दिल्ली

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वर्षाजल का संरक्षण
Posted on 31 Jul, 2016 04:34 PM
अब मानसून ने भले ही चिलचिलाती गर्मी से निजात दिला दी हो, लेकिन देश में पर्याप्त जल संकट अभी भी जस का तस ही बना हुआ है, चाहे बात पेयजल की हो या अन्य कामों के लिये जल की आपूर्ति की। देश में अधिकतर राज्यों में पहले से ही सूखे की घोषणा की जा चुकी है। और यह जल संकट सतही और भूजल दोनों के अभाव से उपजा है। चूँकि अब बारिश की बूँदों ने पूरे देश को भिगोना शुरू कर दिया है तो यह आवश्यक है कि इस वर्षाजल क
जल बिन कल
Posted on 31 Jul, 2016 04:26 PM
पिछली कुछ सभ्यताओं ने दुरुपयोग करने के स्थान पर पानी का तरह-त
बारिश और जाम दोनों ने तोड़ा रिकॉर्ड
Posted on 31 Jul, 2016 04:16 PM
नई दिल्ली, 30 जुलाई। दिल्ली में तीन दिनों से हुई भारी बारिश ने तापमान कम कर दिया है। लेकिन जगह-जगह जलभराव के कारण यातायात धीमा हो गया। शनिवार सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अधिकारियों ने इसे औसत से कम माना है।
पानी-पानी
Posted on 31 Jul, 2016 03:52 PM


इधर देश में जगह-जगह विचित्र घटनाएँ घट रही हैं। ऐसी जो किसी ने न पहले देखी, न सुनी। देश भर की अनगिनत जगहों से विचित्र किन्तु सत्य घटनाओं की रिपोर्टिंग हो रही है। साधारण पत्रकारों की तो क्या बिसात, वरिष्ठ विज्ञान पत्रकार तक आश्चर्यचकित हुए जा रहे हैं।

सूखा एवं खाद्य सुरक्षा
Posted on 31 Jul, 2016 03:43 PM
हम सभी ने सूखा व अकाल के बारे में सुना है लेकिन ये सूखा या अकाल क्या है, इस लेख के माध्यम से समझाने का प्रयास किया जा रहा है। आँकड़ों के आधार पर सामान्य से कम वर्षा, जो कि एक मौसम में विशेष रूप से लम्बे समय की अवधि के लिये मानव गतिविधियों को पूरा करने में अपर्याप्त होती है, सूखे का कारण बनती है जिसे आम भाषा में ‘अकाल’ भी कहा जाता है।
भारत में कृषि जैव-विविधता में क्षति
Posted on 31 Jul, 2016 02:54 PM
कृषि के व्यवसायीकरण ने कृषक को उद्योग संचालित बाजार और सरकार प
जल संसाधन और पर्यावरण
Posted on 31 Jul, 2016 01:00 PM
भारत जैसे बड़े राष्ट्र के लिये एक समय जल संसाधनों का दोहन कर अपनी ऊर्जा आवश्यकताएँ पूरा करना आवश्यक था इसलिये ऐसी नीतियों को बढ़ावा दिया गया जो जल्द से जल्द भारत की आर्थिक-सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। लेकिन क्या इस कोशिश में नीति-निर्माताओं को कुछ हद तक सख्ती से नियंत्रण लगाने की आवश्यकता नहीं थी?
जलवायु परिवर्तन से मुश्किल होगा दो तिहाई आबादी का जीना
Posted on 31 Jul, 2016 10:39 AM
21वीं सदी के आखिर तक उत्तरी अफ्रीका और मध्य एशिया जलवायु परिव
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