर तैरता दिखाई देता है। ये परतें इतनी मजबूत होती हैं कि स्तनपायी जानवरों को वजन आराम से झेल लेती हैं। स्थानीय बोली में इन्हें फुुमदी कहते हैं।

लोकटक झील
मणिपुर के जैव संसाधनों का वैज्ञानिक प्रबन्धन
Posted on 15 Mar, 2015 10:42 AM यदि वैज्ञानिक ढंग से प्रबन्धन हो तो मणिपुर के पौधीय, पशु और सूक्ष्
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