दिल्ली

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मनरेगा को मारने पर आमादा सरकार
Posted on 22 Feb, 2012 05:27 PM

केन्द्र सरकार का असल डर यह है कि राजनीतिक फायदा उठाने के लिए राज्य सरकारों में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की होड़ शुर

Manrega
अब मनरेगा-2 की राह पर दौड़ेगी सरकार
Posted on 22 Feb, 2012 01:58 PM

मिहिर शाह कमेटी ने तैयार किया सुधारों का खाका, आज सौंपी जाएगी रिपोर्ट

ताकि रोजगार गारंटी कार्यक्रम सार्थक साबित हो
Posted on 15 Feb, 2012 12:17 PM

यूपीए सरकार भी मनरेगा को अपनी एक उपलब्धि बताती रही है। इसके बावजूद भी वह उसकी खामियों को दूर करने के बजाय उसे न्

‘लिविंग रिवर्स-डाइंग रिवर्स’ में रमन त्यागी का व्याख्यान
Posted on 12 Feb, 2012 02:03 PM नीर फाउंडेशन को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में पर्यावरण पर लेक्चर देने के लिए आमंत्रित किया गया। यह लेक्चर 8 फरवरी को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कॉन्फ्रेंस हॉल प्रथम में हुआ। गौरतलब है कि इंडिया इंटरनेशनल सेंटर देश भर से किसी एक गैर-सरकारी संगठन के साथ मिलकर लेक्चर आयोजित करता है। लेक्चर के लिए नीर फाउंडेशन को चुना गया। संस्था को उसके काली नदी को प्रदूषण मुक्त करने के अपने अभियान को ध्यान मे
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में प्रो. रामास्वामी अय्यर के साथ रमन त्यागी अपना व्याख्यान देते हुए
खाद्य सुरक्षा बनाम सुरक्षित खाद्य
Posted on 12 Feb, 2012 09:36 AM

किसानों को अभी तो हरित क्रांति ने मारा है कल उसे बीज क्रांति मार देगी। बीजों का पेटेन्ट उसे मार देगा व ऐसे बीजों

Green revolution
वक्त आ गया है कि प्राधिकरण छोडें गंगा विशेषज्ञ?
Posted on 08 Feb, 2012 12:17 PM

पत्थर चुगान, रेत खनन तथा नदियों पर बांधों के निर्माण को लेकर नीति बने। प्रदूषण मुक्ति, नदी भू उपयोग, जलग्रहण क्ष

Ganga river
पहाड़ों की पीड़ा
Posted on 07 Feb, 2012 10:17 AM

पर्यावरण संरक्षण के मकसद से ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में बाहरी लोगों के जमीन-जायदाद खरीदने पर कानूनन पाबंदी है, ले

राष्ट्रीय जल नीति 2012 पर सुझाव आमंत्रित
Posted on 06 Feb, 2012 03:15 PM ‘राष्ट्रीय जल नीति 2002’ के दस साल बाद ‘राष्ट्रीय जल नीति 2012’ का मसौदा प्रारूप लोगों की टिप्पणियों और सुझाव के लिए रखा गया है। केंद्र सरकार ‘राष्ट्रीय जल नीति 2012’ को अंतिम रूप देने से पहले सभी की राय लेना चाहती है। पानी जैसे तेजी से घट रहे प्राकृतिक संसाधन के उपयोग के प्रति लोगों को जिम्मेदारी का एहसास मसौदे की प्राथमिकता है इसको मानते हुए सरकार ने समाज के सक्षम तबकों को जल के उपयोग के बदले तर्कपूर्ण दर पर भुगतान की बात कही है।

‘राष्ट्रीय जल नीति 2012’ चेताती है कि पानी का असमान वितरण सामाजिक अशांति का सबब बन सकता है। मसौदे में स्पष्ट माना गया है कि देश का एक बड़ा हिस्सा पानी के संकट से जूझ रहा है। बढ़ती आबादी, शहरीकरण और बदलती जीवनशैली में पानी की मांग बढ़ रही है जो कि जल सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है।

पर्यावरणीय परिवर्तनों से जल पर पड़ने वाले प्रभाव इस नये मसौदे में काफी प्रमुखता से उठाये गए हैं। समुद्र सतह के बढ़ते स्तर, भूमिगत जल और सतह के जलस्रोतों का खारा होना, तटों का डूबना और बारिश की मात्रा में विभिन्नताओं के साथ ही बाढ़ और जमीन के कटाव तथा सूखे की समस्या आदि बातें मसौदे में प्राथमिकता के आधार पर कही गई हैं।

आज भी खरे हैं तालाब (बंगाली)
Posted on 03 Feb, 2012 02:00 PM

अपनी पुस्तक “आज भी खरे हैं तालाब” में श्री अनुपम जी ने समूचे भारत के तालाबों, जल-संचयन पद्धतियों, जल-प्रबन्धन, झीलों तथा पानी की अनेक भव्य परंपराओं की समझ, दर्शन और शोध को लिपिबद्ध किया है।

आज भी खरे हैं तालाब (बंगाली)
वर्ल्ड वेटलैंड डे 2 फरवरी तथा प्रकृति शिविर
Posted on 02 Feb, 2012 05:21 PM दिल्ली, 2 फरवरी 2012। ओखला पक्षी विहार में 430 बच्चों ने वर्ल्ड वेटलैंड डे और प्रकृति शिविर में हिस्सा लिया। इसमें दिल्ली और नोएडा के 7 स्कूलों ने भाग लिया। रेहान इंटरनेशनल, ए.एस.एन. मयूर विहार, एमऐपीजे नोएडा, एवरग्रीन स्कूल, शिक्षा शिशु केंद्र, डी.पी.एस नोएडा के बच्चों ने चार किस्म की कार्यशाला में शिरकत की।
ओखला बर्ड सेंचुरी में वर्ल्ड वेटलैंड डे मनाया गया
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