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दिल्ली
80 साल बाद सूरज की आग से कौन बचाएगा
Posted on 20 Sep, 2015 03:21 PMरोज़ाना इस्तेमाल होने वाले कई उत्पाद ऐसे हैं जिनमें मौजूद हानिकारकश्री अय्यर के बिना यह नदी दिवस
Posted on 20 Sep, 2015 12:23 PMविश्व नदी दिवस, 27 सितम्बर 2015 पर विशेष
27 सितम्बर को हर वर्ष आना है अन्तरराष्ट्रीय नदी दिवस बनकर। किन्तु अब श्री रामास्वामी आर. अय्यर नहीं आएँगे। मुद्दा नदी का हो या जलनीति का, कार्यक्रम छोटा हो या बड़ा; बाल सुलभ सरलता.. मुस्कान लिये दुबले-पतले-लम्बे-गौरवर्ण श्री अय्यर सहजता से आते थे और सबसे पीछे की खाली कुर्सियों में ऐसे बैठ जाते थे, मानों वह हों ही नहीं। वह अब सचमुच नहीं हैं। 9 सितम्बर, 2015 को वह नहीं रहे। कई आयोजनों, रचनाओं और आन्दोलनों की ‘बैकफोर्स’ चली गई।
श्री अय्यर यदि कोई फिल्म स्टार, खिलाड़ी, नेता, बड़े अपराधी या आतंकवादी होते, तो शायद यह हमारे टी वी चैनलों के लिये ‘प्राइम न्यूज’ और अखबारों के लिये ‘हेडलाइन’ होती।
नई दिल्ली के लोदी रोड स्थित श्मशान गृह में हुए उनके अन्त्येष्टि संस्कार में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर शोक जताने वालों की सूची अच्छी-खासी लम्बी होती; कैमरों की कतार होती; फ्लैश चमके होते, किन्तु यह सब नहीं हुआ; क्योंकि वह, वे सभी नहीं थे।
समादेश क्षेत्र विकास योजना
Posted on 20 Sep, 2015 11:20 AMकमान क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषि एवं सिंचाई हेतु आधारित संरचना के सृजन के रूप में
आयोजना एवं जनजातीय विकास
Posted on 20 Sep, 2015 10:16 AMयह एक विचित्र विरोधाभास है कि देश के सम्पूर्ण-भौगोलिक क्षेत्र का 20 प्रतिशत भाग जनजातीय प्रदेश
नहीं रहे पानी वाले 'अय्यर साहब'
Posted on 20 Sep, 2015 10:10 AMविश्व नदी दिवस, 27 सितम्बर 2015 पर विशेष
नहीं रहे जल विषयों के अय्यार
पानी को पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को ठीक से समझने वाला एक नाम पिछले दिनों हमारे बीच नहीं रहा। यह सच है कि उसके जाने की चर्चा हिन्दी पट्टी में थोड़ी कम हुई। लेकिन पानी के लिये किया गया उनका काम हिन्दी हो या तेलगू, पंजाबी हो या तमिल सबके लिये एक तरह से उपयोगी रहेगा।
यहाँ हम बात कर रहे हैं, पानी से जुड़े मुद्दों के गहरे जानकार रामास्वामी आर अय्यर की। वे 1929 में तमिलनाडू में जन्मे और 86 साल की उम्र में 09 सितम्बर को वायरल का प्रकोप उनकी मौत का कारण बना। उनकी मृत्यु दिल्ली में हुई।
जिन लोगों ने अय्यर साहब का नाम नहीं सुना, उन्हें जानना चाहिए कि उन्होंने 1987 में भारत की पहली जल नीति तैयार की।
नर्मदाघाटी में जीवन का उद्भव
Posted on 19 Sep, 2015 04:23 PMआदिवासियों की अपनी जीवनशैली के अनुरूप सांस्कृतिक परम्पराएँ रही हैं। कहा जाता है कि आदिवासी केवल