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परमाणु ऊर्जा और भारत
Posted on 20 Mar, 2012 02:30 PM

असल में ऊर्जा-सुरक्षा का सवाल सिर्फ परमाणु और कोयले की बिजली या नवीकरणीय ऊर्जा-स्रोतों के बीच चुनाव का सवाल नहीं

स्वामी ज्ञानस्वरूप को हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती
Posted on 20 Mar, 2012 09:59 AM नई दिल्ली। गंगा को निर्मल-अविरल बनाने के लिए आंदोलनरत स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद सोमवार को भी विरोध करते रहे और उन्हें जबरन बीएचयू से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट कर दिया गया। एयर एंबुलेंस से भेजे गए स्वामी सानंद के स्वास्थ्य के बारे में फिलहाल डॉक्टरों ने कुछ कहने से इंकार कर दिया है। खबर मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी एम्स जाकर स्वामी सानंद से मुलाकात की। अपना समर्थन जाहिर करते हुए कहा-
हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद
गंगा नदी रक्षा अभियान
Posted on 16 Mar, 2012 12:22 PM

परिचय


हमारी नदी प्रणालियों के विनाश का नया अध्याय 1980 के दशक में नई उदार आर्थिक नीतियों के अपनाने के साथ शुरू हुआ। सच्चाई को छुपाने के लिये 1986 में गंगा एक्शन प्लान –1 शुरू किया गया था। विदेशी कंपनियों की कमाई तो हुई पर गंगा स्वच्छता अभियान पूरी तरह विफल हो गया और जानकार मानते हैं कि गंगा नदी की दुर्दशा पहले से ज्यादा बदतर हो गई। शासन असली मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने में जरूर कामयाब रहा और स्वछता अभियान की आड़ में नदी प्रणाली को एक-एक करके नष्ट कर दिया गया था। इस पृष्ठ भूमि में हमें राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की आड़ में असली खेल को समझना होगा

भारत में अनादिकाल से ही गंगा जीवनदायिनी और मोक्ष दायिनी रही है, भारतीय संस्कृति, सभ्यता और अस्मिता की प्रतिक रही हैं। गंगा जी की अविरल और निर्मल सतत् धारा के बिना भारतीय संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती। गंगा जी को सम्पूर्णता में देखने और समझने की आवश्यकता है। गंगा केवल धरती की सतह पर ही नहीं है, ये सतत् तौर पर हमारे भीतर भी प्रवाहमान हैं, यह भूमिगत जल धाराओं, बादलों और शायद आकाशगंगा में भी सतत् प्रवाहमान है। समुद्र तटीय क्षेत्रों के आसपास ताजे पानी की धाराओं के गठन और नदी का सागर में मिलन, फिर वाष्पीकरण द्वारा बादलों का निर्माण और भारतीय भूखंड में मानसून ये सब घटनायें एक दूसरे से अभिन्न तौर पर जुड़ी हैं। इन सब प्रक्रियाओं को समग्रता से समझाना होगा। मनुष्य के हस्तक्षेप ने जाने–अनजाने, लोभ –लिप्सा के वशीभूत एक से अधिक तरीकों से इस पुरे चक्र को नष्ट और बाधित किया है।
अमोनिया का स्तर बढ़ने से प्रभावित रही जलापूर्ति
Posted on 15 Mar, 2012 10:19 AM यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़कर 2.8 पीपीएम हो गया है। दिल्ली जल बोर्ड के दावे के विपरीत प्रदूषण की मात्रा में और वृद्धि हो गई है। प्रदूषण की वजह से बुधवार को भी वजीराबाद और चन्द्रावल जल शोधन संयंत्रों में उत्पादन नहीं हो सका। दोनों संयंत्रों के बंद होने की वजह से दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पानी की जबरदस्त किल्लत बनी रही। पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी और पुरानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पानी की
यमुना में बढ़े अमोनिया के स्तर से पानी संकट बढ़ा
Posted on 14 Mar, 2012 10:12 AM

अतिरिक्त पानी छोड़ने से स्थिति में सुधार


नई दिल्ली (कासं)। यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से मंगलवार सुबह दिल्ली जल बोर्ड को अपने दो प्रमुख जल शोधन संयंत्र बंद करने पड़े जिससे आधी दिल्ली में पानी संकट पैदा हो गया। यमुना में अमोनिया की मात्रा 1.2 एमजी प्रति लीटर हो गई थी, जिसके कारण संयंत्र बंद करने पड़े। संयंत्रों को बंद करने से पैदा होने वाले जल संकट से बोर्ड के होश उड़ गए।
मिनरल,मटका और म्युनिसिपलिटी चुनाव
Posted on 12 Mar, 2012 02:39 PM

चुनाव कर्मचारियों को पानी पिलाने में जायेंगे सात करोड़ !!

matka
रवि चोपड़ा और राजेन्द्र सिंह का गंगा प्राधिकरण से इस्तीफा
Posted on 11 Mar, 2012 10:08 AM जल संरक्षण विशेषज्ञ राजेन्द्र सिंह और दो अन्य लोगों ने राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण (एनजीआरबीए) से शनिवार को इस्तीफा दे दिया। तीनों लोगों ने गंगा नदी के प्रति सरकार की अनदेखी के विरोधस्वरूप प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाले एनजीआरबीए से इस्तीफा दे दिया। मैगसेसे पुरस्कार विजेता राजेन्द्र सिंह के साथ गंगा प्राधिकरण के दो अन्य सदस्यों रवि चोपड़ा और आर एच सिद्दिकी ने भी गंगा नदी की सफाई पर जोर देने के लिए पर्यावरणविद जी डी अग्रवाल के आमरण अनशन के समर्थन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया।

राजेन्द्र सिंह ने कहा कि जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल के साथ हुई बैठक के बाद इस्तीफा भेजा गया। इसमें अग्रवाल के विरोध के विषय में उन्हें आवगत कराया गया। अग्रवाल ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि गंगा का स्वच्छ एवं निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए जोर देने के वास्ते वह अपने आमरण अनशन के अंतिम दौर में जल ग्रहण नहीं करेंगे। चोपड़ा देहरादून स्थित पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट में निदेशक है, वहीं सिद्दिकी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
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